World Oral Health Day 2025
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Leaves for Teeth Whitening: दांतों में पीलापन न सिर्फ आपके सेल्फ कॉन्फिडेंस की धज्जियां उड़ा सकता है बल्कि कई ओरल हेल्थ प्रॉब्लम्स का कारण भी बन सकता है। दांतों के पीले होने की कई वजह हैं जिनमें उम्र का बढ़ना, चाय-कॉफी आदि का सेवन, स्मोकिंग और दांतों की सफाई नहीं करना आदि शामिल हैं। वजह कोई भी हो लेकिन इस समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि यह समस्या आगे चलकर पायरिया, मुंह की बदबू, दांतों से खून, मसूढ़ों का कमजोर होना, दांतों में झनझनाहट आदि का कारण बन सकती है। अगर आप दांतों को सफेद करने के घरेलू उपाय खोज रहे हैं, तो आज हम आपको कुछ ऐसे पौधों के पत्तों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें चबाने या दांतों पर रगड़ने से आपके दांतों में चमक आ सकती है-

नीम के पत्ते

नीम के पत्तों का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में उनके जीवाणुरोधी और एंटीफंगल गुणों के लिए सदियों से किया जाता रहा है। नीम की पत्तियों को चबाने या नीम के टूथपेस्ट का उपयोग करने से मुंह में बैक्टीरिया को मारने, प्लाक के निर्माण को कम करने और मसूड़ों की बीमारी को रोकने में मदद मिल सकती है। इसके अतिरिक्त, नीम की पत्तियों में हल्का अपघर्षक गुण होता है जो दांतों पर सतह के दाग को हटाने और समय के साथ उन्हें सफेद करने में मदद कर सकता है।

अमरूद के पत्ते

अमरूद की पत्तियों का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में उनके सूजन-रोधी और रोगाणुरोधी गुणों के लिए किया जाता है। अमरूद की पत्तियों को चबाने या अमरूद की पत्तियों के अर्क को माउथवॉश के रूप में उपयोग करने से मसूड़ों की सूजन को कम करने, मुंह में बैक्टीरिया को मारने और स्वस्थ दांतों और मसूड़ों को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है।

तुलसी के पत्ते

पवित्र तुलसी के पत्ते, जिन्हें ओसिमम सैंक्टम या तुलसी के नाम से भी जाना जाता है, अपने जीवाणुरोधी और सूजन-रोधी गुणों के लिए जाने जाते हैं। तुलसी की पत्तियों में नेचुरल एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-सेप्टिक गुण होते हैं। तुलसी की पत्तियों को सुखा कर, उनका पाउडर बना लें और दांतों को ब्रश करने के लिए इसका उपयोग करें। इसके नियमित उपयोग से प्लाक कम होता है और दांत चमकदार बनते हैं।

पुदीने के पत्ते

पुदीने के पत्ते दांतों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। पुदीने की पत्तियों से मुंह की फ्रेशनेस बनी रहती है और साथ ही यह प्लाक को कम करने में भी मदद करता है। इसे आप चबा सकते हैं या फिर इसका रस निकालकर उस पानी से कुल्ला भी कर सकते हैं।

गिलोय के पत्ते

गिलोय के पत्ते दांतों में बैक्टीरिया को कम करने और मसूड़ों की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। गिलोय की पत्तियों को उबाल कर उसके पानी को ठंडा करके दिन में दो बार कुल्ला करें। ऐसा करने से दांतों में जमे प्लाक को कम करने में मदद मिलती है।

मेरा नाम श्वेता गोयल है। मैंने वाणिज्य (Commerce) में स्नातक किया है और पिछले तीन वर्षों से गृहलक्ष्मी डिजिटल प्लेटफॉर्म से बतौर कंटेंट राइटर जुड़ी हूं। यहां मैं महिलाओं से जुड़े विषयों जैसे गृहस्थ जीवन, फैमिली वेलनेस, किचन से लेकर करियर...