हममें से बहुत से लोग अपने वजन बढ़ने की चिंता करते हैं और उसके लिए कुछ पॉज़िटिव कदम भी उठाते हैं, यह बहुत ही साधारण है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपने वजन बढ्ने के प्रति इतनी हद से ज्यादा चिंता करते हैं कि यह चिंता धीरे-धीरे मानसिक विकार का रूप लेने लगती है। यह समस्या एनोरेक्सिया नर्वोसा कहलाती है।

इस समस्या को ईटिंग डिसओर्डर में शामिल किया जाता है। इसमें व्यक्ति को हमेशा अपना वजन बढ़ने को लेकर चिंता लगी रहती है। उसे हमेशा यही डर लगता है कि थोड़ा सा भी खाने पर उसका वजन बढ़ जाएगा, इस कारण वह खाने से दूरी बनाने लगता है। लिहाजा उसका खानपान अनियमित हो जाता है, बहुत ही कम पोषक तत्व शरीर के अंदर पहुँचने से शरीर अंदर ही अंदर कमजोर हो जाता है। ऐसे लोग अपने वजन और आकार को लेकर बेहद गंभीर हो जाते हैं और ऐसे ऐसे काम करते हैं जिनसे उनका जीवन बहुत ज्यादा प्रभावित हो जाता है।  

पहचान सकते हैं इन लक्षणों से –

  • न के बराबर खाना या बिलकुल न खाना
  • जबर्दस्ती उल्टी करना
  • बहुत अधिक व्यायाम करना
  • रोजाना एक ही तरह का या एक रंग विशेष का खाना खाना
  • वजन कम होने पर भी वजन बढ़ने की हमेशा चिंता करना
  • बार- बार वजन चेक करते रहना
  • डिप्रेशन, चिंता या तनाव रहना

इन घरेलू उपायों से बच सकते हैं इस समस्या से

यदि इस समस्या का सही समय पर इलाज न हो तो इसके काफी गंभीर परिणाम हो सकते हैं जैसे- हार्ट डिसीज, किडनी की समस्या, शरीर में हार्मोन और इलेक्ट्रोलाइट का असंतुलन, सीवियर एनिमिया आदि। लेकिन कुछ घरेलू उपचार हैं जिनसे इस समस्या से निपटा जा सकता है

गुनगुना पानी :

गुनगुना पानी पीने से बहुत से लाभ होते हैं यह कब्ज, वजन बढ़ने जैसी समस्या को तो दूर करता ही है, साथ ही यह एनोरेक्सिया नर्वोसा जैसे इटिंग डिसओर्डर से लड़ने में भी मदद करता है। जिन लोगों को खाना खाने में रुचि नहीं होती, उनके लिए गरम पानी किसी वरदान से कम नहीं। गुनगुना पानी खाना खाने की इच्छा को जागृत करता है।  

अदरक :

अदरक इस स्थिति से निपटने के लिए बेहतरीन औषधि है। आधा चम्मच कटे हुए अदरक को खाना खाने से आधा घंटा पहले नीबू और काले नमक के साथ लेने से मुंह में उपस्थित टेस्ट बड्स को स्वाद बढ़ाने में मदद मिलती है। जो भूख पैदा करता है और खाना न खाने की इच्छा को दूर करता है।  

लहसुन :

लहसुन की 3-4 फलियों को रोजाना सुबह खाली पेट खाने से यह भूख को जाग्रत करता है। इसे खाने के बाद शरीर में कुछ खास तरह के एंजाइम्स पैदा होते हैं जो भूख को पैदा करते हैं और पाचन क्रिया को सही करते हैं।

मिंट :

यह भूख पैदा करने की कुदरती दवा है। इसकी खास सुगंध और स्वाद भूख की इच्छा को जागती है। इसे लेने से डिप्रेशन और तनाव भी दूर होता है। इसकी पत्तियों को चाय में डालकर या इसकी पत्तियों से निकले जूस को सुबह के समय लेने से लाभ पहुंचता है।

ये भी पढ़ें –

वेट लॉस के लिए ट्राई करें ये 7 होम रेमेडीज़

जरूर ट्राई करें ये 10 फैट बर्न करने वाले फूड

दही करता है वजन कम करने में मदद, जानें फायदे

आप हमें फेसबुकट्विटरगूगल प्लस और यू ट्यूब चैनल पर भी फॉलो कर सकती हैं।