Summary: सर्दियों में नींद क्यों बिगड़ती है? जानें असली वजहें
ठंड और प्रदूषण के मौसम में नींद की क्वालिटी बनाए रखना चुनौती बन जाता है, लेकिन कुछ आसान आदतें आपकी स्लीप-साइकिल को संतुलित कर सकती हैं। सही तापमान, स्वच्छ हवा और रिलैक्सिंग रूटीन अपनाकर आप सर्दियों में भी गहरी, सुकून भरी नींद पा सकते हैं।
Simple Winter Sleep: ठंड का मौसम अपने साथ ठिठुरन, कम धूप और शरीर में सुस्ती लेकर आता है। इस दौरान तापमान गिरने से जहां दिन छोटा हो जाता है, वहीं हवा में बढ़ता प्रदूषण सांस और नींद दोनों को प्रभावित करता है। नाक बंद होना, गला सूखना, त्वचा में रूखापन और कमरे की ठंडक नींद को बार-बार तोड़ सकती है, जिससे रात भर आरामदायक नींद लेना मुश्किल हो जाता है। कई लोगों को सर्दियों में ठीक से नींद नहीं आती हैं, सोने में देर होती है या बार-बार जागने की समस्या आने लगती है। लेकिन अच्छी बात यह है कि कुछ आसान आदतें अपनाकर और अपने बेडरूम के माहौल में छोटे बदलाव करके आप इस मौसम में भी अपनी नींद की क्वालिटी को
बेहतर बना सकते हैं और सुकून भरी नींद पा सकते हैं।
कमरा रहे शुद्ध और नमी-युक्त

सर्दियों में प्रदूषण का लेवल बढ़ जाता है और हवा में नमी कम हो जाती है। इस वजह से नाक और गला सूखने लगते हैं, जिससे नींद बार-बार खुलती है। घर की खिड़की दिन में 20–30 मिनट के लिए जरूर खोलें ताकि वेंटिलेशन बना रहे। इनडोर पौधे जैसे स्नेक प्लांट या मनी प्लांट रखें जो घर के अंदर एयर-प्यूरीफिकेशन का काम करते हैं।
तापमान संतुलित करें
अपने बेडरूम का तापमान सामान्य बनाये रखें। इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट या ब्लोअर का इस्तेमाल सोने से पहले करें, लेकिन पूरी रात चालू न रखें। भारी रजाई की जगह हल्की लेकिन गर्म रखने वाली लेयरिंग अपनाएँ ताकि शरीर को आरामदायक गर्मी मिले।
खाने-पीने की आदतें
सोने से 2 घंटे पहले खाना खत्म कर लें। अगर संभव हो तो रात में हल्का, गर्म और आसानी से पचने वाला खाना लें। कैफीन और चाय का सेवन शाम के बाद बंद कर दें। गुनगुना हल्दी-दूध या कैमोमाइल टी से आरामदायक नींद आती है।
शरीर को रिलैक्स करें
ठंड में मांस-पेशियाँ सख्त हो जाती हैं और तनाव बढ़ने से नींद टूटने लगती है। 5 मिनट की हल्की स्ट्रेचिंग करें। गरम पानी से पैर धोना या फुट-सोक करना बेहद असरदार है। चाहें तो सर, गर्दन और पीठ पर गर्म तेल से 3–4 मिनट हल्की मालिश करें।
धूप का सपोर्ट लें

सुबह 15–20 मिनट धूप में जरूर बैठें। हर दिन एक ही समय पर सोने और उठने की आदत बनाए रखें। सुबह उठते ही पर्दे खोल दें ताकि नेचुरल लाइट शरीर को जागने का सिग्नल दे सके।
स्क्रीन टाइम कम करें
सोने से 60 मिनट पहले मोबाइल और टीवी बंद करने की कोशिश करें। कमरे में हल्की, वॉर्म-टोन लाइट का प्रयोग करें। चाहें तो 10–15 मिनट का कैंडल-लाइट रूटीन अपनाएँ, यह दिमाग को रिलैक्स करता है।
नाइट रूटीन अपनाएँ
रात सोने से ठीक पहले अपने चेहरे और नाक के आसपास की त्वचा साफ करें। स्टीम लेने से बंद नाक खुलती है और सांस लेना आसान हो जाता है। चाहें तो सोने से पहले बेडरूम में कुछ देर के लिए एयर-प्यूरीफायर चलाएँ।
माइंडफुल रूटीन

प्रदूषण और मौसम दोनों ही तनाव बढ़ा सकते हैं, और तनाव नींद का सबसे बड़ा दुश्मन है। 5 मिनट गहरी साँसें लें। एक डायरी बना कर उसमे अपने दिन की तीन अच्छी बातों को लिखें। धीमा संगीत या ध्यान नींद की क्वालिटी को गहराई से सुधारता है।
