New Born Health: जब एक शिशु जन्म लेता है तो वह बहुत ही नाजुक होता है और उसे अतिरिक्त देखभाल की जरूरत होती है। इस अवस्था में शिशु का इम्युन सिस्टम भी पूरी तरह से डेवलप नहीं हो पाता है। ऐसे में उसके बीमार होने की संभावना काफी अधिक होती है। अमूमन माता-पिता अपने शिशु को किसी भी तरह की बीमारी से बचाने के लिए उनका वैक्सीनेशन करवाते हैं। लेकिन फिर भी ऐसी कई स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं, जो अक्सर न्यूबॉर्न बेबी में देखी जाती हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसी ही स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में बता रहे हैं, जो एक न्यूबॉर्न बेबी को अपनी जद में ले सकती हैं-
1) पीलिया

नवजात शिशुओं को होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं में पीलिया सबसे आम है। शिशु को यह समस्या तब होती है, जब बच्चा 3 या 4 दिन का होता है। यह शिशु में एक सप्ताह से लेकर 10 दिनों तक रह सकता है। इस स्थिति में बच्चे की आंखें पीली हो सकती हैं। शिशु में पीलिया इसलिए होता है, क्योंकि नवजात शिशुओं में यकृत अपरिपक्व होता है। जिसके कारण शिशु के शरीर में उच्च बिलीरुबिन का स्तर होता है। अगर किसी शिशु में पीलिया जन्म के 24 घंटों के भीतर होता है या 3 सप्ताह से अधिक समय तक रहता है, तो ऐसे में शिशु को बाल रोग विशेषज्ञ को दिखाना आवश्यक हो जाता है।
2) पेट फूलना

कुछ नवजात शिशुओं को पेट फूलने की समस्या भी हो सकती है। आमतौर पर, यह कब्ज या गैस के कारण हो सकता है। लेकिन अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहती है तो ऐसे में आपको एक बार डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी हो जाता है। इस स्थिति में बच्चे को अन्य भी कोई समस्या हो सकती है। इसलिए, डॉक्टर शिशु की पूरी जांच करके उसकी बीमारी का पता लगा सकते हैं।
3) जन्म के दौरान चोट लगना

कभी-कभी, जन्म के दौरान, बच्चे को शारीरिक रूप से चोट भी लग सकती है। इसे बर्थ इंजरी कहा जाता है। बच्चे को बर्थ कैनल से बाहर निकालते समय ऐसा हो सकता है। अधिकांश बच्चे प्रसव के आघात से जल्दी ठीक हो जाते हैं। हालांकि, इस विषय में डॉक्टर से बात करना ही सबसे अच्छा माना जाता है।
4) खांसना

छोटे बच्चों में खांसी होना भी बेहद सामान्य है। आमतौर पर, दूध पिलाते समय बच्चे को खांसी होना सामान्य है क्योंकि कभी-कभी दूध बहुत तेजी से आ सकता है। प्रारंभ में, शिशु को दूध पीने का सही तरीका ज्ञात नहीं होता है, लेकिन धीरे-धीरे वह यह सीख जाता है और फिर उसे खांसी नहीं होती है। लेकिन अगर आपके बच्चे को खांसी है जो दूर नहीं हो रही है या यदि वह दूध पिलाने के दौरान अक्सर उल्टी करती है तो डॉक्टर से मिलें। यह फेफड़ों या पाचन तंत्र की समस्या का संकेत हो सकता है।
5) कोलिक

शिशुओं में कोलिक होना बहुत आम है। हालांकि, माता-पिता के लिए इस स्थिति को संभालना आसान नहीं होता है। जब कोई बच्चा बिना किसी स्पष्ट कारण के लगातार रोता है, तो उसे पेट का दर्द हो सकता है। शिशुओं में कोलिक का सटीक कारण ज्ञात नहीं है, लेकिन यह पाचन तंत्र की गड़बड़ी या गैस के कारण हो सकता है।