Mantra to Become Rich: अगर आप इन 3 फॉर्मूला पर अमल करते हैं तो निश्चित रूप से इस साल आपको मालामाल होने से कोई नहीं रोक रोक पाएगा। पहले तो आप सेहत के धनी हो जाएंगे, फिर बचत करना सीख जाएंगे। यह सब कर लिया तो थोड़ी सी डिजिटल सक्षमता और जागरूकता भी बढ़ा लीजिएगा।
ज्यादातर लोग दिसंबर में ही अपनी योजनाओं पर काम करना शुरू कर देते हैं लेकिन कुछ आलसी लोग ऐसे भी हैं जिन्हें यही नहीं पता कि उन्हें करना क्या है। वे अपने आसपास के लोगों से प्रभावित होकर ‘रेजोल्यूशन’ ले लेते हैं लेकिन उनका अपना कोई निर्णय नहीं होता है। परिणामस्वरूप कुछ ही महीनों में उनका यह संकल्प कमजोर पड़ने लगता है। यदि आप भी अपने ‘रेजोल्यूशन’ को लंबे समय तक निभा नहीं पाते हैं तो नीचे दिए गए 3 सुझावों पर अमल कर सकते हैं, निश्चित रूप से कोई एक संकल्प तो आप जरूर पूरा कर लेंगे।
स्वास्थ्य ही असली संपत्ति
इस बात में कोई दो राय नहीं है कि सेहत ही हमारी असली दौलत है। इसलिए घर-गृहस्थी और करियर से यदि आप संतुष्ट हैं, तो भी सेहतमंद होना जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
स्ट्रेचिंग
सही मायनों में दुबला-पतला होना काफी नहीं है, आपके शरीर में कितनी लोच यानी फ्लेक्सिब्लिटी है यह भी जरूरी है। इसका सबसे आसान तरीका है कि प्रतिदिन समय निकालकर 15 मिनट स्ट्रेचिंग करें। स्ट्रेचिंग के कई फायदे हैं जैसे- इससे धीरे-धीरे मांसपेशियों को आराम मिलने लगता है। स्ट्रेचिंग से मांसपेशियों का दर्द, पीठ दर्द, स्पेज्म और क्रैम्प का खतरा भी काफी कम हो जाता है, साथ ही आपके पोश्चर में सुधार आता है, शरीर की सुस्ती खत्म होने लगती है और रक्त संचार भी बढ़ता है।

1. साल की शुरुआत आप अपने लिए 15 मिनट निकाल कर करें। अगर आपके पास यह 15 मिनट भी नहीं हैं तो किचन में खाना बनाते समय, बाथरूम में नहाने से 2 मिनट पहले, बस, मेट्रो या ऑफिस में लंच के समय कभी भी जोर से 3 बार अंगड़ाई लें।
2. 30 बार ताली बजाएं। बैठे-बैठे पैरों को आगे की ओर खींचें।
3. अगर आप मेट्रो या बस में बैठी हैं तो अपने मफलर या स्टोल को दोनों हाथों से पकड़कर विपरीत दिशा की
ओर खीचें।
4.अब इसी मफलर को गर्दन में डाल लें और सिर को स्थिर रखते हुए स्टोल से इसे आगे की ओर खींचने का
प्रयास करें।
5. अब हाथों की उंगलियों को खोलकर स्ट्रेच करें।
6.गर्दन को आगे-पीछे, दाएं-बाएं स्ट्रेच करें, ध्यान रखें कि गर्दन को गोल-गोल नहीं घुमाना है इससे मांसपेशियों में सूजन आ जाती है।
उपवास
उपवास करने के बहुत फायदे हैं। आजकल नूट्रिशनिस्ट और डाइटिशियन भी उपवास करने की सलाह देते हैं। इससे वजन बहुत तेजी से कम होता है। उपवास करने से शरीर की प्राणशक्ति बढती है। प्राणशक्ति का असली
काम शरीर की गंदगी को बाहर फेंककर उसका उपचार करना है। इसके साथ ही वह भोजन को पचाने का कार्य भी करता है।
पाचनक्रिया के दौरान निकलने वाले रस को प्राणशक्ति, शरीर के महत्वपूर्ण अंगों तक पहुंचाता है। यदि पूरा दिन हम भोजन करते रहते हैं तो प्राणशक्ति केवल भोजन ही पचाती रहती है, उसे अपना असली कार्य करने का समय ही नहीं मिलता है। इसलिए प्राणशक्ति अपना कार्य कर सके उसके लिए पेट को कम से 24 से 36 घंटे खाली रखना चाहिए ताकि आंतों को अपना असली काम करने का समय मिल सके।
अगर आप किसी के प्रति आस्था नहीं रखते हैं या धाॢमक प्रवृति के नहीं तो भी आपको उपवास जरूर करना चाहिए। 24 या 36 घंटे का नहीं तो कम से कम 16 घंटे का उपवास जरूर रखें क्योंकि आंतों अथवा हमारी
प्राणशक्ति को भोजन पचाने में कम से कम 8 घंटे का समय लगता है उसके बाद जो समय बचता है उसमें वह शरीर में मौजूद बीमारियों को ठीक करने में लगाता है। उपवास के दौरान आप निम्न चीजें ले सकती हैं-
उपवास में नमक का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि नमक में सोडियम होता है, जो एक जरूरी इलेक्ट्रोलाइट है। व्रत में नमक खाने से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन हो सकता है। इससे चक्कर आना, सिरदर्द, या मांसपेशियों में ऐंठन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
उपवास में पानी वाले फल ही खाने चाहिए जैसे- संतरा, मौसंबी, अनार, कीनू, तरबूज और खरबूज। आप खीरे का भी सेवन कर सकते हैं।
चाय-कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए इससे शरीर के भीतर पित्त बढ़ जाता है जिससे एसिडिटी और गैस की समस्या हो सकती है।
उपवास में अपनी उर्जा का संचयन करें। ज्यादा भागदौड़ वाला काम न करें और कम-से-कम बोलने का प्रयास करें।
मौन व्रत
मौन व्रत करने के कई फायदे हैं, सबसे पहला फायदा तो यह है कि आप अपनी उर्जा को बचाते हैं। मौन व्रत रखने से आपके भीतर संयम, एकाग्रता और सकारात्मकता आती है।
बचत और वित्तीय संबंधी जानकारी बढ़ाएं
महिलाओं की आदत होती है घर की जरूरतों को पूरा करने के बाद थोड़ी सी बचत कर लेना, ताकि अच्छे और बुरे वक्त में वह काम आ सके। लेकिन अब बचत करने के तरीके काफी बदल चुके हैं। हालांकि, नोटबंदी और
कोरोना के बाद से महिलाएं यह समझ चुकी हैं कि गुल्लक में पैसे बचा लेने या केवल फिक्स डिपोजिट कर लेने से उनकी मदद नहीं हो सकती। उन्हें कोई नया विकल्प ढूंढना होगा।
इन दिनों लोग शेयर मार्केट में खूब निवेश कर रहे हैं लेकिन ध्यान रहे कि शेयर मार्केट में लंबी
अवधि का ही निवेश करें क्योंकि इसमें जोखिम के डर काफी कम होते हैं।
यदि आप शेयर मार्केट में निवेश करना चाहती हैं तो सबसे पहले किसी जानकार व्यक्ति या
शेयर मार्केट विशेषज्ञ से इसके बारे में सलाह- मशविरा करें। शुरुआत में 10 या 50 रुपये में
निवेश करें। निवेश करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखें जैसे-1. लंबी अवधि के लिए निवेश
2. जो पता है उसमे निवेश करें
3. मार्केट सेंटीमेंट्स से दूर रहें
4. बार-बार शेयर न बेचें
5. शेयर हमेशा भरोसेमंद ब्रांड में लगाएं
6. शुरुआत बहुत कम धनराशि से करें
7. लालच में न आएं
स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग सीखने के लिए, आप तकनीकी विश्लेषण, मूल्य निवेश, मौलिक विश्लेषण और जोखिम प्रबंधन जैसे विषयों पर फिंग्राड के मुफ्त स्टॉक मार्केट पाठ्यक्रम और वेबिनार तक पहुंच सकते हैं। कुल मिलाकर इन 3 बातों को ध्यान आप इस साल रखें, यकीन मानिए आपका पूरा साल मजे में गुजरेगा।
बढ़ाएं डिजिटल सक्षमता और जागरूकता

महिलाओं की आदत होती है कि वे ऑनलाइन शॉपिंग, डिजिटल लेन-देन, बैंक का कोई फॉर्म भरना, केवाईसी
करवाना, पेन या आधार कार्ड में नाम बदलवाने जैसे- फेर-बदल के लिए ऑनलाइन अप्लाई करना, कहीं ई-मेल भेजना इत्यादि जैसे तकनीकी कार्यों के लिए दूसरों पर निर्भर रहती हैं। साइबर कैफे या पति की जी-हजूरी करने से अच्छा है कि डिजिटल में साक्षरता हासिल करने का प्रयास करें। कई महिलाएं पढ़ी-लिखी होने के बावजूद तकनीकी तौर पर साक्षर नहीं होती हैं तो उनके लिए बहुत जरूरी है कंप्यूटर, टैबलेट, स्मार्टफोन जैसे डिवाइस चलाने, ईमेल भेजने-पाने, इंटरनेट ब्राउज करने, सरकारी सेवाओं तक पहुंचने जैसी चीजों के लिए खुद को समर्थ बनाएं। इंटरनेट में ऐसी कई वेबसाइट हैं जहां आपको नि:शुल्क इसका प्रशिक्षण दिया जाता है।
हिंदी और कई प्रादेशिक भाषाओं में भी इसके वीडियो उपलब्ध हैं। घर बैठे आप इनका फायदा उठा सकती हैं। साल 2025 में आप सभी सुविधाओं का आनंद उठाएं।
डिजिटल सक्षमता के साथ डिजिटल जागरूकता भी जरूरी है। साइबर क्राइम, वॉट्सएप और मोबाइल कॉलिंग के जरिए होने वाले फ्रॉड के बारे में भी आपको जानकारी होनी जरूरी है। इसके लिए आप रोजाना होने धोखाधड़ी से जुड़े मामलों में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के दिशा-निर्देशों पर अमल करें। इंटरनेट पर यह आसानी से उपलब्ध है, इन्हें पढ़ें और डिजिटल का सुरक्षित इस्तेमाल करें।
