Healthy Eating Habits: हम सभी की जिंदगी में एक सबसे बड़ी समस्या है कि हम ऐसा क्या खाएं कि हमारे टेस्ट बड भी सैटिस्फाई हों और यह हमारी शरीर को कोई नुकसान भी न पहुंचाएं। अगर आप भी सेहत से भरे खाने को वरीयता देते हैं तो यह टिप्स आपके बेहद काम आने वाले हैं। इन टिप्स को अगर आप अपने जीवन में लागू करेंगे तो अपने फिजिकल और मेंटल हेल्थ को बेहतर कर पाएंगे। यह बात हम सभी जानते हैं कि हमारा खाने का हमारी सेहत से क्या संबंध है। सिर्फ अनहेल्दी खाने की बात नहीं है आप पौष्टिक भी खा रहे हैं तो आपको समझना होगा कि आप कितना खा रहे हैं। खाने के मामले में एक आसान सा फॉर्मूला है आप सभी कुछ खाएं लेकिन थोड़ा।
प्रोसेस्ड खाने से बचें

आप ज्यादा से ज्यादा अपने खाने में ताजे खाने को वरीयता दें। प्रोसेसस्ड फूड में सोडियम और आर्टीफिशएल इंग्रीडिएट्स बहुत ज्यादा होते हैं। इस वजह से यह आपके शरीर को नुकसान करते हैं और आपके डाइजेशन सिस्टम पर भी विपरीत प्रभाव डालते हैं। ऐसे में इन्हें जितना अवॉइड किया जाए उतना बेहतर है। प्रोसेसड फूड के साथ बहुत मीठे स्नैक्स और ड्रिंक्स् को भी अपने खाने में शामिल न करें। इसकी जगह आप ताजे फल और सब्जियों को अपने खाने में बढाएं। आजकल तो स्मूदी का जमाना है आप इनकी स्मूदी बनाकर भी पी सकते हैं। इसके अलावा स्नैक्स में साबुत अनाज के बने आइटम भी ले सकते हैं। यह चीजें फाइबर से भरपूर होने की वजह से आपको फ्रैश फील करवाती हैं। इससे डाइबटीज और हार्ट से संबधी समस्याओं के होने का खतरा भी कम रहता है। इनसे हमारी मेटाबॉलिक रेट भी अचछी रहती है।
लीन प्रोटीन को डाइट में करें शामिल

लीन प्रोटीन हमें स्वस्थ रहने में मदद करते हैं। इन्हें खाने से हमारा वजन मेंटेन रहने के साथ हमारी मसल्स बनती हैं। इसमें कोलेस्ट्रॉल और कैलोरी भी कम होती है, जो हार्ट डिजीज, स्ट्रोक और डाइबटीज के खतरे को कम करने में मदद करती है। इसके अलावा लीन प्रोटीन हमें ऊर्जावान रखने के साथ हमें मेंटली फिट रहने में भी मदद करता है। अपने आहार में मछली, चिकन, बीन्स और नट्स को शामिल करें। यह लीन प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत्र हैं। अगर आप इन चीजों का नियमित सेवन करते हैं तो आपको अंदर से एक सैटिस्फैशन का अहसास भी रहता है।
साबुत अनाज को थाली में दें जगह

आजकल लोगों के साथ सबसे बड़ी समस्या है कि उनका डाइजेशन बहुत स्लो है। आप भी अगर इस समस्या का शिकार हैं तो साबुत अनाज को अपने आहार में शामिल करें। इाइजेशन को अच्छा करने के साथ-साथ यह आपके एनर्जी लेवल को भी बढ़ाएगा। इसके अतिरिक्त हृदय रोग का खतरा भी इससे कम होगा। साबुत अनाज भी जरुरी विटामिन और खनिजों से भरपूर होते हैं, जिनमें बी विटामिन, आयरन और मैग्नीशियम शामिल हैं। यह आपको सेहत से भरी हेल्दी लाइफ स्टाइल देने में मदद करेगा।
थोड़े-थोड़े अंतराल पर खाएं

दिन भर में छोटे-छोटे भोजन खाने से कई फायदे हो सकते हैं। यह आपके ब्लड शुगर के लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। अगर आप बार-बार खाते हैं तो आपका खाने पर से फोकस कम रहता है। इससे हमारा मेटाबॉलिक रेट भी बढ़ता है। अगर आपको ब्लॉटिंग की समस्या होती है तो इस तरह खाने से वह भी खत्म हो जाती है।
कैफीन और अल्कोहल से करें परहेज

जब आप शराब और कैफीन का सेवन सीमित करना शुरू करते हैं, तो आपको हृदय रोग, कैंसर और स्ट्रोक जैसी बीमारियों के जोखिम से दूर रहने में मदद मिलती है। इसके अलावा नींद में सुधार करने और तनाव और चिंता के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है। शराब और कैफीन से परहेज आपको एक स्वस्थ और बैलेंस लाइफ जीने में मदद कर सकता है।
घर का खाना है बेहतर

अगर आप हेल्दी खाना खाना चाहते हैं तो घर के बने खाने से बेहतर कुछ भी नहीं है। घर का बना खाना अक्सर टेकअवे और प्रोसेस्ड फूड की तुलना में अधिक हेल्दी इसलिए होता है, क्योंकि आप इसमें जो भी तेल मसाले डालते हैं वह आपके हाथ में होते हैं। आप अपनी जरुरत के हिसाब से इन्हें कम या ज्यादा कर सकते हैं। यह आपकी जेब और सेहत दोनों के लिए अच्छा है।
स्वस्थ विकल्प

आप अपनी पसंद की खानों की चीजों को छोड़ने की गलती न करें। आप भी जानते हैं कि आप भी हमेशा के लिए ऐसा कर नहीं सकते। अपनी पसंद की चीजों के हेल्दी ऑप्शन ढूंढें। जैसे कि खाने के बाद कुछ मीठा खाने का मन है तो कुछ लाइट सा आप गुड़ का कम मीठे और चिकनाई का चीला खा सकते हैं। ब्रेड पर स्प्रेड लगाए बिना आपका काम नहीं चलता तो मेयोनीज के बजाय आप दही का स्प्रेड बना सकते हैं।
