Summary: हँसी का संजीवनी असर
गर्भावस्था में लाफ्टर थेरेपी तनाव कम करती है, मानसिक सुकून देती है और शरीर को ऊर्जा से भर देती है।
Laughter Therapy in Pregnancy: हंसी शरीर के लिए सिर्फ एक जरूरी क्रिया नहीं है, बल्कि यह एक दवा है जो आपको ना जाने कितने तनाव से दूर करने का काम करती है। गर्भावस्था जिस समय एक महिला अपने साथ हो रहे शारीरिक और मानसिक बदलावों के कारण तनाव में आ जाती है, उस समय हंसना उसके लिए एक थेरेपी की तरह काम करता है। लाफ्टर थेरेपी एक वैकल्पिक इलाज के तरीके की तरह काम करता है, जहां व्यक्ति को जान बूझकर हंसने के लिए प्रेरित किया जाता है। मेडिकल साइंस यह मानता है कि गर्भवती महिला का मानसिक स्वास्थ्य गर्भ में पल रहे शिशु के विकास को प्रभावित करता है। कई गायनेकोलॉजिस्ट लाफ्टर थेरेपी को गर्भवती महिला को मानसिक सुकून देने वाला वैकल्पिक इलाज मानते है। आइए इस लेख में जानते हैं, हंसना कैसे आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।
प्रेगनेंसी में लाफ्टर थेरेपी की जरूरत और लाभ

गर्भावस्था में लाफ्टर थेरेपी क्यों जरूरी है: गर्भावस्था के दौरान महिलाएं डर, चिंता, तनाव, मूड स्विंग्स जैसी स्थितियों से गुजरती है इन सभी स्थितियों से निपटने में लाफ्टर थेरेपी उनकी मदद करती है। शरीर और मन को शांत करने, खुद के अंदर सकारात्मक विचारों को बढ़ाने का यह एक नेचुरल तरीका है।
गर्भावस्था में लाफ्टर थेरेपी के फायदे
तनाव और एंजायटी में कमी: हंसने से शरीर के अंदर एंडोर्फिन नामक हार्मोन रिलीज होता है जो कि तनाव को कम करने और मन को हल्का करने में मदद करता है।
मूड स्विंग्स पर कंट्रोल: गर्भवती महिला के नियमित हंसने और खुश रहने से उसका मूड स्विंग कंट्रोल में रहता है, जिससे वह अच्छा और स्थिर महसूस करती है।
डिप्रेशन से राहत: अगर गर्भवती महिला नियमित रूप से लाफ्टर थेरेपी करती है तो उसे गर्भावस्था के दौरान होने वाले डिप्रेशन के लक्षणों में कमी नजर आता है।
नींद में सुधार: गर्भावस्था के दौरान नींद आने में परेशानी होना नींद में गड़बड़ी होना एक आम समस्या है, लेकिन लाफ्टर थेरेपी इस परेशानी को कम करता है। हंसने से शरीर रिलैक्स होता है, जिससे नींद आने में मदद मिलती है।
लाफ्टर थेरेपी के शारीरिक लाभ: हंसने से गर्भवती महिला का ब्लड प्रेशर स्थिर रहता है, लाफ्टर थेरेपी से फेफड़ों में ऑक्सीजन का बहाव अच्छा होता है। हंसने से गर्भवती महिलाएं खुश तथा रिलैक्स महसूस करती हैं।
लाफ्टर थेरेपी कैसे करें
गर्भवती महिलाएं लाफ्टर योग ग्रुप से जुड़ सकती हैं, जहां हंसने की योग प्रक्रिया कराई जाती है।
अगर आप किसी ग्रुप से नहीं जुड़ सकती तो आप कॉमेडी शोस, कार्टूंस मूवी या फनी वीडियो की मदद ले सकती हैं। अकेले में खुद को हंसाने का यह अच्छा तरीका है।
परिवार या दोस्तों के साथ समय बिताकर उनसे फनी बातें करके आप हंस सकते हैं।
आप ऑनलाइन एप्स का उपयोग कर लाफ्टर ग्रुप से जुड़ सकते हैं।
विशेष ध्यान: यूं तो लाफ्टर थेरेपी सुरक्षित और सामान्य है। इसे करके गर्भवती महिलाएं खुद को मानसिक और शारीरिक दोनों प्रकार से रिलैक्स कर सकती हैं, लेकिन अगर आपकी प्रेगनेंसी हाई रिस्क प्रेगनेंसी है तो लाफ्टर थेरेपी का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से राय जरुर लें।
