सोशल मीडिया के 'जीजा जी'-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Social Media ke Jija Ji

Hindi Story: साईं इस संसार में भांति-भांति के लोग, यदि इस बात की विविधता के दर्शन किसी एक ही जगह करने हों तो काफी मज़ेदार जगह है सोशल मीडिया। आइए, देखें इसी की एक झलक-

जैसे रियल दुनिया में कुछ जीजा जी लोग होते हैं, जो हर वक्त हंसी-ठिठोली के मूड में रहते हैं, सालियों को देखते ही उनके चेहरे पर कई किलोमीटर लम्बी मुस्कान खिंच जाती है। फिर चाहे खुद पर उम्र का पतझड़ आया हुआ हो, पर हाव-भाव एकदम बसंत वाले हो जाते हैं।

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स्त्रियों को देखकर अतिरिक्त ऊर्जा से भरे हमेशा जीजाजी मोड पर रहने वाले ये प्राणी चुहलबाज़ी, रोमांस से लोडेड होते हैं। ठीक ऐसे ही सोशल मीडिया पर भी कुछ जीजा जी टाइप के लोग होते हैं, जो हर वक्त चुहलबाज़ी के मूड में रहते हैं। इन जीजा जी लोगों की खासियत होती है कि ये कभी किसी गंभीर पोस्ट पर अपने विचार नहीं प्रकट करते हैं। बस फोटो पोस्ट करते ही ये जाने कहां से अवतरित हो जाते हैं। फोटो पर इनके एक से एक मज़ेदार कमेंट होते हैं। बहुत खूब, अद्भुत, ज़ोरदार, अनुपम छवि आदि-आदि। इनके कमेंट देखकर लगेगा कि फोटो पोस्ट करने वाले से इनके बहुत आत्मीय संबंध हैं।
इन जीजाओं की किस्मत उस व$क्त खुल जाती है, जब इन्हें कोई इनके जैसी मज़ेदार साली मिल जाती है। मसलन जीजा ने लिखा ‘बहुत शानदार’ तो साली साहिबा एक आंख बंद वाली इमोजी बनाते हुए लिखेंगी, ‘क्या? मैं या मेरी ड्रेस? बस फिर तो मानो जीजा जी की लॉटरी लग जाती है। फिर जीजा जी अपने सड़े हुए शेरों को $गालिब साहेब का नाम देकर चेपते हुए लिख देते हैं कि ड्रेस तो इसलिए सुंदर है, क्योंकि आपने उसे पहना है या फिर मोहतरमा ये जगह, ये ड्रेस आपका साथ पाकर धन्य हो गई, वगैरह।
अब ब्यूटी एप के प्रयोग से खींची हुई फोटो पर फड़कता हुआ शेर देखकर साली साहिबा को भी लुत्$फ आ जाता है। फोटो एडिट के लगभग सारे ऑप्शन आज़मा चुकीं साली साहिबा भी मासूम सा उलाहना देते हुए कहती हैं, ‘अरे, ये तो बस यूं ही जल्दी में ली हुई फोटो है। आपने ज्यादा तारी$फ कर डाली। इस बात पर जीजा जी सोचते हैं, तीर निशाने पर लगा है और खुश होकर तत्काल एक $िफल्मी गाने का लिंक निकाल कर डेडीकेट कर देते हैं…यूं तो हमने लाख हंसी देखे हैं, तुम सा नहीं देखा…।
मन ही मन मुदित होती हुई साली साहिबा उलाहना वाले अंदाज़ में कहती हैं, ‘जाइए, आप भी न!! अब हम ऐसे भी खुशशक्ल तो नहीं हैं। दरअसल, ये कहने का मतलब होता है कि कुछ और तारीफ करिए। बस फिर सोशल मीडिया के जीजा जी लोग अतिरिक्त उत्साह में आ जाते हैं और एक के बाद एक तूफानी शेरों और $िफल्मी गानों की झड़ी लगा देते हैं।
कभी-कभी जीजा जी लोग सालियों के पॉजिटिव रेस्पांस से इतने उत्साह में आ जाते हैं कि इनबॉक्स में जाकर तारी$फ का हैवी डोज़ देते हुए पता और फोन नंबर मांगने लगते हैं। तब साली जी को लगता है कि बड़ा चिपकू आदमी है, लेकिन तारी$फ का डोज़ इतना ज्यादा होता है कि हैंग ओवर में उत्साहित कोई साली $गलती से नंबर दे ही बैठती है। फिर जीजा जी लोग अपने गुड मॉॄनग, गुड नाइट के संदेशों से इतना पकाते हैं कि साली जी इनबॉक्स ही खोलना बंद कर देती हैं। मज़ा तब आता है, जब कभी जीजा जी गलत फहमी में किसी धाकड़ फेमिनिस्ट से भी ऐसी गलती कर बैठते हैं। तब जीजा जी का अतिरिक्त उत्साह स्क्रीन शॉट बनकर वॉल पर लग जाता है। फिर वॉल पर उस फेमिनिस्ट की सभी समान विचारधर्मा बहनें आकर चाकू से ज्यादा नुकीले अपने शब्दों से जीजा जी को इतना छीलती हैं कि जीजा जी को काफी दिनों के लिए डीएक्टिवेट हो जाना पड़ता है।
कुछ जीजा जी लोग समाजवादी टाइप होते हैं। वे एक समान भाव से, सबकी एक ही तरह के शब्दों से तारी$फ करते हैं। ऐसा लगता है कि देश के संविधान की प्रस्तावना का ‘समाजवादी’ शब्द इन्होंने अपने जीवन में अंगीकार कर लिया है और वे सभी स्त्रियों के लिए समान भावना से ओत-प्रोत रहते हैं। ऐसे महानुभावों ने कुछ शब्द तारीफ के स्थायी रूप से टाइप करके रख लिए होते हैं। उन्हीं को हर जगह जी भर कर कॉपी-पेस्ट करते रहते हैं।
इन जीजाओं के अच्छे दिन तब आ जाते हैं, जब कभी किसी महिला के बुरे दिन आएं, अर्थात किसी के साथ कोई समस्या हो और वह अपनी परेशानी की पोस्ट डाले तो ये जीजाजी टाइप प्राणी सबसे ज्यादा भावुक हो जाते हैं। वे बेहद दार्शनिक भाव में जाकर बाबा मोड में चले जाते हैं और खूब प्रवचन देने के साथ ही, ‘मैं आपके साथ हूं कहना नहीं भूलते हैं।
वैसे अब लड़कियां भी बहुत स्मार्ट हैं और सोशल कुछ ही हैं, जो ऐसे जीजाओं के झांसे में आती है, वर्ना इन तारीफों की हकीकत वे भी खूब समझती हैं। तारीफ के बल पर फोन नंबर पाने और मिलने की आस लिए तमाम जीजाओं के साथ थोड़ी त$फरी लेकर और इन्हें मज़ा चखाकर लड़कियां आगे बढ़ जाती हैं, लेकिन कई जीजा जी बेहद कर्मठ होते हैं। बिना फल की आशा किये कर्म करते रहते हैं। इन्हें यकीन होता है, कहीं न कहीं, कोई न कोई साली इनकी तारीफ से पिघल जाएगी। अत: वे लगे रहते हैं अपने कर्म करने में, फल पाने की भरपूर आशा लिए।