Beach Safety Tips: घूमने के शौकीनों को अलग-अलग जगहों को एक्सप्लोर करना अच्छा लगता है। किसी को पहाड़ पसंद होते हैं तो कोई बीच पर घूमने का शौकीन होता है। गर्मियां शुरू हो चुकी हैं, ऐसे में आप भी बीच पर घूमने का देश-विदेश के ट्रिप जरूर प्लान कर रहे होंगे। अगर आपकी इस ट्रिप में बच्चे भी आपके साथ है तो आपको कुछ सेफ्टी टिप्स को जान लेना जरूरी है। बच्चों के लिए बीच का अनुभव यादगार होता है वो नेचर के साथ दोस्ती करते हैं लेकिन एक पेरेंट होने के नाते आपकी जिम्मेदारी है कि उनका यह अनुभव एंटरटेनिंग होने के साथ सुरक्षित भी हो। इस आर्टीकल में हम आपके साथ आपके साथ पांच टिप्स शेयर कर रहे हैं, जिन्हें आप जरूर फॉलो करें।
लाइफ जैकेट है जरुरी

जाहिर है कि बच्चा बीच पर जा रहा है तो वह पाने में भी जाएगा। इसलिए बीच पर जाते हुए आपको अपनी ट्रैवलिंग किट में सबसे पहले लाइफ जैकेट को रखना होगा। ताकि बच्चा जब पानी में जाए तो वह उसको पहन ले। इसे पहनने से आपका बच्चा आसानी से पानी में नहीं डूबेगा। आप भी बिना किसी चिंता के उसे पानी में जाने देंगे।
एडवेंचर काफी नहीं

लगभग सभी बीच पर लाइफगार्ड होते हैं, इन्हें मौसम और समुद्री लहरों के बारे में पता होता है। अगर यह खराब मौसम का ईशारा कर रहे हैं तो आप एडवेंचर के चक्कर में रिस्क न लें। अगर बच्चे पानी में पानी में खेल रहे हों, तो कोशिश करें कि बच्चे ऐसी जगह खेलें जहां लाइफ गार्ड आस-पास हो। इसी तरह अगर आप स्वीमिंग कर रहे हैं तो वह भी लाइफ गार्ड के आस-पास ही होनी चाहिए। ताकि किसी भी तरह की इमरजेंसी सिचुएशन का सामना करने में आसानी हो।
बच्चे क्या न करें टच?

समुद्र अपने आप में एक पूरा जीवन है। जाहिर है कि छोटे बच्चों के आस-पास तो आप रहेंगे ही लेकिन अगर बच्चे 7-8 साल की उम्र के हैं तो भी बच्चों को अकेला छोड़ने की गलती न करें। वो समुंद्र के पास मिट्टी में खेल सकते हैं, सीपें जमा कर सकते हैं लेकिन उन्हें किसी भी समुद्री जीव को टच नहीं करना है। क्योंकि कई बार खतरनाक समुद्री जीव तट तक आ जाते है।
अपना एलर्ट मोड रखें ऑन

बीच पर सभी को रिलेक्स करना बहुत अच्छा लगता है लेकिन अगर आप बच्चों के साथ हैं तो इस आइडिया को ड्रॉप करें। बच्चों को बीच ट्रिप पर ले जाते वक्त आपको पूरी तरह से सतर्क रहना है। अगर आप एक बड़े से ग्रुप में गए हैं तो किसी न किसी की ड्यूटी बच्चों पर नजर रखने के लिए लगाए। टीनएजर के साथ तो सबसे बड़ी समस्या होती है कि उन्हें लगता है कि वह सभी कुछ मैनेज कर लेंगे लेकिन उनसे कुछ होता नहीं है, वो एडवेंचर के चक्कर में बहुत बार रिस्क ले लेते हैं। वैसे भी बच्चों पर नजर रखने के लिए आप पूरी तरह से लाइफगार्ड्स पर निर्भर नहीं रह सकते। अगर बच्चे बड़े हैं तो उन्हें खतरों से अवगत कराना आपकी जिम्मेदारी है।
डिहाइड्रेशन से बचाव

सेफ्टी टिप में भले ही यह लास्ट टिप है लेकिन आप इसे नजरअंदाज नहीं कर सकते। बीच पर जाने के बाद सभी को टैनिंग होती है। लेकिन, बच्चे की नाजुक त्वचा की टैनिंग से हिफाजत करना जरूरी है। इसके अलावा बीच पर सीधे धुप के संपर्क में आने से बहुत पसीना आता है, जिससे बॉडी में पानी की कमी हो जाती है। इसलिए बीच पर जाते हुए आप अपने साथ पानी का पर्याप्त इंतजाम करें। दिनभर खुद भी पानी पिएं और बच्चों को भी पिलाएं। ताकि ट्रिप से लौटने पर बच्चों को डिहाइड्रेशन की समस्या न हो।