प्रेग्नेंट वुमन को डाइट में ज़रूर शामिल करना चाहिये शकरकंद, मिलते हैं ये फ़ायदेOverview:
बच्चे के गर्भ में आने से लेकर जन्म लेने तक महिला को अपनी डाइट का ख़ास ध्यान रखना होता है जिससे बच्चे की सही ग्रोथ हो सके। ऐसे में आहार में उन फूड्स को शामिल करने की सलाह दी जाती है, जिससे शरीर को फ़ाइबर, बीटा कैरोटीन आयरन, फोलेट, विटामिन और दूसरे सभी आवश्यक न्यूट्रिएंट्स हों। इन्हीं फूड्स में से एक है शकरकंद या स्वीट पोटैटो।
Sweet Potato in Pregnancy: माँ बनना किसी भी महिला के जीवन का सबसे खूबसूरत अहसास होता है। लेकिन, बच्चे के गर्भ में आने से लेकर जन्म लेने तक महिला को अपनी डाइट का ख़ास ध्यान रखना होता है जिससे बच्चे की सही ग्रोथ हो सके। ऐसे में आहार में उन फूड्स को शामिल करने की सलाह दी जाती है, जिससे शरीर को फ़ाइबर, बीटा कैरोटीन आयरन, फोलेट, विटामिन और दूसरे सभी आवश्यक न्यूट्रिएंट्स हों। इन्हीं फूड्स में से एक है शकरकंद या स्वीट पोटैटो। यह प्रेगनेंसी में माँ और बच्चे दोनों की सेहत के लिए बहुत फ़ायदेमंद है। जानते हैं शकंरकंद से गर्भवती महिलाओं को मिलने वाले फ़ायदे-
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बच्चे की अच्छी ग्रोथ

शकरकंद में विटामिन ए और बीटा कैरोटीन की प्रचुर मात्रा होती है। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे के हृदय, फेफड़े, गुर्दे, स्किन, आंखों और इम्यून सिस्टम को सही बनाए रखने में मदद मिलती है। इससे बच्चे की हेल्थ के अलावा मां का स्वास्थ्य भी उचित बना रहता है।
पाचन में फ़ायदेमंद
शकरकंद में फ़ाइबर की प्रचुर मात्रा होती है। आहार में फाइबर की भरपूर मात्रा लेने से प्रेगनेंसी के दौरान पाचनतंत्र सही रहता है। गर्भवती महिलाओं में अक्सर कब्ज, एसिडिटी और ब्लोटिंग की समस्या होती है। शकरकंद के नियमित सेवन से इन समस्याओं में राहत मिल जाती है। इससे गुड बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ने लगती है, जिससे गट हेल्थ को फायदा मिलता है और इनडाइजेशन से बचा जा सकता है।

ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है
शकरकंद में पोटेशियम होता है। इससे शरीर में इलेक्ट्रोलाइट का बैलेंस बना रहता है, जिससे ब्लड प्रैशर बढ़ने का ख़तरा नहीं रहता है। इससे मसल क्रैंप्स से भी राहत मिलती है और मसल्स फंक्शनिंग बेहतर बनने लगती है।
शुगर कंट्रोल

शकरकंद का सेवन करने से ब्लड शुगर के स्तर में तेजी से स्पाइक्स पैदा किए बिना ऊर्जा का एक स्थिर स्रोत मिलने लगता हैं। इससे शरीर को निरंतर ऊर्जा मिलती हैं। इससे ब्लड शुगर लेवल को संतुलित रखने में मदद मिलती है। लो ग्लाइसेमिक इंडैक्स होने की वजह से इसके सेवन से गैस्टेशनल डायबिटीज़ का खतरा कम हो जाता है।
बच्चे के मस्तिष्क का बेहतर विकास
शकरकंद में विटामिन बी 9 और फोलेट की मात्रा ज्यादा रहती है। इससे फीटल ब्रेन और नर्वस सिस्टम के विकास में मदद मिलती है। साथ ही स्पाइनल कॉर्ड का भी सही विकास होता है। इसके नियमित सेवन से न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट से राहत मिल जाती है।
हीमोग्लोबिन सही रहता है
प्रेग्नेंट महिलाओं को सामान्य महिलाओं की तुलना में आयरन की ज्यादा मात्रा की आवश्यकता होती है। शकरकंद में आयरन प्रचुर मात्रा में होता है इसलिए अगर महिला गर्भावस्था में शकरकंद का सेवन करती है तो इससे उसके शरीर में आयरन की कमी नहीं होती है।
मॉर्निंग सिकनेस से राहत

प्रेगनेंसी के दौरान अक्सर मॉर्निंग सिकनेस की समस्या होती है। इससे बचने के लिए आप शकरकंद को अपनी डाइट में शामिल करें। विटामिन बी6 से भरपूर होता है, जो शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है।
तो, आप भी अगर माँ बनने वाली हैं या माँ बनने का प्लान कर रही हैं तो शकरकंद को अपनी डेली डाइट का हिस्सा ज़रूर बनायें।
