Fresh Air for Kids: आज के समय में जहाँ बच्चे ज़्यादातर समय मोबाइल, टीवी और कंप्यूटर स्क्रीन के सामने बिताते हैं, वहां बाहर जाकर खेलने का एक अलग ही मज़ा है। और इसके फायदे अगर हम अपने बच्चों को बताएंगे तो वो भी यक़ीनन हमारे साथ बाहर की हवा का आनंद ले पाएंगे। बाहर का वातावरण बच्चों के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास में अहम भूमिका निभाता है। जब बच्चे बाहर खुली हवा में खेलते हैं, तो उन्हें ताज़ी हवा और प्राकृतिक रोशनी मिलती है जो उनके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होती है। धूप से विटामिन D मिलता है जिससे हड्डियाँ मजबूत होती हैं, और खुले में दौड़ने, कूदने, और खेल-कूद से बच्चों की मांसपेशियाँ विकसित होती हैं। बाहर जा कर खेलने से बच्चों के अंदर का मानसिक तनाव काफी कम हो जाता है
और उनका मन खुश रहता है। प्रकृति से जुड़ाव उन्हें शांत और सौम्य बनाता है।
मानसिक तनाव होगा दूर

प्राकृतिक वातावरण बच्चों के मानसिक तनाव को काफी हद तक कम करता है। खुला आसमान, पेड़-पौधे, और तरह-तरह की चिड़िया की आवाज़ उन्हें मानसिक रूप से शान्ति देगी और साथ ही उनका मन भी खुश कर देगी। बच्चों को सुबह या शाम के समय किसी गार्डन में बैठाकर ध्यान की छोटी-छोटी मुद्रा सिखाएं। अलग-अलग पेड़ों के नाम बताएं।
बढ़ती है रचनात्मकता
बाहर खेलने से बच्चों की कल्पनाशक्ति बढ़ती है। वे पेड़ों, पत्थरों, पत्तों, और मिट्टी से खेलते हुए नई चीज़ें बनाते हैं, जो उनकी सोचने की क्षमता को काफी बेहतर बनाता है। बच्चों को पेड़ की छाल, पत्तियाँ, फूल आदि इकट्ठा कर के उनसे कोई क्राफ्ट बनाने को कहें।
शारीरिक विकास

बाहर दौड़ने कूदने से बच्चों का संतुलन बना रहता है। ये सारी गतिविधियाँ बच्चों की हड्डियों और मांसपेशियों को काफी मजबूत बनाती हैं। बच्चों को झूले, स्लाइड, क्लाइम्बिंग नेट आदि पर चढ़ने दें और ।फुटबॉल, बैडमिंटन और दौड़ जैसे खेलों में उनका साथ दें।
सामजिक बनेंगे बच्चे
बाहर खेलते समय बच्चे दुसरे बच्चों से मिलते हैं उनके साथ समय बिताते हैं, जिससे उनमें दोस्ती, और सहयोग जैसे सामाजिक गुण पनपते हैं। सामूहिक खेल जैसे- खो-खो, कबड्डी या क्रिकेट में भाग लेने के लिए बच्चों को हमेशा ही प्रेरित करें।
प्रकृति से जोड़ें

जब बच्चे प्रकृति के साथ समय बिताते हैं, तो उनमें पेड़-पौधों, जानवरों और पर्यावरण के लिए संवेदनशीलता आती है। उन्हें पौधे लगाने की प्रेरणा दें और एक छोटा-सा गार्डन तैयार करने में उनकी मदद लें। पक्षियों के लिए दाना-पानी रखने की जिम्मेदारी भी दें।
अच्छी नींद
खुले वातावरण में खेलकर बच्चे थकते हैं, जिससे रात को उन्हें गहरी और अच्छी नींद आती है। यह उनकी सेहत के लिए लाभदायक है। रोज़ शाम को कम से कम 1 घंटा बच्चों को बाहर खेलने की आदत डालें। सोने से पहले मोबाइल या टीवी की बजाय उनसे खुले में टहलने के लिए कहें ।
स्वास्थ्य के लिए लाभदायक

बाहर की ताज़ी हवा में मौजूद ऑक्सीजन बच्चों के फेफड़ों को मजबूत बनाती है। सूरज की रोशनी से विटामिन D भरपूर मात्रा में मिलता है, जो हड्डियों के विकास में काफी मददगार होता है। थोड़ा बहुत धूल-मिट्टी में खेलने से भी बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है। माता-पिता बच्चों को पार्क में दौड़ने या साइकल चलाने के लिए ले जाएं और सूरज की हल्की धूप में कम से कम 25-30 मिनट खेलने दें।
