Overview: उठने-बैठने में हिप्स में होता है दर्द, न करें इसे नजरअंदाज, जानें क्या है वजह
हिप्स में दर्द, खासकर बैठते समय, कई कारणों से हो सकता है जैसे गलत मुद्रा, गठिया, बर्साइटिस, टेंडिनाइटिस या हिप जोड़ की क्षति।
Cause of Hip Pain: कई लोगों को उठने-बैठने, चलने और लेटने में हिप्स और उसके आसपास के क्षेत्र में तेज दर्द होता है। खासकर महिलाओं को बैठते समय एक या दोनों हिप्स में अधिक दर्द रहता है। इसके अलावा हिप ज्वॉइंट में चटकने की आवाज या जकड़न भी महसूस हो सकती है। यह दर्द डेस्क पर काम करते समय, खाने की मेज पर, गाड़ी चलाते समय, सोफे पर टीवी देखते समय, लंबी यात्रा या फिल्म देखने के दौरान कभी भी हो सकता है। आखिर ये दर्द क्यों होता है इससे कैसे छुटकारा मिल सकता है चलिए जानते हैं इसके बारे में।
हिप्स में दर्द के कारण

बैठने की गलत मुद्रा: गलत या झुकी हुई मुद्रा में बैठना हिप्स में दर्द का आम कारण है। बिना उचित पीठ और हिप सपोर्ट के बैठने से हिप्स पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे दर्द होता है।
पैर क्रॉस करना: पैर क्रॉस करके बैठने या एक तरफ झुकने से एक या दोनों हिप्स पर दबाव बढ़ता है। रात में एक तरफ ज्यादा देर तक सोने से भी हिप्स पर दबाव पड़ सकता है।
असमान सतह पर बैठना: बहुत नरम सीट, कार सीट, या सोफे पर बैठने से शरीर एक तरफ झुक सकता है, जिससे एक हिप पर ज्यादा वजन पड़ता है। बिस्तर पर लैपटॉप देखते समय, तकिए पर या रेत पर बैठने से भी यह समस्या हो सकती है।
गठिया या आर्थराइटिस: गठिया हिप ज्वॉइंट्स में दर्द का एक प्रमुख कारण है। यह जोड़ की सुरक्षात्मक कार्टिलेज को नुकसान पहुंचाता है, जिससे बैठते समय दर्द होता है।
सोरियाटिक आर्थराइटिस: लंबे समय तक बैठने पर सूजन और दर्द।
बर्साइटिस: हिप जोड़ में बर्साइ (तरल पदार्थ से भरी थैली) की सूजन से जोड़ जकड़न और दर्द का कारण बन सकता है। यह बाहरी और पीछे के हिप्स में दर्द पैदा करता है।
टेंडिनाइटिस: लंबे समय तक गलत मुद्रा में बैठने से हिप्स की टेंडन में खिंचाव और सूजन हो सकती है, जिससे बैठते, चलते या लेटते समय दर्द होता है।
नस दबना: निचली पीठ में नस दबने से हिप्स और नितंबों में तेज दर्द हो सकता है।
हिप जोड़ का ढीलापन या क्षति: फेमोरोएसेटाबुलर इम्पिंजमेंट (FAI) तब होता है जब पैर की हड्डी और हिप जोड़ ठीक से फिट नहीं होते। इससे बैठते समय तेज या हल्का दर्द हो सकता है।
ल्यूपस: यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जो जोड़ों पर हमला करती है, जिससे हिप्स में सूजन और दर्द होता है।
हिप्स में दर्द के लक्षण
– शरीर के निचले हिस्से में दर्द।
– चलते और बैठते समय दर्द।
– कई बार चक्कर आना।
– पैर और हिप्स के मूवमेंट में दर्द।
– हिप्स के आसपास सूजन।
– हिप्स ज्वॉइंट्स में दर्द और सूजन।
महिलाओं के हिप्स में क्यों होता है अधिक दर्द
महिलाओं में हिप्स पेन पुरुषों की तुलना में अधिक देखा जाता है। 30-60 वर्ष की आयु वर्ग की महिलाओं में अधिक वजन, डायबिटीज, गर्भपात, गर्भावस्था, या प्रसव के बाद कैल्शियम की कमी के कारण यह समस्या हो सकती है। अत्यधिक शारीरिक गतिविधि, लंबे समय तक बैठना, या गलत बैठने की आदत भी इसके कारण हैं।
हिप्स के दर्द को कम करेंगे ये घरेलू उपाय

- -ढीले कपड़े पहनें, टाइट जींस या बेल्ट से दर्द बढ़ सकता है।
-ऊंची एड़ी या असुविधाजनक जूते न पहनें।
– डेस्क पर स्ट्रेचिंग करें।
– एक्सरसाइज बॉल पर बैठकर हिप्स और पेल्विस की स्ट्रेचिंग करें।
– सीट की ऊंचाई और सपोर्ट को एडजस्ट करें।
– पीठ के लिए सपोर्ट वाली कुर्सी का उपयोग करें।
– दर्द वाले स्थान पर गर्म या ठंडी सिकाई करें।
– दर्द निवारक मलहम या तेल से मालिश करें।
– हिप्स के लिए घरेलू व्यायाम करें।
उठते वक्त बरतें सावधानियां
– ऑफिस चेयर, कार सीट, और अन्य बैठने की जगहों को बैठने की पोजिशन के अनुसार अनुकूल बनाएं।
– पीठ या सीट के लिए फर्म कुशन का उपयोग करें।
– बैठते समय पैर फर्श पर सपाट रखें।
– फुटस्टूल का उपयोग करें।
– बहुत नरम सतह (जैसे बिस्तर) पर ज्यादा देर न बैठें।
– बहुत सख्त सतह (जैसे लकड़ी की कुर्सी) से बचें।
