‘‘इन दिनों मैं गर्भवती हूं। मुझे सारा दिन थकान महसूस होती है। कई बार तो ऐसा लगता है कि दिन काटना भारी पड़ जाएगा।”
अपना ध्यान रखें :- अगर आप पहली बार मां बनने वाली हैं तो इस समय का पूरा आनंद लें क्योंकि जिंदगी में यह वक्त दोबारा नहीं आनेवाला। अगर घर में पहले से एक-दो बच्चे हैं,तब तो आपका ध्यान उनमें भी बंट जाएगा। बस इस समय सुपरमॉम बनने की कोशिश न करें। घर में बढ़िया व्यंजन पकाने या घर की साफ-सफाई से कहीं बेहतर है कि आप अपने शरीर को आराम दें। सिंक में जूठे बर्तन पड़े रहने दें, मेज के नीचे धूल जमी है, कोई बात नहीं! खरीदारी की माथापच्ची करने की बजाए ऑनलाइन शॉपिंग करें। दूसरे आपका ध्यान रखें, सासू माँ घर की साफ-सफाई में मदद करना चाहें, तो इंकार न करें। अगर कोई सहेली अपनी खरीदारी के साथ-साथ आपके लिए भी सामान ले आए तो बहुत बढ़िया रहेगा। इस तरह आप अपने लिए काफी ऊर्जा बचा लेंगी और रात को बिस्तर में पड़ने से पहले थोड़ी चहलकदमी कर पाएंगी।
नींद का रखें ध्यान :- दिन चढ़ने तक काफी थक जाती हैं? दोपहर की झपकी लेने का कोई मौका न छोड़ें। यदि नींद न आए तो लेटकर कुछ पढ़ें। इससे शरीर को आराम मिलेगा। अगर आप कामकाजी हैं तो ऑफिस में नींद लेना शायद मुश्किल होगा क्योंकि हर ऑफिस में आरामदायक सोफा और काम करने का माहौल नहीं होता। यदि आपके यहां लेडीज रूम है तो वहां कुर्सी या सोफे पर पांव ऊंचा करके बैठें। अगर-आप लंच के समय आराम कर रही हैं तो खाने का भी ध्यान रखें)।
बच्चों से लें मदद:- क्या आपके और बच्चे हैं? कई बार अधिक काम की वजह से थकान काफी ज्यादा हो जाती है। शरीर को आराम का समय ही नहीं मिल पाता। हालांकि आपको थकान की आदत पड़ चुकी है लेकिन गर्भावस्था में तो अपने ऊपर ध्यान देना ही होगा। बच्चों को बताएं कि वे आपका ध्यान रखें, आपके काम में हाथ बंटाएं ताकि आपको आराम का समय मिल सके। पार्क में बच्चों के पीछे भागने-दौड़ने की बजाए, लेटकर कुछ पढ़ें,पहेलियां हल करें या फिर कोई डी.वी.डी देखें। जब बच्चे झपकी लें तो आप भी सारा काम छोड़ कर आराम करें।
अगले पेज पर पढ़ें नींद कितनी जरुरी

थोड़ी और नींद लें :- रात को एक घंटे की भी नींद ज्यादा ले लेंगी तो अगली सुबह तरोताजा होंगी। रात को लेट शो देखने की बजाए सो जाएं। पतिदेव से कहें कि वे सुबह का नाश्ता लगाएं ताकि आप आराम से उठ सकें, लेकिन याद रखें कि जरूरत से ज्यादा नींद भी थका देती है।
खानपान पर ध्यान :- ऊर्जा का स्तर बनाए रखने के लिए खान-पान पर पूरा ध्यान देना होगा। हर रोज के लिए कैलोरी की भरपूर मात्रा लें। ऐसे एनर्जी बूस्टर पर ध्यान दें, जो लंबे समय तक ऊर्जा का स्तर बनाए रखे; वैसे‒ प्रोटीन, कांप्लैक्स कार्बोहाइड्रेट व आयरनयुक्त भोजन। इसके अच्छे विकल्प हैं। हालांकि कैफीन या चीनी से एक दम ऊर्जा तो मिलती है लेकिन बाद में शरीर एकदम निढाल हो जाता है। एनर्जी ड्रिंक से ब्लड शुगर हाई होती है लेकिन उसके बाद पहले से भी ज्यादा थकान होने लगती है। वैसे भी कुछ डिब्बाबंद एनर्जी ड्रिंक में ऐसे तत्त्व हो सकते हैं, जो गर्भावस्था में नुकसान पहुंचा सकते हैं।
थोड़े-थोड़े समय बाद खाएं :- गर्भावस्था के बाकी लक्षणों की तरह थकान भी हमेशा छाई रहेगी इसलिए दिन में थोड़े-थोड़े समय बाद कुछ खाती रहें, ताकि शरीर में ऊर्जा का स्तर बना रहे। खाने के समय पर खाना अवश्य खाएं और वह पूरी तरह पौष्टिक होना चाहिए।
थोड़ी सी कसरत :- थोड़ी कसरत व चहलकदमी जारी रखें। योगाभ्यास करें। इसमें कोई शक नहीं कि बिस्तर इतना प्यारा कभी नहीं लगा होगा पर ज्यादा आराम करने से भी थकान बढ़ती है। शरीर हिलाती-डुलाती रहेंगी तो ठीक रहेगा। अपने काम व आराम के बीच अच्छा सा संतुलन बनाए रखें।
हालांकि चौथे महीने तक थकान काफी घट जाएगी लेकिन आखिरी तिमाही में यह लौट आएगी। आप रातों को जाग कर बिताएंगी,शायद कुदरत इसी तरह सिखाती है क्योंकि शिशु के जन्म के बाद आपकी जिम्मेवारी जो बढ़ने वाली है।
ये भी पढ़ें-
डॉक्टर के अनुसार तय करें चीनी की मात्रा
विटामिन B6 की खुराक से मॉर्निंग सिकनेस घटती है
गर्भावस्था में बेहद खास हैं ये टेस्ट
आप हमें फेसबुक, ट्विटर, गूगल प्लस और यू ट्यूब चैनल पर भी फॉलो कर सकती हैं।
