Symptoms Of Diabetes Kidney- डायबिटीज एक ऐसी समस्या है जो अपने साथ कई तरह की परेशानियां लेकर आती है। डायबिटीज के रोगियों में डायबिटिक नेफ्रोपैथी विकसित होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है जिसे सामान्यतौर पर डायबिटीज किडनी के रूप में जाना जाता है। ये समस्या आमतौर पर हाई ब्लड शुगर और डायबिटिक मेडिसन के साइड इफेक्ट के परिणामस्वरूप हो सकती है। किडनी आपके शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को निकालने का काम करती है। डायबिटीज नेफ्रोपैथी किडनी के कार्य करने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है। यदि इसका सही ढंग से उपचार न किया जाए तो किडनी फेलियर का कारण बन सकती है। इसलिए डायबिटीज के रोगियों को इन लक्षणों को भूलकर भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।
ड्राय स्किन की समस्या

डायबिटीज में स्किन ड्रायनेस की समस्या होना आम बात है। लेकिन जब ये समस्या खुजलीदार स्किन और दानों के रूप में दिखाई देने लगे तो ये किडनी संबंधित किसी समस्या के लक्षण हो सकते हैं। कई बार डायबिटिक किडनी की समस्या होने पर स्किन में लालिमा, खुजली और धब्बे नजर आ सकते हैं।
भूख में बदलाव
डायबिटिक किडनी की समस्या होने पर रोगी की भूख व खुराक में अचानक बदलाव हो सकता है। कई डायबिटिक रोगियों की भूख कम हो जाती है। भूख कम लगने से चक्कर, उल्टी, वजन कम होना और कमजोरी महसूस हो सकती है। किडनी के सही ढंग से काम न करने की वजह से ब्लड में विषैले पदार्थ मिलने लगते हैं जिसके परिणामस्वरूप भूख में बदलाव हो सकता है।
हाथ-पैर में सूजन
शरीर से एक्ट्रा लिक्विड को बाहर निकालने में जब किडनी सफल नहीं हो पाती तो शरीर के कई अंगों में सूजन हो जाती है। ये समस्या आमतौर पर हाथों, पैरों और एंकल पर नजर आ सकती है। सूजन बढ़ने से वजन भी बढ़ सकता है।
अत्यधिक कमजोरी
डायबिटीज किडनी के रोगियों को अत्यधिक कमजोरी और थकान होने लगती है। ऐसी स्थिति सामान्यतौर पर एनीमिया के कारण हो सकती है। कमजोरी के कारण चक्कर, सिरदर्द और बदन दर्द की शिकायत हो सकती है।
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यूरिन में प्रोटीन
एल्बुमिन एक प्रकार का प्रोटीन होता है जो आमतौर पर डायबिटीज किडनी के दौरान यूरिन में मौजूद होता है। यूरिन में यदि किसी भी प्रकार का प्रोटीन पाया जाता है तो ये डायबिटीज किडनी का संकेत हो सकता है जिसे नजरअंदाज करना समस्यादायक हो सकता है।
वेट लॉस
माना जाता है कि डायबिटीज होने पर मरीज का वेट यानी वजन तेजी से कम होने लगता है। खासकर डायबिटीज किडनी की समस्या होने पर ये लक्षण अधिक नजर आ सकता है। यदि डायबिटीज के कारण वेट कम होने लगे तो इसे नजरअंदाज करना कष्टकारी हो सकता है। वेट लॉस का एक कारण भूख में कमी भी हो सकती है। लगातार वजन कम होना या कमजोरी महसूस होना डायबिटीज किडनी का संकेत हो सकता है।
डायबिटीज किडनी होने पर बरतें ये सावधानियां

डायबिटीज किडनी की समस्या होने पर कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
– सुनिश्चित करें कि आपका ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहे।
-यदि आप अधिक स्मोकिंग करते हैं तो तुरंत बंद कर दें।
-वेट को मेंटेन करने का प्रयास करें।
-कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित करें।
-डायबिटीज किडनी का ट्रीटमेंट शुरूआत स्तर पर ही लेना शुरू कर दें।
-समय-समय पर किडनी की जांच करवाएं।