जानें सोते समय क्यों अचानक बढ़ने लगती है दिल की धड़कन, कैसे रखें ध्यान: Increasing Heart Rate Reason
Increasing Heart Rate Reason

दिल की धड़कनों का तेज होना है खतरनाक, रहें सावधान

लगभग 99 % लोगों में उनका शरीर दिल के क्षतिग्रस्त होने के संकेत देता है, लेकिन वे इसकी अनदेखी करते हैं और दिल से संबंधित कई तरह की समस्याओं का सामना करते हैंI

Increasing Heart Rate Reason: हमेशा हम सब ने ये महसूस किया होगा कि जब हम तेज दौड़ कर एकदम से रुकते हैं, अचानक कुछ डरावना देखते या सुनते हैं या किसी बात को लेकर बहुत ज्यादा परेशान रहते हैं तो हमारे दिल की धड़कनें बढ़ जाती हैंI लेकिन क्या कभी आपने इस बात पर ध्यान दिया है कि जब आप सोते हैं या आराम कर रहे होते हैं तब आपकी दिल की धड़कन तेज हो जाती है यानी रेसिंग हार्ट तेज हो जाती हैI यक़ीनन आपने इस ओर कभी ध्यान ही नहीं दिया होगाI लगभग 99 % लोगों में उनका शरीर दिल के क्षतिग्रस्त होने के संकेत देता है, लेकिन वे इसकी अनदेखी करते हैं और दिल से संबंधित कई तरह की समस्याओं का सामना करते हैंI

रेस्टिंग हार्ट रेट से क्या है मतलब?

heart
Heart

जब इंसान बैठा हो या लेटा हो तब उसका पल्स रेट रेस्टिंग हार्ट रेट कहलाता हैI रेस्टिंग हार्ट रेट आपके आराम के दौरान की स्थिति में प्रति मिनट आपके दिल की धड़कन की संख्या हैI यानी कि जब आप कोई गतिविधि नहीं कर रहे होते हैं, आप आराम कर रहे होते हैं या सो रहे होते हैं तब दिल की धड़कन का तेज होनाI दिल की धड़कन तेज होने के एक नहीं बल्कि कई कारण हो सकते हैंI कई बार विभिन्न प्रकार की बीमारियां भी दिल की धड़कनों को बढ़ाने का काम करती हैं, यानी कि दिल की धड़कन का तेज होना कई चीजों से जुड़ा हुआ होता हैI कुछ लोगों में दवाइयों के सेवन के कारण भी कभी-कभी दिल की धड़कन तेज हो जाती हैI आइए जानते हैं दिल की धड़कन किन-किन कारणों से तेज होती है-

  • दिल की बीमारी के कारण
  • फेफड़ों से जुड़ी कोई बीमारी होने पर
  • जन्म से असामान्य हार्ट स्ट्रक्चर की समस्या से
  • लंबे समय से बुखार रहना
  • डिहाइड्रेशन
  • थायरॉइड

दिल की धड़कन तेज होने पर क्या होता है?

High Heart Beat
High Heart Beat

मनुष्य का दिल नॉर्मल रेंज  में 60 -100 बीट प्रति मिनट की गति से धड़कता हैI दिल की धड़कन के तेज होने का मतलब है कि यह अपनी क्षमता से ज्यादा तेज धड़क रहा हैI ऐसी स्थिति में आपको सीने में दर्द महसूस हो सकता है, पसीना आता है, साँस लेने में तकलीफ होती है साथ ही बैचनी व घबराहट भी महसूस हो सकती हैI

अचानक क्यों बढ़ने लगती है दिल की धड़कन?

Heart Pain
Heart Pain

एक्सपर्ट्स के अनुसार सोने से पहले दिल की धड़कन तेज होने की वजह दिल के इलैक्ट्रिक्ल इंप्लस में बढ़ोतरी होना होता हैI कभी कभी अचानक किसी सदमे या घबराहट की वजह से भी ऐसा हो सकता है, लेकिन लगातार सोते समय दिल की धड़कन का  तेज होना दिल की बीमारियों से लेकर हार्ट अटैक का संकेत होता हैI इसकी एक वजह आर्टरीज में रुकावट होना भी हो सकता हैI ऐसी समस्या को अनदेखा करने के बजाए तुरंत डॉक्टर से दिखाना चाहिए ताकि समय रखते सही ईलाज हो सकेI अगर आप इन संकेतों को अनदेखा करते हैं तो इससे आपकी जान को खतरा भी हो सकता हैI

इस तरह की समस्या किन लोगों को ज्यादा होती है?

Heart Pain in women
Heart Pain in women

एक्सपर्ट्स की मानें तो इस तरह की समस्या उन लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक है जो लोग उच्च रक्तचाप, थायरॉइड और डायबिटीज जैसी बिमारियों से ग्रस्त होते हैंI इन लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होती हैI साथ ही सेहत मंद लोगों में भी ये लक्षण दिखाई देते हैंI इसलिए इसका अगर समय से इलाज नहीं कराया जाए तो इलैक्ट्रिक्ल इंप्लस की समस्या बढ़ने लगती है, जो दिल के लिए  काफी खतरनाक साबित होती हैI

दिल की धड़कन तेज होने के क्या-क्या कारण होते हैं?

स्ट्रेस के कारण दिल की धड़कन होती है तेज

Stress
Stress

जब हम किसी बात को लेकर परेशान रहते हैं, उसके बारे में बहुत ज्यादा सोचते हैं तो उसके कारण हमारे शरीर में स्ट्रेस हॉर्मोन ज्यादा रिलीज होता हैI जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता हैI हम जितना ज्यादा चिंता करते हैं, उतना ही अधिक स्ट्रेस हॉर्मोन रिलीज होता है  जिसके कारण दिल की धड़कन तेज होती हैI कभी-कभी सोते समय कोई डरावना सपना देखने के कारण भी अचानक नींद खुलने पर भी दिल की धड़कन तेज हो जाती हैI

शराब के अत्यधिक सेवन के कारण

Alcohol
Alcohol

शराब का अत्यधिक सेवन स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक होता हैI जो लोग अधिक मात्रा में रात में शराब का सेवन करते हैं, उनकी दिल की धड़कन तेज हो रहती हैI लंबे समय तक शराब का सेवन करने के कारण दिल से संबंधित कई तरह की बिमारियों का खतरा बढ़ जाता हैI अगर अपने दिल को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो शराब का सेवन ना करेंI

शुगर की अधिक मात्रा से होती है दिल की धड़कन तेज

Heart Checkup
Heart Checkup

खानपान के दौरान अगर आप शुगर यानी शक्कर का ज्यादा सेवन करते हैं तो इससे भी आपको दिल से संबंधित कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता हैI अगर आप खाने में शक्कर अधिक मात्रा में लेते हैं तो शुगर स्पाईक की समस्या हो जाती हैI जिसके कारण से इंसुलिन को तेजी से काम करना पड़ता है और साथ ही स्ट्रेस की समस्या भी बढ़ जाती है, जो दिल के लिए खतरनाक हैI

ज्यादा कैफीन के सेवन से

caffeine
caffeine

कैफीन, चाय व कॉफी और एनर्जी ड्रिंक में पाई जाती हैI कैफीन का सेवन कम मात्रा में किया जाए तो यह स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक नहीं होता है लेकिन अगर अधिक मात्रा में किया जाए तो ये हानिकारक होता है इससे दिल की धड़कन तेज हो जाती हैI साथ ही नींद ना आने की समस्या, बार-बार पेशाब आना, चिड़चिड़ापन  इस तरह की समस्याओं का सामना भी करना पड़ता हैI

बुखार के कारण भी दिल की धड़कन बढ़ती है

Fever
Fever

सर्दी व बुखार होने पर भी दिल की धड़कन तेज हो जाती हैI शरीर के तापमान को सामान्य बनाए रखने के लिए शरीर को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, जिसके कारण दिल की धड़कन बढ़ जाती हैI

लंबे समय तक नींद नहीं पूरी होने के कारण

Sleep
Sleep

अच्छी नींद का हमारे स्वास्थ्य के साथ सीधा संबंध होता हैI अच्छी पर्याप्त मात्रा में नींद  लेकर कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता हैI वहीं नींद की कमी के कारण कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता हैI जो लोग पर्याप्त मात्रा में रोजाना अच्छी नींद नहीं लेते हैं, अक्सर उनकी हार्टबीट बढ़ी हुई होती हैI

हृदय गति कितना होना सही होता है

अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार हार्ट रेट बच्चों एवं बड़ों में अलग-अलग हो सकती हैI जैसे, न्यू बॉर्न बेबी में उठे रहने पर प्रति मिनट 100 से 205 और सोने के दौरान 90 से 160 होनी चाहिएI 3 से 5 साल की आयु वाले बच्चों में जगे रहने के दौरान 80 से 120 और सोने के दौरान 65 से 100 होनी चाहिए। जबकि वयस्कों के लिए सामान्य हृदय गति 60-100 बीट प्रति मिनट के बीच होती है।

दिल की धड़कन तेज होने पर कैसे निदान किया जा सकता है?

Heart Checkup
Heart Checkup

जब आपकी दिल की धड़कन तेज हो जाए तो खुद से इसका ईलाज बिलकुल ना करें, तुरंत डॉक्टर के पास जाएंI इसके लिए डॉक्टर शारीरिक जाँच करते हैं और साथ ही आपसे उन लक्षणों के बारे में भी पूछते है जो आपने महसूस किए हैंI डॉक्टर कुछ टेस्ट जैसे की चेस्ट एक्स-रे, इलेक्ट्रोकॉर्डियोग्राम, इकोकार्डियोग्राम, स्ट्रेस टेस्ट, कोरोनरी एंजियोग्राफी आदि करा सकते हैंI इन जांच से दिल की धड़कन तेज होने के सही कारणों का पता चल पता है  और आपका सही ईलाज समय से संभव हो पाता हैI

जब दिल की धड़कन तेज हो जाए तो क्या करें?

रोजमर्रा की जिंदगी में बदलाव से स्वस्थ होगा आपका दिल: Healthy Heart
Healthy Heart
  • खुद से कोई भी दवा ना लेंI डॉक्टर से संपर्क करें, डॉक्टर जांच के बाद तय करते हैं कि रेस्टिंग हार्ट रेट को कम करने के लिए क्या दवा देनी चाहिए I
  • डॉक्टर के पास जाते समय अपना रेस्टिंग हार्ट रेट बीच-बीच में चेक करते रहेंI
  • घर पर पल्स ऑक्सीमीटर जरुर रखें, इससे हार्ट रेट चेक करेंI

अपनाएं ये घरेलू उपाय

Relax
Relax

आजकल की भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल में स्ट्रेस होना सामान्य माना जाता है, लेकिन ऐसे में रिलैक्स करना बेहद जरूरी होता हैI अगर आप रिलैक्स नहीं करेंगे तो आपको कई तरह की बिमारियों का खतरा बढ़ जाता हैI इसलिए जब दिल की धड़कन तेज हो जाए तो घबराने के बजाए इन घरेलू उपाय का सहारा लें, इससे आपको कुछ देर के लिए आराम मिलेगा, पर इसे अनदेखा ना करें तुरंत डॉक्टर से जरुर दिखाएँI

रिलैक्सेशन तकनीक का सहारा लें

  • मेडिटेशन करें
  • गहरी साँस लें
  • अपने विचारों को लिखें
  • नियमित रूप से योग करें
  • कुछ देर वक्त बाहर बिताएं।
  • नियमित रूप से एक्सरसाइज करें।
  • काम से थोड़ा ब्रेक  लें
  • किसी बात को लेकर ज्यादा ना सोचें

ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करें

hot Water
Water

जब आपकी दिल की धड़कन एकदम से तेज हो जाए तो तुरंत पानी पीना चाहिएI दरअसल शरीर में तरल पदार्थों की कमी की वजह से डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती हैI डिहाइड्रेशन की वजह से ब्लड थिक होने लगती है। ऐसे में ब्लड फ्लो ठीक तरह से नहीं हो पाता है और हृदय पर दवाब बढ़ जाता हैI द हार्ट फाउंडेशन में प्रकाशित एक रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार 25 प्रतिशत पानी की मात्रा हमारे डायट से मिल जाती हैI इसलिए पानी का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें ताकि ब्लड का फ्लो सही से हो सकेI

इलेक्ट्रोलाइट्स बैलेंस बनाएं

तेज दिल की धड़कन के लिए घरेलू उपाय के दौरान इलेक्ट्रोलाइट्स बैलेंस बनायें रखना भी बेहद जरूरी माना जाता हैI इसलिए रोजाना इन खाद्य पदार्थों का सेवन करेंI जैसे,आलू, केला, एवाकाडो, पालक, इन खाद्य पदार्थों के सेवन से शरीर में सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम एवं मैग्नीशियम की पूर्ति होती हैI दिल को स्वस्थ रखने के लिए इनका सेवन आवश्यक माना जाता हैI

इन बातों का भी रखें ध्यान

Healthy Heart
Healthy Heart
  • स्मोकिंग ना करें
  • एल्कोहॉल का सेवन बंद कर दें
  • कैफीन का सेवन ज्यादा ना करें
  • तनाव लेने से बचें
  • 7 से 8 घंटे की पूरी नींद लें
  • ज्‍यादा म‍िर्च-मसाले वाले भोजन को डाइट में शाम‍िल न करेंI
  • दिल से संबंधित किसी भी तरह की समस्या को अनदेखा ना करेंI तुरंत डॉक्टर को दिखाएँI

समय रहते करा लें ईलाज

Doctor Checkup
Doctor Checkup

जब दिल की धड़कन तेज हो तो घबराएं नहीं, बल्कि गहरी सांस लेंI चेहरे पर ठंडे पानी के छींटे मारेंI कुछ लोगों को ये समस्या एक या दो बार होती है तो ये खुद से सही हो जाती है, फिर भी डॉक्टर की सलाह जरुर लेंI लेकिन अगर लगातार सात दिनों तक दिख रही है तो इसे इग्नोर न करें, तुरंत डॉक्टर को दिखाएँI ये किसी गंभीर बीमारी के कारण भी हो सकता हैI

FAQ | क्या आप जानते हैं

कभी-कभी दिल की धड़कन तेज क्यों हो जाती है?

कभी-कभी घबराहट व स्ट्रेस के कारण दिल की धड़कन तेज हो जाती है, लेकिन अगर ऐसा लगातार सात दिन तक हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलेंI

जब दिल की धड़कन तेज हो जाए तो क्या करना चाहिए?

अचानक हार्ट रेट बढ़ने पर घबराने के बजाय शांत रहने की कोशिश करनी चाहिए, क्योंकि जब आप पैनिक करते हैं तो आपका हार्ट रेट और ज्यादा बढ़ सकता हैI अचानक दिल की धड़कन बढ़ने पर लंबी सांसे लेने की कोशिश करें, इससे आराम मिलता हैI

क्या खाना खाने के बाद हार्ट रेट बढ़ना नार्मल है?

खाना खाने के बाद दिल की धड़कन का तेज होना बहुत सामान्य माना जाता है और ये फूड एलर्जी और सेंसिटिविटी की वजह से भी हो सकता हैI

रात को सोते समय घबराहट क्यों होती है?

आमतौर पर जीवन के प्रति निराशा और डर की भावना के कारण इंसान को एंजाइटी या बेचैनी होती हैI हालांकि तनाव, ब्लडप्रेशर, हाई कोलेस्ट्रोल के कारण भी घबराहट हो सकती हैI

दिल से संबंधित बिमारियों का खतरा किसे ज्यादा होता है?

जिन लोगों को उच्च रक्तचाप, थायरॉइड और डायबिटीज की समस्या होती है, उन्हें दिल की बीमारी का खतरा ज्यादा होता हैI इन लोगों को विशेष सावधानी की जरूरत होती हैI

दिल की बीमारी के लिए कौन सा टेस्ट होता है?

ईसीजी, एमआरआई, कोरोनरी एंजियोग्राम, एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्ट, ब्लड टेस्ट, कोरोनरी कम्प्यूटिड टोमोग्राफी एंजियोग्राम और अल्ट्रासाउंड टेस्ट किया जाता हैI

ईसीजी टेस्ट से क्या पता चलता है?

ईसीजी टेस्ट व्यक्ति की हृदय गति और लय की जांच के लिए किया जाता हैI यह टेस्ट से दिल का दौरा, हृदय रोग, किसी भी असामान्य हार्ट बीट या बढ़े हुए दिल का पता लगाने में डॉक्टर को मदद मिलती हैI

नॉर्मल हार्टबीट कितनी होनी चाहिए?

वयस्कों के लिए नार्मल हार्ट रेट 60-100 बीट प्रति मिनट के बीच होनी चाहिएI

ए अंकिता को मीडिया इंडस्ट्री में 9 वर्षों का अनुभव है। इन्होंने अपने करियर की शुरुआत प्रिंट मीडिया से की और खास तौर पर लाइफस्टाइल और एंटरटेनमेंट बीट में रुचि रखती हैं। लेखन के अलावा वेब सीरीज़ देखना, घूमना, संगीत सुनना और फोटोग्राफी...