ADHD Disorder: क्या आपको अपना पसंदीदा काम करने में परेशानी हो रही है, क्या आपका किसी काम में नहीं लगता, मन या ध्यान लगाने में हो रही है दिक्कत… कहीं ये लक्षण ADHD के तो नहीं। ADHD एक बेहद सामान्य समस्या के रूप में अपने पैर पसार रही है। खासकर 20 से 28 वर्ष तक के युवा इस समस्या का सामना अधिक कर रहे हैं। ADHD के चलते युवाओं को कई फिजिकल और मेंटल प्रॉब्लम्स का भी सामना करना पड़ रहा है। आखिर ये ADHD क्या है और इससे कैसे निजात पाया ता सकता है। चलिए जानते हैं।
क्या है ADHD

ADHD यानी अटेंशन डिफीसिटएट हाइपरएक्टिव डिसऑर्डर जो कि एक न्यूरो डेवलेपमेंटल स्थिति है। जिसके चलते व्यक्ति किसी काम में फोकस नहीं कर पाता और उन्हें हर छोटी चीजों से दिक्कत हो सकती है। ADHD से पीड़ित व्यक्ति अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को लेकर परेशान रहते हैं जिसकी वजह से वह अपने काम पर फोकस नहीं कर पाते।
ADHD के कारण
– पारिवारिक तनाव
– काम का प्रेशर
– दूसरों से बेहतर करने की अपेक्षा
– शारीरिक और मानसिक हिंसा का शिकार
– निकोटिन या शराब का अधिक सेवन
– जन्म के दौरान ऑक्सीजन की कमी
– पोषक तत्वों की कमी
– मानसिक संरचना में कमी
– वंशानुगत कारण
– मानसिक विकार
– डिप्रेशन
– एंग्जाइटी
ADHD के लक्षण
– किसी भी काम में मन न लगना
– चीजों पर फोकस न कर पाना
– चिड़चिड़ापन
– पेशेंस की कमी
– अपने कार्य से संतुष्ट न होना
– ध्यान भटकना
– बातचीत पर ध्यान न देना
– दूसरों की बात न मानना
– टास्क को समय पर पूरा न करना
– चीजों को भूलने की प्रवृत्ति
– लो मोटिवेशन
युवा क्यों हो रहे हैं ADHD के शिकार
कॉम्पटेटिव वर्ल्ड में हर कोई एक-दूसरे से आगे निकलना चाहता है। चाहे वह ऑफिस हो या स्कूल युवा अपनी असफलता को आसानी से एक्सेप्ट नहीं कर पाते। जिसके कारण उनमें तनाव, चिंता और इंफ्रीयरटी कॉम्पलेक्स बढ़ता जा रहा है। ये समस्याएं युवाओं में ADHD को बढ़ावा दे सकती हैं।
कैसे मिल सकता है ADHD से निजात

लाइफस्टाइल में सुधार: हेल्दी लाइफस्टाइल से ADHD के लक्षणों को कम किया जा सकता है। हेल्दी लाइफस्टाइल मानसिक तनाव और चिंता को कम करने में मदद कर सकती है।
प्रियजनों का साथ: ये एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति मानसिक रूप से परेशान हो सकता है। इसलिए परिवार और दोस्तों का सहयोग समस्याओं को समझने और मैनेज करने में मदद कर सकता है।
काउंसलिंग: ADHD से जूझ रहे मरीज को काउंसलिंग द्वारा ठीक किया जा सकता है। काउंसलर व्यक्ति में भावनात्मक और सामाजिक स्किल को विकसित करने में मदद कर सकता है।
वास्तविकता में जिएं: ADHD से पीड़ित व्यक्ति हमेशा अपने सपनों की दुनिया में खोए रहते हैं, जिसकी वजह से वह वास्तविकता को आसानी से स्वीकार नहीं कर पाते। यदि व्यक्ति वर्तमान में हो रहे बदलावों को एक्सेप्ट कर लेता है तो ADHD के लक्षणों को कम किया जा सकता है।
ADHD मरीज रखें इन बातों का ध्यान
– हमेशा खुद को उत्साहित रखें
– हेल्दी डाइट अपनाएं
– खुद को रखें फिजिकली एक्टिव
– दूसरों की बातों पर दें ध्यान
– भरपूर नींद लें
– मानसिक तनाव को दूर करें
– एकाग्रता के लिए मेडिटेशन करें
– अपनी बात बोलना सीखें
– अपने आप को बिजी रखें
