रामू और शामू की होशियारी-गृहलक्ष्मी की लघु कथा: Bravery Story in Hindi
Ramu aur Shyam ki Hoshiyari

Bravery Story in Hindi: रामू और शामू दोनों अच्छे दोस्त थे । दोनों सातवीं कक्षा में पढ़ते थे । दोनों का घर पास में था । एक दिन रामू की मम्मी ने रामू से कहा, बेटा बाजार से सब्जी ले आओ । रामू बाजार से सब्जी लेकर आया । जब उसकी मम्मी ने सब्जी देखी , तो रामू से कहा कितनी बेकार सब्जी लाये हो । रामू ने कहा मैंने तो अच्छी सब्जी छांठ कर दी थी । सब्जी वाले ने तौल कर थैले में डाली थी । फिर थैला मुझे दे दिया था । उसने सब्जी कब बदल दी ?

रामू की मम्मी ने कहा उसने पहले से एक थैली में खराब सब्जी रखी होगी । उसने थैला बदल दिया । तभी शामू खेलने के लिए आ गया । रामू को उदास देखकर उसने पूछा क्या हुआ ? रामू ने बताया एक सब्जी वाले ने मुझे ठग लिया । शामू ने कहा हम लोग योजना बनाकर उसे पकड़ सकते हैं ।
रामू और शामू दोनों सब्जी मंडी गए । रामू ने वेश बदल लिया था । वहां जाकर उन्होंने सब्जी खरीदी । जब सब्जी वाला थैली बदल रहा था । उन्होंने उसे पकड़ लिया । मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया ।
रामू शामू ने सब्जी वाले से पूछा तुम लोगों को क्यों ठगते हो । सब्जी वाले ने कहा ज्यादा लाभ कमाने के लिए । रामू श्यामू ने कहा तुम सुधर जाओगे । या हम तुम्हारा वीडियो वायरल कर दें । सब्जी वाले ने माफी मांगी और वादा किया अब ऐसा नहीं करेगा ।