इन 5 सिंपल लाइफस्‍टाइल बदलावों से कम होगा हिप फैट, ऐसे करें फॉलो: Reduce Hip Fat
Reduce Hip Fat Credit: Istock

Reduce Hip Fat: वजन कम करना किसी के लिए भी आसान नहीं होता। खासकर हिप फैट जो अनियमित लाइफस्‍टाइल, अनहेल्‍दी डाइट, हार्मोनल डिसबैलेंस और सिटिंग वर्क की वजह से बढ़ने लगता है। एक्‍सरसाइज और स्ट्रिक्‍ट डाइट से आप अपना ओवरऑल वजन तो कम कर सकते हैं लेकिन हिप के आसपास जमा फैट आपकी बॉडी शेप को खराब कर सकता है। हिप फैट को कम करने के लिए टार्गेटेड एक्‍सरसाइज और डाइट के अलावा अपनी लाइफस्‍टाइल में बदलाव करना बेहद जरूरी है। हालांकि स्‍पॉट रिडक्‍शन संभव नहीं होता लेकिन कुछ नियमों का पालन करने से बॉडी को सुडौल बनाने में मदद जरूर मिल सकती है। तो चलिए जानते हैं लाइफस्‍टाइल में कौन से बदलाव करके हिप फैट को कम किया जा सकता है।

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सोडियम का कम सेवन

Reduce Hip Fat
low sodium intake

कई लोग खाने में अधिक सोडियम या नमक का इस्‍तेमान करना पसंद करते हैं। एक्‍स्‍ट्रा सोडियम का सेवन करने से वॉटर रिटेंशन की समस्‍या में इजाफा हो सकता है। इससे शरीर में सूजन हो सकती है और कूल्‍हे व जांघों का आकार बदल सकता है। इसलिए कम नमक खाने की सलाह दी जाती है ताकि शरीर में फैट का जमाव कम हो।

लो कार्ब डाइट

वजन कम करने के लिए लो कार्ब डाइट फॉलो करने की सलाह दी जाती है। आपको बता दें कि कार्ब्‍स ग्‍लाइकोजन में परिवर्तित होकर लीवर और मांसपेशियों में जमा हो जाते हैं। आप जितना अधिक कार्ब्‍स खाएंगे आपके शरीर में उतना ही अधिक पानी जमा होगा। इसलिए कार्ब्‍स का सेवन नियंत्रित मात्रा में ही किया जाना चाहिए।

करें स्‍ट्रेंथ ट्रेनिंग

फैट को जल्‍दी कम करना आसान नहीं है लेकिन किसी विशेष मांसपेशी को मजबूत और सुडौल बनाने के लिए उसे ट्रेन करना जरूरी होता है। हिप की मांसपेशियों को टोन करने के लिए कर्टसी लंजेज, गॉब्‍लेट स्‍क्‍वाट और सूमो स्‍क्‍वैट्स का नियमित अभ्‍यास किया जा सकता है। इसके अलावा डेडलिफ्ट, रिवर्स लेग कर्ल और ब्रिज करके अपने हैमस्ट्रिंग को मजबूत किया जा सकता है।

बॉडी को रखें एक्टिव

body active
keep your body active

दिन में केवल एक बार एक्‍सरसाइज करने से हिप्‍स को टोन नहीं किया जा सकता। इसलिए अपनी बॉडी को दिनभर एक्टिव रखें। जो लोग सिटिंग वर्क करते हैं उन्‍हें हर एक घंटे के अंतराल में 5-7 मिनट की वॉक करनी चाहिए। इससे मांसपेशियों को एक्टिव रखने में मदद मिलती है। इसके अलावा दोपहर और रात के खाने के बाद लगभग 15 मिनट तक वॉक करें। इससे डाइजेशन में सुधार होता है जो वजन कम करने में भी मदद मिल सकती है। 

डाइट में करें बदलाव

वजन कम करने में डाइट अहम भूमिका निभाती है। इसके लिए प्रोसेस्‍ड और कार्बोहाइड्रेट युक्‍त भोजन की बजाय प्रोटीन और फाइबर रिच डाइट लें। प्रोटीन का सेवन करने से आपका पेट अधिक समय तक भरा हुआ महसूस होता है, जिसकी वजह से बार-बार क्रेविंग नहीं होती। साथ ही प्रोटीन मांसपेशियों को रिपेयर करने में भी मदद कर सकता है। इसके अलावा हर मील में फाइबर इंटेक बढ़ाएं ताकि डाइजेस्टिव सिस्‍टम को दुरुस्‍त कर वजन कम करने में मदद मिल सके। डाइट में फ्रूट, ग्रीन वेजिटेबल और साबुत अनाज को शामिल करें।