Short Story in Hindi: गर्मी की छुट्टियां चल रही थी और मैं बाहर सहेलियों के साथ खेल
रही थी। पड़ोस के घर के पीछे एक आम का पेड़ था जिसमें ढेर सारे
आम लगे हुए थे। हम सहेलियों ने सोचा कि क्यों ना आम तोड़ के
खाए जाए। ऐसे चोरी करके आम खाने में मजा आएगा।
यही सोचते हुए एक योजना तैयार की। मैं सबसे छोटी थी और मुझे
पेड़ पर चढ़ाया गया। मैं जैसे ही पेड़ पर चढ़ी और आम तोड़ने लगी,
तभी मेरी मम्मी ने देख लिया।
मम्मी देखते ही चिल्लाने लगी, ‘ये क्या कर रहे हो तुम लोग? अभी
आती हूँ मैं।’ हम सब डर गए। मुझे भी सभी ने झट से उतारा और
भागते हुए आम की टोकरी गिर गई। सारे आम जमीन पर गिर गए।
मम्मी जैसे ही पास आई और मैंने मासूमियत से पास में पड़ी डंडी
उठाकर उनको दे दी और आंख बंद करके खड़ी हो गई मार खाने के
लिए।
मेरी मासूम सी शक्ल देखकर मम्मी की हंसी छूट गई और उन्होंने
मुझे गले लगा लिया। वह बोली, ‘अरी मेरी भोली सलोनी, आम खाने
थे, तो मांग लेती ना, चल अब डर मत।’
मम्मी ने ही घर ले जाकर हम सभी को आम काटकर खिलाए। अपनी
वो शरारत और फिर मासूमियत मैं कभी भूल ही नहीं पाती हूं।
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