Hundred Dates
Hundred Dates

Hindi Love Story: आज से पहले ऐसा नहीं हुआ था कि, मैं सोशल मीडिया पर मिलने वाली किसी लड़की के साथ दो दिनों की बातचीत के बाद रेस्टोरेन्ट में बैठा हुआ होऊँ।

वह मुझसे दस मिनट बाद आई; तेज़ कदमों से चलते हुए टाइट जींस और शर्ट में, स्पोर्ट्स शूज़ पहने, कानों तक बाल रखी हुई वह मुझसे हाथ मिलाते और ‘हाय’ कहती हुई धम्म से मेरे सामने सोफ़े पर पसर गई।

“कितनी गरमी है यार बाहर, इस मौसम में तो घर से निकलना ही आफ़त है।” उसने मुझे ना देखकर चारों ओर गर्दन घुमाई।

“हाँ गरमी तो है, पर वह तब ज़्यादा लगती है जब हम परेशान होते हैं और उसके बारे में सोचते हैं।” मैंने मुस्कराते और उसके परेशान चेहरे की ओर देखते हुए कहा।

“क्या लोगी?” मैंने वेटर को आने का इशारा करते हुए उसकी ओर देखा तो वह मोबाइल के सेल्फी कैमरे में देखते हुए अपना पसीना पोंछ रही थी; मुझे तसल्ली हुई कि उसकी फोटोज़ और उसमें ज़्यादा अंतर नहीं था।

“ठंडी-ठंडी बीयर।” उसने कहा और उस आइने में ही व्यस्त हो गई।

थोड़ी ही देर में एक बीयर हमारी टेबल पर थी।

“तुम कुछ और लोगे?” उसने मोबाइल टेबल पर रखते हुए कहा, जब मैंने ग्लास उसकी ओर सरकाया।

“हाँ, कुछ और मँगा लूँगा थोड़ी देर में। मैं दिन में ड्रींक नहीं लेता।”

“क्यों दिन में क्या खराबी है?” उसने ग्लास उठाकर पहली घूँट पीते हुए कहा।

“शाम को मुझे कहीं और जाना है।”

“ओके। तो कैसी लगी मैं तुम्हें?”

“इतनी जल्दी कैसे जान सकता हूँ तुम्हें?”

“क्यों नहीं। सब तो बताया तुम्हें अपनी फैमिली, पास्ट रिलेशनशिप, मेरी जॉब सबके बारे में। और क्या जानना है बोलो?”

“नहीं, ऐसे कुछ जानना नहीं।”

“तुम लड़को को आजकल हो क्या गया है, ऐसे शरमाते हो जैसे लड़की हो। मेरे सामने इतना सोचने की ज़रूरत नहीं।”

“ओके। रात को मिल पाओगी? चिल करते हैं आराम से।” उसे पीता देख मेरा जी जल रहा था।

“हाँ क्यों नहीं। चाहो तो बाहर रह भी सकते हैं, मुझे कुछ प्रॉब्लम नहीं इसमें।”

“हाँ बिल्कुल। करता हूँ ऐसी प्लानिंग।”

मैं उठकर वाशरूम की ओर चला गया। वापस आकर मैंने कहा- “सॉरी यार, मुझे अर्जेंट जाना होगा। कॉल था।”

उसने थोड़े आश्चर्य से मुझे देखा, उसकी बीयर थोड़ी बची हुई थी। मैंने रिसेप्शन पर जाकर बिल पे किया और बग़ैर पीछे देखे बाहर निकल गया।

शाम को उसका मैसेज आया कि क्या प्लांनिंग है। ना चाहते हुए भी मैंने रिप्लाई कर ही दिया-‘तुम्हें लड़कियों की तरह लड़के पसंद नहीं, तो मुझे लड़को की तरह लड़की कैसे पसंद आ सकती है?’

रिप्लाई आया- ‘गो टू हेल’

मेरा तजूर्बा थोड़ा और पका। दुनिया कितनी ही बदल गई हो, मर्द लड़की चाहता है और लड़की मर्द।