Lemongrass Oil: लेमनग्रास एक हर्ब है जो दिखने में तो साधारण घास की तरह लगती है, लेकिन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हैं। विभिन्न पोषक तत्वों के साथ एंटीऑक्सीडेंट , एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीफंगल जैसे औषधीय गुणों से भरपूर है । विभिन्न शारीरिक-मानसिक-सौंदर्य संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए लेमनग्रास से आयुर्वेदिक दवाइयां बनाई जाती हैं । इसे भोजन खासकर चाय बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता है।
लेमनग्रास के बल्ब, डंठल और पत्तों से बना एसेंशियल ऑयल भी काफी प्रचलन में हैं। इसका इस्तेमाल अरोमाथेरेपी, नेचुरोपेथी और ब्यूटी केयर में किया जाता है। नींबू की गंध वाले लेमनग्रास एसेंशियल ऑयल को आप घर पर आसानी से उपयोग कर सकते हैं। एसेंशियल ऑयल होने के कारण चूंकि यह काफी गाढ़ा और स्ट्रांग होता है, इसलिए इसका उपयोग त्वचा पर सीधे और ज्यादा मात्रा में नहीं करना चाहिए। नियमित तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले ऑयल , क्रीम या फेस पैक में लेमनग्रास ऑयल की केवल दो-चार बूंदे अच्छी तरह मिलाकर ही उपयोग करना चाहिए।यह ऑयल कई तरह की समस्याओं से राहत पहुंचाने में सक्षम है। आइये आपको लेमनग्रास ऑयल के कुछ औषधीय गुणों से आपको अवगत कराएं, ताकि जरूरत पड़ने पर आप भी इसका फायदा उठा सकें-
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Lemongrass Oil: मांसपेशियों की ऐंठन करे कम

लेमनग्रास की दो-तीन बूंदे दूसरे ऑयल में मिलाकर, प्रभावित मांसपेशियों पर लगाकर हल्के हाथ से मालिश करें। इससे मांसपेशियों की ऐंठन दूर होती है, ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है और दर्द में आराम मिलता है। लेमनग्रास ऑयल में मौजूद एंटीस्पास्मोडिक गुण मांसपेशियों की ऐंठन दूर करने, एनाल्जेसिक गुण दर्द से राहत पहुंचाने और शरीर को रिलैक्स करने में मदद करते हैं।
गठिया में लाभकारी
जोड़ों में होने वाले दर्द और सूजन कम करने के लिए एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर लेमनग्रास ऑयल से मालिश करने पर आराम मिलता है। इसके लिए लेमनग्रास ऑयल की 2-4 बूंदे सरसों या ऑलिव ऑयल में मिलाकर प्रभावित जगह की मालिश करें।
सिर दर्द में दे आराम
एनाल्जेसिक यानी दर्द निवारक गुणों के कारण लेमनग्रास ऑयल से मालिश करने पर सिर दर्द में राहत मिलती है। इसकी 3-4 बूंदे अपने पसंदीदा हेयर ऑयल में मिलाकर सिर की त्वचा पर लगाकर मसाज करने से सिर दर्द से काफी हद तक आराम मिलता है।
शरीर दुर्गंध को करे दूर
नींबू की गंध होने के कारण लेमनग्रास ऑयल नेचुरल डिओडोराइजर है। इसमें क्लिंजिंग और एंटी बैक्टीरियल गुण भी होते हैं। ये गुण दुर्गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया को खत्म करके शरीर को साफ रख सकते हैं। नींबू की खुशबू शरीर को ताजगी का एहसास कराती है। इसका इस्तेमाल पैरों की दुर्गंध को दूर करने के लिए भी किया जा सकता है ।
त्वचा को बनाए स्वस्थ
लेमनग्रास में मौजूद एंटीआॅक्सीडेंट्स, एंटीइंफ्लेमेटरी गुण स्किन रेश और लाल पैच को कम करतेे हैं। ऑयल में एस्ट्रिंजेंट और टोनिंग प्रभाव होते हैं, जो ढीली व लटकी हुई त्वचा में कसावट लाने में मदद कर सकते हैं। ऑयल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण फ्री रेडिकल्स को बेअसर करने के साथ-साथ स्किन की इलास्टिसिटी को भी बेहतर बनाते हैं। स्किन क्लिंजिंग के लिए एक बाउल में थोडा-सा कच्चा दूध लें। इसमें लेमनग्रास ऑयल की 2-3 बूंदे मिलाकर अच्छी तरह मिलाएं। रुई की मदद से चेहरे पर लगाएं।
पिंपल्स में फायदेमंद
एस्ट्रिंजेंट और एंटीसेप्टिक गुणों के कारण पिंपल्स और उनसे पडने वाले दाग-धब्बों को कम करने में लेमनग्रास ऑयल काफी असरदार है। ऑयल में मौजूद एंटी आॅक्सीडेटिव गुण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं । स्किन में सीबम प्रोडक्शन को कम करने में मदद करते हैं और मुंहासों को बढ़ने से रोकते हैं। साथ ही इसमें साइट्रिक एसिड होता है जो कि स्किन पोर्स को अंदर से साफ करता है। चेहरे में ऑयल को कम करने और चेहरे की ग्लो बढ़ाने में मददगार है। इसके लिए माॅश्चराइजर, क्रीम या फेस पैक में लेमनग्रास ऑयल की दो-तीन बूंदें मिलाकर लगाएं।
फंगल इंफेक्शन को बढ़ने से रोके
लेमनग्रास ऑयल में एंटी फंगल औषधीय गुण भी होते है। जो शरीर पर होने वाले दाद-खाज-खुजली जैसे फंगल इन्फेक्शन को रोकने में मदद करते है। खासकर कैंडिडा बैक्टीरिया की वजह से बालों, नाखूनों और त्वचा में होने वाले इंफेक्शन को फैलने से रोकते है। ऑयल में मौजूद फंगीसीडल प्रभाव से एथलीट फुट यानी पैर के इंफेक्शन से राहत मिल सकती है। नियमित रूप से इस तेल को प्रभावित हिस्से पर लगाने पर फंगल समस्याओं को कम करने में मदद करता है
बालों की समस्या करे दूर
लेमनग्रास ऑयल में एंटी डैंड्रफ गुण होता है । इसके इस्तेमाल से सिर में होने वाली डैंड्रफ, खुजली से भी रहत मिल सकती है। नियमित इस्तेमाल से डैंड्रफ के कारण बाल झड़ने की समस्या भी नियंत्रित हो सकती है। इसके लिए लेमनग्रास की 3-4 बूंदे नारियल तेल या अपने पसंदीदा हेयर आॅयल में मिलाकर सिर की त्वचा पर लगाएं। हल्के हाथों से मसाज करेे। 2-3 घंटे बाद नाॅर्मल शैम्पू से सिर धो लें।
अनिद्रा से पाएं छुटकारा
लेमनग्रास ऑयल में एंग्जियोलाइटिक प्रभाव होता है। इसमें मौजूद सीडेटिव गुण तनाव को कम करके मूड ठीक करने और नींद की गुणवत्ता को सुधारने में मददगार हो सकता है। आप एक रूमाल में लेमनग्रास ऑयल की 2-3 बूंदें डालकर सूंघें। चाहे तो लेमनग्रास ऑयल की बोतल का ढक्कन खोलकर 1-2 गंध सूंघ सकते हैं या कुछ बूंदे डिफ्यूजर या वेपोराइज़र में डालकर उससे अरोमाथेरेपी भी ले सकते हैं।
कोलेस्ट्राॅल लेवल को करें कंट्रोल
लेमनग्रास ऑयल में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी गुण शरीर में बैड कोलेस्ट्राॅल को कम करके लेवल को मेंटेन करने में सहायक है। जिसकी वजह से व्यक्ति को हृदय रोगो से बचाव हो सकता है। सुबह खाली पेट एक गिलास गुनगुने पानी में ऑयल की दो बूंदें मिलाकर पीना फायदेमंद है।