Hindi Romantic Story: मेरे श्रीमान जी अपने मोबाइल में इस तरह डूबे हुए थे कि उन्हें मेरे पास होने ना होने से कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा था। मैं सुबह से पच्चीसों मैसेज और छत्तीसों फोन कॉल कर लूं पर इस बंदे ने एक का भी जवाब नहीं दिया।
रसोई का काम निपटा करके जब सोने आई तो पतिदेव मंद मंद मुस्कुरा रहे थे अपना मोबाइल देखते हुए। मुझे लगा अच्छे मूड में हैं तो मेरे साथ प्यार भरी बातें भी करेंगे और शायद मेरे किसी मैसेज का रिप्लाई भी कर दिया हो कि वो मुझे भी ऑफिस में उसी तरह याद करते हैं जैसे मैं घर में उनके जाने के बाद उनके आने का इंतजार करती हूं।
उत्सुकता वश मैंने अपना वाट्स अप चैक किया पर ना जी! वहां तो ब्लू टिक नहीं दिख रहा था यानी उन्होंने मेरा मैसेज पढ़ा ही नहीं था।
“जरा अपनी पत्नी से भी दो चार बातें कर लिया कीजिए। किसी मैसेज का रिप्लाई कर दीजिए। आप तो अब मुझसे प्यार करते ही नहीं हैं।
दिन भर तो ऑफिस में ही रहते हैंं और घर आते हैं तो ये मेरी सौतन आपके साथ चिपकी रहती है।”
मैं अपने मन की भड़ास निकाल रही थी और वो अभी भी मुस्कुरा रहे थे।
“अरे! चुप चाप सो जा ना… क्या क्या बोल रही है कुछ समझ नहीं आ रहा।”
अच्छा तो मेरी बात समझ नहीं आ रही। कुछ तो हल ढूंढना होगा जिससे ये मेरे साथ भी समय बिताएं भले मोबाइल से ही सही पर थोड़ी देर मेरे साथ भी बात करें और मुझे भी प्यार भरे मैसेज भेजें।
यही सोचकर मैंने भी अपना मोबाइल उठाया और अपनी जगह पर लेट गई। अब दोनों मियां बीबी ऑनलाइन दोस्ती की तालाश में थे। इन्हें तो जिस भी खूबसूरत लड़की की प्रोफाइल दिखती उसे फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज देते।
मेरे मन में एक खुराफात सूझी क्यों ना एक फेक आई डी बनाई जाए और इनसे दोस्ती की जाए। मैंने किसी मॉडल की फोटो और मिस क्युटी के नाम से प्रोफाइल बनाई और अपने श्रीमान जी को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी कुछ ही सेकंड में इन्होंने एक्सेप्ट भी कर ली। यानी अब हम दोनों पति-पत्नी जो एक ही बिस्तर पर कोसों मील दूर वाली स्थिति में थे वो अब ऑनलाइन दोस्त बन गए थे ।
अपने मोबाइल को हाथ में पकड़े मेरे पति उस मिस क्युटी के मैसेज देखकर तुरंत रिप्लाई कर रहे थे।
ये युक्ति पहले क्यों ना सूझी मैं यही सोच रही थी। काश! पहले ही ये ऑनलाइन दोस्ती कर लेती इनसे तो ये किसी दूसरी लड़कियों के चक्कर में ना फंसते।
मेरा फोन देखकर तो कभी उठाते ही नहीं हैं और अगर उठा भी लिए तो…
” हां बोलो क्या काम है?”
बस इतना पूछकर जवाब सुने बिना ही फोन काट देते।
कभी प्यार मोहब्बत से दो पल उनके साथ बिताऊं इसके लिए मन तरस गया था। मुझसे भली तो मेरी इस सौतन यानी इनके मोबाइल की किस्मत अच्छी है जो हमेशा इनके हाथों से चिपकी रहती है। ये भी जानती है कि मेरे फोन और मैसेज का जवाब मेरे पतिदेव को नहीं देना है। आखिर मैं ऑनलाइन थोड़े ही ऑफलाइन वाइफ हूं।
आज के समय में जब सब कुछ ऑनलाइन अवेलेबल हैं तो ये शादी और बच्चे सभी ओनलाइन ही हो जाने चाहिए।
इस इंटरनेट बनाने वाले का बेरा ग़र्क हो और कई बद्दुआएं देने का मन कर रहा था पर खुद पर काबू किया और इनसे ऑनलाइन दोस्ती की पींगे बढ़ाने लगी।
हाय हैलो से शुरुआत हुई और फिर मैसेंजर पर बातों का सिलसिला जो कभी खत्म ना होने वाला था शुरू हो गया।
मैं एक बार इनका मैसेज पढ़ रही थी और एक बार इनके चेहरे की मुस्कान देख रही थी। ये मुस्कान मुझसे बातें करते समय कहां गायब हो जाती हैं। तब तो चेहरे पर हमेशा बारह ही बजे रहते हैं जब मैं प्यार से कुछ बोलूं भी तो।
सुनो ना कुछ कहना था। मैंने श्रीमान जी से कहा तो बोले…
“अरे! सुबह बात करना अभी ऑफिस का जरूरी काम कर रहा हूं डिस्टर्ब मत करो। चुपचाप सो जाओ। तुम क्या जानो कितना काम होता है ऑफिस का।”
“अच्छा ठीक है कर लो अपना जरूरी काम।”
फिर मैंने अपनी फेक आई डी से मैसेंजर पर टाइप किया…
“हैलो मिस्टर हैंडसम! आप क्या करते हैं और कहां रहते हैं… ?जरा कुछ बताइए अपने बारे में।”
जब मैंने यह प्रश्न पूछा तो बोले इजाजत हो तो कहूं…
“हां ज़रूर बताइए। आप अपनी प्रोफाइल में बड़े हैंडसम लग रहे हैं।”
“मैं आप जैसी सुंदर लड़कियों से प्यार करता हूं और अब ये मेरा दिल आप पर फ़िदा हो गया हैं मैं आपके दिल में रहना चाहता हूं।”
अच्छा तो ये बात है… ये जरूरी काम होता है इनके ऑफिस का जो ये देर रात तक करते रहते हैं। मुझे गुस्सा आ रहा था। मन तो किया इन्हें अभी बता दूं कि ये मिस क्युटी कौन है जिससे ये दिलफेंक मैसेज आदान-प्रदान हो रहे हैं।
“अच्छा तो आपकी शादी हो गई है क्या ? घर में कौन-कौन हैं?”
“नहीं नहीं अभी कहां हुईं हैं.. मैं तो बैचलर हूं और अकेले ही रहता हूं। बस एक आप जैसी प्यारी और सुंदर सी लड़की की तालाश है… जिसके साथ अपना अकेलापन दूर कर सकूं।”
“अच्छा तो अब आपकी यह तलाश पूरी हो गई या नहीं।”
” हां आज हो गई आपकी प्रोफाइल फोटो देखकर।”
“तो अब आप जल्दी ही शादी करने वाले हैं।”
मैंने हंसते हुए इमोजी भेजा।
मन तो किया अभी इनके सिर के सारे बाल नोच लूं और चिन्नू किन्नू को जगाकर पूछूं ये कौन है आपके मिस्टर बैचलर? ये बच्चे आपके ही हैं या पड़ोसियों के और मैं कौन हूं जो सुबह से आपका घर संभालने में लगी रहती हूं?
“जी शादी भी कर लेंगे पहले दोस्ती तो कर लीजिए।”
“जी हां तो हमने कौन सी दुश्मनी करने के लिए आपको। फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी।”
पलंग के एक कोने में वो मिस क्युटी को प्यार भरे मैसेज भेज रहे थे और पलंग के दूसरे कोने में मैं मिस क्युटी यानी उनकी पत्नी उनके मैसेज का जवाब उसी प्यार भरे अंदाज में दे रही थी। भले अंदर ही अंदर मेरा खून खौल रहा था।
इनका ऑनलाइन प्यार परवान चढ़ रहा था। अब दिन भर मिस क्युटी को मैसेज भेजते रहते ।
एक दिन मिलने का प्रोग्राम बनाया। अगली सुबह चालीस की उम्र में अपने बालों में आई सफेदी को डाई कर रहे थे और अपना फेस चमका कर मुझसे अपनी फेवरेट शर्ट आयरन करने के लिए बोले तो मैंने पूछ लिया…
” कहीं जा रहे हैं क्या? या कोई पार्टी है ऑफिस में?”
“जरूरी मीटिंग है। तुमसे जितना कहा है उतना करो और आज टिफिन मत देना।”
अच्छा तो आज मिस क्युटी यानी मुझे लंच किसी बढ़िया होटल में करवाने का प्रोग्राम है। मैं भी तैयार हो गई और सुनिश्चित स्थान पर हम दोनों पहुंच गए।
इन्होंने जैसे ही मुझे देखा अपनी भौंहें तानकर बोले…
” यहां क्या कर रही हो?”
“एक जरूरी मीटिंग के लिए आई हूं किसी ने बुलाया है वो मुझे शादी के लिए प्रपोज करने वाला है।”
” ये क्या बकवास कर रही हो। सच बताओ तुम मेरी जासूसी कर रही हो और मेरा पीछा करते हुए यहां आई हो।”
मैंने अपने फेक आई डी वाले प्रोफाइल से कॉल लगाया।
वो दो कदम दूर हो कर धीमी आवाज में बात करने लगे।
“कहां हैं आप? थोड़ी गड़बड़ हो गई है मैं किसी जरूरी काम में फंस गया हूं और आज हम नहीं मिल पाएंगे।”
“मैं आपके पीछे ही हूं जरा मुड़कर देखिए।”
मेरे श्रीमान जी पीछे मुड़कर यहां वहां देखने लगे वहां आस-पास मेरे सिवाय कोई नहीं था।
“जी आप कहां है?”
“मैं यहीं तो हूं आपकी मिस क्युटी ” मैंने कॉलर पकड़ लिया।
उनके चेहरे का रंग उड़ गया।
“तुम!”
“हां मैं! आपका ऑनलाइन प्यार।”
उस दिन पतिदेव ने कान पकड़ लिए और वहीं उठक बैठक कर माफी मांग रहे थे इस ओनलाइन दोस्ती और प्यार से दूर रहेंगे।
