50 की उम्र तक पहुँचते पहुँचते,अक्सर महिलाओं को औस्टीयोपोरोसिस,स्क़िन प्राब्लम्ज़,वज़न में बढ़ोतरी जैसी बीमारियों से साबका पड़ने लगता है.ऐसी अवस्था में अपनी डायट के प्रति ज़रा सी लापरवाही भी आपकी दशा को बद से बदतर बना देती है.उम्र बढ़ने के साथ साथ महिलाओं को इन महत्वपूर्ण पोषक तत्वों को अपने भोजन में ज़रूर शामिल करना चाहिए
A-मज़बूत हड्डियों के लिए कैलशियम-पचास से अधिक उम्र की तीन में एक महिला की औस्टियोपोरोसिस की वजह से हड्डियाँ टूटने की समस्या का सामना करना पड़ता हैं.उम्र बढ़ने के साथ हमारा शरीर कम कैलशियम अवशोषित करता है.इसलिए इस ओर ध्यान देना हर महिला के लिए ज़रूरी हो जाता है.पचास से अधिक उम्र की महिलाओं को रोज़ाना १२०० मिलिग्राम कैलशियम की ज़रूरत पड़ती है.जिसे अपने डॉक्टर की सलाह पर ,टेबलेट या कैप्सूल फ़ॉर्म में ले सकते हैं.डेयरी प्रॉडक्ट्स कैलशियम का सबसे अच्छा सत्रोत है,लेकिन इन्हें पचाने की क्षमता,कई महिलाओं में कम होती है.
B-स्वस्थमांसपेशियों के लिए प्रोटीन-उम्र बढ़ने के साथ गतिविधि कम हो जाती है,जो सारकोपेनिया से जुड़ा है.यह एक प्राकृतिक प्रोसेस है जिससे माँसपेशियों को नुक़सान पहुँचता है.80 की उम्र तक पहुँचते पहुँचते ,महिलाएँ अपनी माँसपेशियों का ज़्यादातर हिस्सा खो चुकी होती हैं.अगर आप खाने में प्रोटीन का सेवन अच्छी तरह करती रहें तो आपकी मांसपेशियाँ सुदृढ़ बनी रहेंगी.यदि आप शाकाहारी हैं तो प्रोटीनयुक्त सब्ज़ियाँ खाएँ,जिससे आपके शरीर को भरपेट प्रोटीन मिले.अपनी डायट में सोया,क्विनोवा,अंडे,डेयरी प्रॉडक्ट्स,नट्स,और बीन्स को शामिल करें,आपके शरीर को कितने प्रोटीस को शामिल करें ये आपके वज़न पर निर्भर करता है.समान्यत:एक्स्पर्ट्स 1.5; gram प्रोटीन ,प्रति किलोग्राम वज़न पर पर लेने की सलाह देते हैं.
C-स्वस्थ दिमाग़ के लिए विटामिन बी-12-बढ़ती उम्र के साथ महिलाएँ एक महत्वपूर्णपोषक तत्व,विटामिन B-12 अवशोषित नहीं कर पातीं हैं जो,स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं और दिमाग़ दोनों के लिए आवश्यक है.अंडे,दूध,लीन मीट,मछली जैसे पदार्थ बी-१२ के अच्छे सत्रोंत हैं.हालाँकि ५० से अधिक उम्र की महिलाओं को रोज़ाना 2.4माइक्रोग्राम विटामिन बी-12 का सेवन करना चाहिए.
D-स्वस्थ बालों और त्वचा के और बालों के लिए- उम्र बढ़ने के साथ महिलाएँ अपनी त्वचा और बालों की रंगत खोने लगती हैं.इन्हें बरक़रार रखने के लिए तमाम प्रयास करने के बावजूद कुछ ख़ास असर दिखाई नहीं देता.विटामिन ई के सेवन से आपकी त्वचा में ग़ज़ब का असर दिखलाई देने लगता है.रात में सोने से पहले विटामिन ई और एलोवेरा जेल को मिक्स कर हल्के हाथों से चेहरे पर लगाने से कुछ ही दिनों में चेहरा चमक उठता है.बादाम के तेल में विटामिन ई के साथ मिक्स करके आँखों के नीचे लगाने से काले घेरे ख़त्म हो जाते हैं.विटामिन ई औयल में एक चम्मच शहद मिलाकर सोने से पहले अपने होंठों पर लगाने से होंठों की शुष्क पपड़ियाँ जाती रहती हैं.इतना ही नहीं विटामिन ई का सेवन,बढ़ती उम्र के साथ ह्रदय की माँसपेशियों को भी मज़बूत करने में मददगार सिद्ध होता है.
E-कोशिकाओं के नुक़सान के लिए एंटीआक्सिडेंटस-यदि आप बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करना चाहती हैं ,जैसे सूजन,डायबिटीज़,हार्ट की समस्या,दृष्टि दोष,और अपनी रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना चाहती हैं तो अपनी डायट में एंटीओक्सीडेंट आहार युक्त आहार का सेवन करें जैसे,डार्कचौकलेट ,लहसुन,हल्दी,चुकंदर,अदरक,अनार,कीवी आदि.
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