ignore back and chest pain at your own risk
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Back Pain and Chest Pain: पीठ और सीने में दर्द किसी गंभीर बीमारी का दर्द हो सकता है, इसलिए इसे हल्के में बिलकुल नहीं लेना चाहिए। यदि आप लगातार इस तरह के दर्द से परेशान हैं तो जल्द ही अपने किसी अच्छे चिकित्सक से परामर्श लें और इलाज करवाएं। आइए विस्तार से जानते हैं कि पीठ और सीने में दर्द
किन-किन कारणों से होता है।

अक्सर लोगों को जब पीठ और सीने में दर्द होता है तो वे इसे हल्के में लेते हैं। उन्हें लगता है कि गैस की वजह से दर्द हो रहा है और वे गैस की दवाई खाकर इस दर्द को कम करने की कोशिश करते हैं। कई बार पीठ और सीने में दर्द केवल गैस के कारण नहीं होता है, इसके अन्य कारण भी हो सकते हैं।

ज्यादातर मामलों में मरीज को ये पता ही नहीं होता है कि उसे दर्द क्यों हो रहा है। यह दर्द पीठ और सीने में तेज चुभन से लेकर हल्के दर्द तक हो सकता है। कभी-कभी यह दर्द गर्दन और जबड़ों तक
पहुंच जाता है। यह हार्ट संबंधी किसी गंभीर बीमारी का दर्द भी हो सकता है, इसलिए इसे हल्के में बिलकुल नहीं लेना चाहिए। आइए जानते हैं पीठ और सीने में दर्द किन-किन कारणों से होता है-

कुछ लोगों में ये देखा गया है कि अगर वे अपने खानपान का ध्यान नहीं रखते तो उन्हें गैस की समस्या हो जाती है। अगर वे लंबे समय तक भूखे रहते हैं या गैस बनने वाली चीजें खा लेते हैं तो ये समस्या काफी बढ़ जाती है, जिसके कारण पीठ और सीने में दर्द होता है। कई बार खाने की नली में ऐंठन या पेप्टिक अल्सर की वजह से भी सीने में दर्द होता है। जब पित्त की थैली में गैस बनती है और ये गैस सीने की तरफ जाती है, तो सीने में गैस के लक्षण महसूस होने लगते हैं और सीने में
दर्द होने लगता है।

अगर हड्डियों में कैल्शियम की कमी होती है तो इससे पीठ दर्द की समस्या होती है। इससे आपकी सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है। कभी-कभी इस पीठ दर्द के कारण सीने में भी दर्द होता है। हड्डियों को
मजबूत करने के लिए कोशिश करें कि कैल्सियम का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें।

angina
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जब आपके हार्ट टिश्यू को पर्याप्त ब्लड नहीं मिलता है तो उस स्थिति में उठने वाले दर्द को एंजाइना कहते हैं। यह आमतौर पर कोरोनरी आर्टरी डिजीज वाले लोगों में हो सकता है। हार्ट अटैक के दर्द की तरह एंजाइना का दर्द कंधों, पीठ और गर्दन तक फैलता है। पुरुषों और महिलाओं में एंजाइना
के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं।

गॉल ब्लैडर आपके शरीर का एक छोटासा अंग है जो पित्त नामक एक डाइजेस्टिव फ्लूइड को जमा करता है। पित्ताशय की पथरी तब होती है जब यह फ्लूइड आपके गॉल ब्लैडर के अंदर पत्थर का रूप ले लेता है, जिससे स्टोन बन जाती है। गैलस्टोन के कारण कई अलग-अलग जगहों पर दर्द हो सकता है, जिनमें ये शामिल हैं-
1. पेट का ऊपरी दायां हिस्सा
2. आपके ब्रेस्टबोन के ठीक नीचे
3. कंधे के ब्लेड के बीच
4. दाएं कंधे में

हमारी खानपान का सीधा संबंध हमारे स्वास्थ्य से होता है। हम जो खाते हैं हमारा शरीर भी वैसा ही हो जाता है। अगर हम जंक फूड या तेज मसालेदार भोजन का सेवन ज्यादा करते हैं तो हमें कई तरह की
बीमारियों का खतरा बना रहता है।
कई बार तला-भुना मसालेदार खाना खाने के कारण भी हमारे सीने में दर्द की शिकायत हो जाती है, जिससे अचानक से सीने में सुई चुभने वाला दर्द होता है। बीमारियों से दूर रहने के लिए खानपान पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।

जब किसी व्यक्ति को हृदय से संबंधित कोई बीमारी होती है तो पीठ व सीने में तेज दर्द महसूस होता है। यह दर्द हार्ट अटैक आने की संभावना या हार्ट अटैक के कारण होता है। कई बार हृदय की रक्त वाहिकाओं के अवरुद्ध होने पर भी पीठ व सीने में दर्द होता है। इसके अलावा ये भी कुछ अन्य कारण हैं-
1. पेरिकार्डिटिस यानी हृदय के पास थैली में सूजन से।
2. कार्डियोमायोपैथी, हृदय की मांसपेशी संबंधी रोग से।

कभी-कभी कुछ लोगों को अत्यधिक ठंड के कारण भी पीठ और सीने में दर्द होता है। इसलिए जब आप बहुत ज्यादा ठंडे वातावरण में जाएं तो अपने शरीर का तापमान सामान्य रखने की कोशिश करें।

कभी-कभी सर्दी-जुकाम के कारण भी पीठ व सीने में दर्द होता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि सर्दी-जुकाम के चलते आपकी छाती में कफ जम जाता है, जिससे आपको सांस लेने में तकलीफ
होती है और दर्द महसूस होता।

महिलाओं को सीने में दर्द के अलावा या इसके बजाय पीठ, गर्दन या पेट में दर्द महसूस हो सकता है। इसके अन्य लक्षण ये भी हो सकते हैं-
1. थका हुआ महसूस करना।
2. सांस लेने में कठिनाई होना।
3. पसीना आना।
4. हल्का सिरदर्द या बेहोशी महसूस करना।
5. जी मिचलाना।

Home remedies to reduce pain
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1. लहसुन सीने में दर्द के लिए बहुत उपयोगी है। रोजाना लहसुन खाने से हृदय रोग होने की संभावना कम हो जाती है और इसके ईलाज में भी मदद मिलती है। लहसुन कोलेस्ट्रोल को कम करता है और प्लाक के धमनियों तक पहुंचने से रोकता है। इसकी मदद से रक्त प्रवाह में भी सुधार आता है। आप रोजाना 1 चम्मच लहसुन का रस गर्म पानी में डालकर पिएं, नहीं तो एक लहसुन एवं 2 लौंग रोजाना चबाकर खाएं, इससे आपको काफी फायदा होगा।

2.मेथी के बीज का सेवन करें, क्योंकि कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने और रक्तचाप में सुधार करने में मेथी काफी मददगार है।

3. बादाम का दूध पिएं, ये दूध अन्नप्रणाली में एसिड को बेअसर करने में मदद करता है।

4. जीवनशैली में लाएं जरूरी बदलाव।

5. रोजाना व्यायाम करने की आदत डालें। व्यायाम के अलावा अन्य शारीरिक गतिविधि जैसे- तेज कदमों से चलना, सीढ़ियां चढ़ना-उतरना, बैडमिंटन या टेनिस खेलना आदि जरूर करें।

6. ज्यादा ठण्ड वाले वातावरण में रहने से बचें। कई बार ज्यादा ठण्ड के कारण भी पीठ व सीने में दर्द होता है। शरीर का तापमान सामान्य रखने की कोशिश करें।

7.आहार में फाइबर की मात्रा को बढ़ाएं और कैलोरी की मात्रा को कम करें।

8, खाने में नमक की मात्रा को कम करें और अगर हो सके तो बिलकुल छोड़ दें।

9. धूमपान हृदय संबंधी बीमारी को बढ़ाता है, अत: इसका सेवन न करें।

10.रोज एक ग्लास अनार का जूस पिएं।

Home remedies to reduce pain
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11. भारी भोजन का सेवन करने से बचें।

12. धूम्रपान या शराब का सेवन बंद कर दें।

13 ऐसी चीजें न खाएं, जिनसे फेफड़ों में कफ बने।