सामान्य स्तन विकास अधिकांश महिला के जीवन में होता है।यह आपके जन्म से पहले शुरू होता है, रजोनिवृत्ति पर समाप्त होता है, और इसके बीच में कई चरण होते हैं। ब्रेस्ट में फैटी सेल्स होती हैं जिसके कारण इनका साइज बढ़ता रहता है और इसी के कारण बहुत सी महिलाएं इस बात को इग्नोर कर देती हैं। अगर आपकी ब्रेस्ट का साइज भी अचानक से अधिक बढ़ गया है तो इसका पहला और मुख्य कारण वजन बढ़ना हो सकता है। अगर आपकी ब्रेस्ट साइज अधिक बढ़ गया है और आप इस बदलाव को नोटिस कर पा रही हैं तो आपको इस बदलाव को इग्नोर नहीं करना चाहिए बल्कि इसके कारण को समझना चाहिए। पहले जानते हैं लक्षण।

  • निपल्स में छोटी या बड़ी गांठ महसूस होना

  • नेपाल के चारों तरफ या चेस्ट में खुजली

  • ब्रेस्ट का बहुत ज्यादा नरम पड़ जाना या उन में दर्द होना

  • कमर दर्द होना

ब्रेस्ट बढ़ने की मुख्य तीन स्टेज हैं- बर्थ, प्यूबर्टी मेनोपॉज।

यदि इन तीनों स्टेज से अलग भी जाकर ब्रेस्ट बढ़ रही है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें और कारणों को जानने की कोशिश करें।आइए जानते हैं ब्रेस्ट साइज के अचानक से बढ़ जाने के कुछ मुख्य कारण।

मेंस्ट्रुअल साइकिल: ओवुलेशन के बाद और मेंस्ट्रूअल साइकिल के दौरान हमारे शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रॉन का लेवल अधिक बढ़ जाता है। इससे न केवल आपकी ब्रेस्ट बड़ी दिखती है बल्कि इस दौरान यह अधिक सेंसिटिव भी हो जाती है। इसलिए अगर आपके पीरियड्स आने वाले हैं तो भी आपकी ब्रेस्ट साइज में थोड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।

प्रेग्नेंसी: प्रेग्नेंसी के दौरान आपके शरीर में बहुत से अलग अलग हार्मोनल बदलाव देखने को मिलते हैं इस कारण भी आपका ब्रेस्ट साइज बढ़ सकता है। यह पूरी तरह से सामान्य होता है और हर महिलाओं को देखने को मिलता है। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के ब्रेस्ट टिश्यू में ब्लड स्ट्रीम बढ़ जाती है और इस वजह से आपका ब्रेस्ट का साइज भी बढ़ जाता है।

वजन बढ़ना: बहुत सी महिलाओं को शायद इस बात का नहीं पता होगा की 30 साल की होने के बाद उनका ब्रेस्ट साइज बढ़ सकता है। लेकिन ऐसा अधिकतर तब होता है जब आपके वजन में बदलाव हुआ हो और आपका वजन अधिक बढ़ गया हो। ब्रेस्ट में ब्रेस्ट टिश्यू, फैट सेल्स, कंड्यूटीज और लॉब्यूल्स होते हैं जोकि हमारी उम्र बढ़ने के साथ साथ बढ़ जाते हैं।

सेक्सुअल इंटरकोर्स: सेक्सुअल गतिविधियों के कारण भी आपकी ब्रेस्ट का साइज बढ़ सकता है। सेक्सुअल एक्टिविटी के दौरान एरियोलास इरेक्ट होता है जिस कारण यह भाग थोड़ा अधिक बढ़ जाता है। इसलिए सेक्सुअल इंटरकोर्स के कारण भी ऐसा होना संभव है।

बर्थ कंट्रोल पिल्स: अगर आप बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन कर रही हैं तो इस कारण से भी आपका ब्रेस्ट साइज बढ़ सकता है। इनके अंदर कुछ ऐसे इंग्रेडिएंट्स मिले हुए होते हैं जिस कारण आपका ब्रेस्ट साइज बढ़ सकता है।

ब्रेस्ट लंप: अगर आपकी ब्रेस्ट के अंदर कुछ लंप होते हैं तो इनकी वजह से भी वह बाहर से बड़ी दिखती है और इस स्थिति से ठीक होने के लिए आपको मेडिकल सहायता की जरूरत होती है। इसके बारे में आपको डॉक्टर ही अच्छे से गाइड कर सकेंगे।

पर्याप्त एक्सरसाइज न करना: अगर आप एक्सरसाइज बहुत ही कम करती हैं और इसके मुकाबले अधिक फैटी फूड खाती हैं जिनमें अधिक कैलोरीज़ होती हैं तो भी आपका ब्रेस्ट साइज बढ़ सकता है। अगर आप अपना वजन कम कर लेती हैं तो भी आपको अपना नॉर्मल साइज ही बड़ा लगने लगता है। इसलिए अगर आपने हाल ही में एक्सरसाइज करनी छोड़ दी है या शुरू कर दी है तो भी आपकी ब्रेस्ट साइज में आपको बदलाव देखने को मिल सकता है।

इनमें से कुछ कारण बहुत सामान्य होते हैं। जो हर महिला को देखने को मिलते हैं। लेकिन अगर आपको कुछ सामान्य कारण नहीं लग रहा है तो आपको अपने डॉक्टर के पास जरूर जाना चाहिए।ब्रेस्ट बढ़ जाने पर कुछ सवाल जो आवश्यक महिलाओं के मन में आते हैं।

क्या ब्रेस्ट बढ़ने पर दर्द होता है अगर ऐसा है तो क्यों

हां ब्रेस्ट बढ़ने पर दर्द हो सकता है। इसका कारण एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रॉन हार्मोन हैं। जब आप प्यूबर्टी की तरफ बढ़ती हैं तो इन दोनों हार्मोन का लेवल बढ़ता है। महिलाएं पीरियड्स , प्रेगनेंसी, ब्रेस्टफीडिंग, या मैनोपाज के समय हार्मोन मे बदलाव महसूस कर सकती हैं, जिसकी वजह से ब्रेस्ट में सूजन या दर्द हो सकता है।

क्या मेरी ब्रेस्ट  का आकार एक जैसा होना चाहिए?

अधिकांश महिलाओं के ब्रेस्ट  के आकार में भिन्नता हो सकती है। एक महिला के स्तनों का आकार में थोड़ा भिन्न होना, या यहां तक ​​कि पूरे कप के आकार में भिन्नता होना सामान्य है। यह प्यूबर्टी के दौरान विशेष रूप से आम बात है। इनके आकार में बड़ा अंतर भी आमतौर पर स्वास्थ्य के लिए चिंता का विषय नहीं होता है।

क्या मेरे ब्रेस्ट में गांठ का मतलब है कि मुझे ब्रेस्ट कैंसर है?

अपने ब्रेस्ट में गांठ की तलाश के लिए सेल्फ चेक करते समय कैंसर का जल्द पता लगाने में मदद मिल सकती है। गांठ का मतलब यह नहीं है कि आपको कैंसर है। सेल्फ चेक के महत्वपूर्ण होने का मुख्य कारण यह है कि वे आपको यह जानने में मदद करते हैं कि आपके लिए क्या सामान्य है। कई महिलाओं के लिए, कुछ गांठ होना सामान्य है।

नियमित जांच के साथ, आप देख सकती हैं कि आमतौर पर आपके मासिक धर्म के साथ आपकी गांठें आती हैं और चली जाती हैं। हालांकि अधिकांश गांठ चिंता का कारण नहीं हैं। जब भी आपको पहली बार गांठ मिले तो आपको अपने डॉक्टर को बताना चाहिए। हर गांठ कैंसर नहीं होती लेकिन समय-समय पर डॉक्टर से सलाह जरूर लेते रहना चाहिए।

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