नींद की कमी से कई तरह की समस्याएं पैदा होने लगती है। नए शोध के अनुसार, अनिद्रा से स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। जर्नल न्यूरोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि सोने में परेशानी, या बहुत जल्दी जागना इस समस्या के जोखिम को और भी बढ़ा सकता है।
अध्ययन के लेखकों ने नोट किया कि देश के एक तिहाई से अधिक लोग अनिद्रा से पीड़ित हैं। इसके बाद शोधकर्ताओं ने विकार और स्ट्रोक की घटना के बीच संबंधों की जांच करनी शुरू की।

अध्ययन के साथ एक बयान में कहा गया है कि पांच से आठ अनिद्रा के लक्षणों वाले लोगों में स्ट्रोक होने की संभावना 51% अधिक थी। एक से चार लक्षणों वाले लोगों में बिना किसी लक्षण वाले लोगों की तुलना में 16% अधिक जोखिम था।
Insomnia can lead to an increased risk of stroke, according to new research. The risk goes up with more symptoms, such as trouble falling or staying asleep, or waking up too early. https://t.co/Rer31YpSNh pic.twitter.com/Pf4nZxGwpD
— WebMD (@WebMD) June 9, 2023
रिचमंड में वर्जीनिया कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी के एक शोधकर्ता, प्रमुख अध्ययन लेखक और महामारी विज्ञानी वेंडेमी सावाडोगो ने कहा कि कई उपचार हैं जो लोगों को उनकी नींद की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद कर सकते हैं, इसलिए यह निर्धारित करना कि कौन सी नींद की समस्याएं स्ट्रोक के बढ़ते जोखिम का कारण बनती हैं, संभव हो पाता है।

सीएनएन ने बताया कि पहले के शोध में नींद संबंधी विकार और स्ट्रोक के बीच समान संबंध दिखाया गया था। शिकागो में नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के फीनबर्ग स्कूल ऑफ मेडिसिन में सेंटर फॉर सर्कैडियन एंड स्लीप मेडिसिन के निदेशक फिलिस ज़ी, एमडी, कहते हैं कि खराब नींद ब्लड प्रेशर को भी प्रभावित करती है। इसके साथ ही ये सूजन का कारण बनती है, जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है।
जी कहते हैं कि, “खराब नींद नेचुरल ब्लड प्रेशर में गिरावट लाती है। रात की नींद के दौरान ये उच्च रक्तचाप का भी कारण बनता है। स्ट्रोक और कार्डियोवैस्कुलर बीमारी के लिए भी खराब नींद एक कारक है।