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24 कैरेट गोल्ड के दाम एक लाख रुपए प्रति दस ग्राम के करीब हो गए हैं। ऐसे में सोना खरीदना हर किसी आम इंसान के बजट से बाहर की बात लगने लगी है। अब बड़ी ज्वेलरी कंपनियों ने इसका एक तोड़ निकाला है।
9 Carat Gold Jewellery: सोने के गहने हर महिला के लिए बहुत खास होते हैं। लेकिन भारत में अब सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं। 24 कैरेट गोल्ड के दाम एक लाख रुपए प्रति दस ग्राम के करीब हो गए हैं। ऐसे में सोना खरीदना हर किसी आम इंसान के बजट से बाहर की बात लगने लगी है। अब बड़ी ज्वेलरी कंपनियों ने इसका एक तोड़ निकाला है जो है 9 कैरेट गोल्ड ज्वेलरी। हालांकि अभी भी लोग इसे लेकर ज्यादा नहीं जानते। आइए जानते हैं, क्या है 9 कैरेट गोल्ड।
कई देशों में चल रहा ट्रेंड

भारत में भले ही पिछले कुछ सालों से 9 कैरेट गोल्ड चलन में आया है। लेकिन यूके, पुर्तगाल और फ्रांस जैसे देशों में 9 कैरेट ज्वेलरी काफी सालों से ट्रेंड में है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने 9 कैरेट गोल्ड ज्वेलरी को मिनिमम स्टैंडर्ड गोल्ड प्यूरिटी माना है। इस गोल्ड की कई खासियतें हैं, जो इसे लोगों की पसंद बना सकता है। हालांकि 18 कैरेट और 14 कैरेट गोल्ड ज्वेलरी के बीच 9 कैरेट ज्वेलरी अभी भी अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रही है।
9 कैरेट गोल्ड में होता है कितना सोना
भारत सरकार ने पिछले दिनों 9 कैरेट गोल्ड ज्वेलरी के लिए हॉलमार्किंग को अधिसूचित किया है। अभी तक भारतीय मानक ब्यूरो यानी बीआईएस के पास 24 कैरेट, 23 कैरेट, 22 कैरेट, 20 कैरेट, 18 कैरेट और 14 कैरेट सोने के लिए हॉलमार्किंग मानदंड थे। लेकिन अब इसमें 9 कैरेट को भी शामिल कर लिया गया है। 9 कैरेट से बनी ज्वेलरी में शुद्ध सोने की मात्रा करीब 37.5% होती है। बाकी 62.5% में चांदी, जस्ता और तांबा जैसी अन्य धातुएं होती हैं। ये इस गोल्ड को मजबूती व चमक दोनों देते हैं। 9 कैरेट गोल्ड ज्वेलरी पर अक्सर ‘375’ हॉलमार्क होता है। यह इसमें मौजूद सोने की मात्रा बताता है।
रेट में होता है भारी अंतर
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सोने की ऊंची कीमतों के कारण लोगों ने सोने से कुछ दूरी बना ली है। सोने की बिक्री में भारी गिरावट आ रही है। ऐसे में 9 कैरेट हॉलमार्क ज्वेलरी लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकती है। क्योंकि यह हल्की होती है और 24 कैरेट सोने के मुकाबले इसकी रेट लगभग आधी से भी कम होती है। वहीं इसकी चमक में उपभोक्ताओं को कोई खास अंतर भी नजर नहीं आता है।
ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा मांग
भारतीयों का ‘सोना प्रेम’ जगजाहिर है। यही कारण है कि देश में भारी मात्रा में सोने की खपत होती है। आईबीजेए के अनुमान के अनुसार भारत में हर साल करीब 850 टन सोने की खपत होती है। हैरानी की बात ये है कि इस आंकड़े में से करीब 60 प्रतिशत मांग देश के ग्रामीण क्षेत्रों से आती है। हालांकि सोने की बढ़ती कीमतों ने खरीदारों के कदम रोक लिए हैं।
इसलिए बढ़े सोने के दाम
वैश्विक स्तर पर सोने के दाम बढ़ने का एक कारण रूस और यूक्रेन के बीच हो रहा युद्ध भी है। इसके कारण पिछले साल सोने की कीमतें करीब 25 प्रतिशत तक बढ़ गईं। जिसके बाद 9 कैरेट गोल्ड ज्वेलरी का ट्रेंड सामने आया। जिन महिलाओं को बजट में गोल्ड ज्वेलरी लेनी है, उनके लिए 9 कैरेट गोल्ड ज्वेलरी एक शानदार विकल्प बनकर उभरा है।
