Unhealthy Symptoms: महिलाओं के लिए बहुत जरूरी है कि वो अपनी सेहत और अपने शरीर का बहुत अच्छी तरह ख्याल रखें। मणिपाल अस्पताल, नई दिल्ली की इंटरनल मेडिसिन डॉ चारू गोयल सचदेव का मानना है कि महिलाएं चाहे जितनी भी व्यस्त हों, उन्हें अगर ऐसे लक्षण महसूस हों तो इग्नोर नहीं करना चाहिए। सेल्फ-मेडिकेशन न करके यथाशीघ्र डॉक्टर को कंसल्ट करना चाहिए। तुरंत जांच करानी चाहिए कि कोई सीरियस इश्यू तो नहीं है।
ब्रेस्ट कैंसर-
महिलाओं को रेगुलर बेसिस पर अपनी ब्रेस्ट चैक करनी चाहिए। यह देखने के लिए कि उनमें कोई गांठ न हो, उनकी शेप और साइज ठीक हो किसी तरह का डिस्चार्ज तो नहीं हो रहा है, किसी तरह के रैशेज तो नहीं हैं जो बहुत टाइम से हो और ठीक न हो पा रहे हो। ये सब ब्रेस्ट कैंसर की ओर इशारा करते हैं। इनको बिलकुल इग्नोर नहीं करना चाहिए और यथासंभव जांच करा लेनी चाहिए।

अनियमित माहवारी-
अगर महिलाओं को अनियमित माहवारी बहुत ज्यादा ब्लीडिंग की समस्या हो या पीरियड साइकल के बीच कभी भी ब्लीडिंग हो या मेनोपॉज के बाद हो तो महिलाओं को इग्नोर नहीं करना चाहिए और डॉक्टर से चैकअप जरूर कराना चाहिए क्योंकि यह कोई भी गंभीर समस्या हो सकती है। यह सर्वाइकल कैंसर, ओवेरियन कैंसर, यूटरस कैंसर जैसे कैंसर का भी रूप ले सकते हैं।
इसके अलावा अगर महिलाओं को हैवी और दर्दनाक पीरियड की शिकायत रहती हो, तो यह भी यूटेराइन फाइब्रॉयड और एंडोमेट्रियोसिस जैसी स्त्री रोग संबंधी समस्याओं के कारण हो सकता है। महिलाओं को पीरियड्स में होने वाली किसी भी तरह की परेशानी को इग्नोर न करके डॉक्टर को जरूर कंसल्ट करना चाहिए।

वजन का बहुत ज्यादा बढ़ना या घटना-
हैल्दी लाइफ स्टाइल, हैल्दी डाइट और रेगुलर एक्सरसाइज करने के बावजूद महिलाओं का लगातार वजन बढ़ना चिंता का विषय है। ये लक्षण थायरॉयड ग्लैंड संबंधी समस्याओं और हार्ट फेलियर का कारण बनते हैं। इसी तरह कुछ महिलाओं का बेवजह बहुत ज्यादा वजन कम होना भी अलार्मिंग है। ऐसा होना किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का कारण हो सकता है। महिलाओं को इन्हें इग्नोर नहीं करना चाहिए। ये लक्षण कैंसर और हाइपर थायरॉयड जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।

ब्रीदिंग समस्या-
अगर किसी महिला को सांस लेने में दिक्कत आती है या थोड़ा-सा चलने पर सांस फूलने लगती है तो इन लक्षणों को भी इग्नोर नहीं करना चाहिए। सांस लेने में दिक्कत डिस्पीनिया, कैंसर, ट्यूमर, स्ट्रेस, हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। मेडिकल रिसर्च के हिसाब से पुरुषों के महिलाओं को हार्ट अटैक होने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं। इसे ध्यान में रखकर अगर महिलाओं को सांस लेने में दिक्कत आ रही हो तो उन्हें हार्ट अटैक की समस्या हो सकती है।

हाथ-पैर सुन्न होना या कमजोरी महसूस होना-
ये लक्षण बल्जिंग डिस्क या ब्रेन स्ट्रोक की ओर इशारा करते हैं। इनके साथ ही स्ट्रोक में कंफ्यूजन, सोने, चलने-फिरने में दिक्कत भी हो रही हो। महिलाओं को इन लक्षणों की तरफ ध्यान देना चाहिए औैर तुरंत डॉक्टर को कंसल्ट करना चाहिए।

स्किन में बदलाव आना-
महिलाओं को अपनी बॉडी का रेगुलर सेल्फ एग्जामिनेशन जरूर करना चाहिए जैसे- ब्रेस्ट एग्जामिन के साथ-साथ अपनी स्किन को भी एग्जामिन करते रहना चाहिए। अगर स्किन में कोई बदलाव नजर आए जैसे- नए-नए स्पॉट्स, रैशेज, तिल की शेप-साइज-कलर में बदलाव आना या उनमें से खून निकलना। यह जानलेवा मेलानोमा स्किन कैंसर के वार्निंग साइन हैं। अर्ली स्टेज पर ही अगर इन लक्षणों को पहचान लिया जाए, तो समुचित उपचार से इन्हें ठीक किया जा सकता है।
अगर आंखों के नीचे का हिस्सा काला होना शुरू हो रहा है या गर्दन के पीछे का हिस्सा या आर्मपीट के नीचे का हिस्सा काला हो रहा हो। ये पिगमेंट संकेत देते हैं कि आपका शरीर इंसुलिन रजिस्टेंट हो रहा है और आप शूगर के मरीज बन रहे हैं। यानी शरीर में बनने वाली इंसुलिन के बनने और स्राव होने का चक्र खराब हो गया है। ऐसे पिगमेंट हो तो बिना देर किए डॉक्टर को कंसल्ट करना चाहिए।

पैर में दर्द और सूजन होना-
अगर आपके पैर की पिंडलियों में दर्द रहता है और सूजन महसूस होती है तो उस पर ध्यान दें और चेकअप जरूर करा लें। हमारी वेन्स में ब्लड क्लॉट्स की वजह से हो सकता है जिसे डीप वेन थ्रोम्बोसिस कहा जाता है। यह बहुत गंभीर स्थिति है क्योंकि अगर ठीक समय पर समुचित उपचार न किया जाए तो ये क्लॉट्स टूट कर लंग्स तक पहुंच सकते हैं और वहां की आर्टरीज को ब्लॉक कर ऑक्सीजन सप्लाई को रोक सकते हैं। जिससे महिला की असमय मौत भी हो सकती है।

पेट फूलना और गैस बनना-
अमूमन कई महिलाओं को पीरियड्स शुरू होने से पहले या ज्यादा खाने-पीने से ब्लॉटिंग की समस्या से जूझना पड़ता है। लेकिन जब बिना किसी खास कारण असहनीय ब्लॉटिंग की समस्या हो जिसमें महिलाओं को खाने-पीने में दिक्कत हो रही हो और पेट में भारीपन महसूस हो रहा हो तो इस स्थिति को बिलकुल इग्नोर नहीं करना चाहिए। ऐसा ओवेरियन कैंसर और इरिटेबल बॉउल सिंड्रोम की वजह से भी हो सकता है।

तेज सिरदर्द होना-
वैसे तो सिरदर्द होना आम बात है, लेकिन अगर अचानक से तेज असहनीय सिरदर्द की समस्या बार-बार हो तो ऐसी स्थिति मे महिलाओं को सतर्क हो जाना चाहिए क्योंकि ध्यान न देने पर यह माइग्रेन, ब्रेन ट्यूमर, ब्रेन हैमरेज जैसी गंभीर समस्याओं की शुरूआत भी हो सकती है।

थकान–

महिलाओं में अपना एनर्जी लेवल होता है। आमतौर पर महिलाओं को थकान होती है। लेकिन कई महिलाओं को थकान इतनी ज्यादा होती है कि वो रोजमर्रा के काम नहीं कर पा रही हैं और बहुत दिनों से यही स्थिति हो तो महिलाओं को चैक करा लेना चाहिए क्योंकि यह स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो सकती है। बहुत ज्यादा और लगातार थकान होना इन बीमारियों की ओर इशारा है। ये लक्षण होने पर एनिमिया, क्रोनिक थकान सिंड्रोम, किसी तरह का कैंसर, हार्मोनल असंतुलन, थायरॉयड हो सकता है।