जब एक स्त्री मां बनती है तो शारीरिक बदलाव के साथ-साथ उसमें मानसिक व भावनात्मक रुप से भी कई बदलाव देखने को मिलते हैं। प्रेगनेंसी के समय आपका वजन कितना बढ़ा है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपका प्रेगनेंसी के पहले कितना वजन था। एक्सपर्ट की राय में शुरुआती तीन महीने में महिलाओं का वजन नहीं बढ़ना चाहिए, दूसरी तिमाही में थोड़ा और तीसरी तिमाही में उससे थोड़ा सा ज्यादा वजन का बढ़ना अच्छा माना जाता है।
गायनाकोलोजिस्ट से जरुर लें सलाह
प्रेगनेंसी के समय आपका वजन अधिक ना हो इसके लिये आप अपनी गायनाकोलोजिस्ट से सलाह जरुर लें और बैलेंस्ड डायट के साथ-साथ योग व व्यायाम से वजन को अधिक ना बढ़ने दे।श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट की सीनियर कंसलटेंट, गायनाकोलोजिस्ट, डॉ साधना सिंघल बताती है कि, “प्रेगनेंसी के महीने बढ़ते-बढ़ते महिलाओ का वजन भी बढ़ना शुरू हो जाता है। पर हर महिला का उसकी उम्र, शरीर के आकार व उसके कद के हिसाब से अलग वजन होता है। हर तिमाही में वजन का इज़ाफ़ा होना लाज़मी है परन्तु कितना वजन बढ़ना ठीक है और कितना नहीं इस बात पर नज़र रखना बेहद आवश्यक है। आमतौर पर पहले तिमाही पर लगभग 0.5किलो – 2.0किलो वजन में इज़ाफ़ा होता है, वही दूसरे तिमाही में 5.5किलो – 6.5किलो और तीसरे तिमाही में तक़रीबन 4.5किलो – 6.5किलो तक वजन बढ़ सकता है। कुछ कम या ज्यादा होना भी शिशु की सेहत के अनुसार स्वाभाविक है। यदि गर्भ में जुड़वाँ भ्रूण मौजूद है तो वजन अवश्य ज्यादा ही होगा।
बैलेंस डाइट ले
ध्यान देने वाली बात यह है कि बहुत सी महिलायें अपनी प्रेगनेंसी के समय बस खाने को महत्व देती है ताकि बच्चे का वजन कम ना हो और बच्चा स्वस्थ्य पैदा हो जबकि ऐसा सोचना ही गलत है। आप अपने खान-पान पर अवश्य ध्यान देंए मगर इस बात का भी ख्याल रखें की आपका भी वजन बढ़ रहा है जो कि आप और आपके बच्चे के लिये खतरनाक हो सकता है इसलिये बेहद जरुरी है कि आप अपने खाने में हेल्दी चीजों को शामिल करे जिससे आपका बच्चा स्वस्थ्य पैदा हो और आपका वजन भी नियंत्रित रहे साथ ही आप समय. समय अपने चिकित्सक से अवश्य सलाह ले और प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली किसी भी समस्या को नज़रअंदाज़ न करे।
ख्याल रखे इन बातों का-
- प्रेगनेंसी में वजन ज्यादा होने से गर्भपात का भय भी बना रहता है। आपको शायद यह बात जानकार हैरानी होगी कि गर्भपात होने का सबसे बड़ा कारण महिलाओं में बढ़ता वजन भी होता है। इसलिए प्रेगनेंसी के समय अपना वजन बहुत ज्यादा ना बढ़ने दें।
- प्रेगनेंसी के दौरान अत्यधिक वर्कआउट न करें, इससे बच्चे और आपकी जान को ख़तरा हो सकता है।
- अगर वजन ज्यादा होता है तो गर्भ में पलने वाले बच्चेप के रोगों के बारे में भी पता लगाने में दिक्कतें आती हैं व अल्ट्रा्साउंड जैसे टेस्ट करने में भी समस्या होतीहै।
