Health And Wellness: हर साल की शुरुआत में लोगों के रुझान और आवश्यकताओं के आधार पर अंदाजा लगाया जाता है कि इस साल लोग सबसे ज्यादा किस टॉपिक या विषय पर फोकस करेंगे। पेंडेमिक के बाद से लोगों का इंट्रेस्ट हेल्थ और वेलनेस की ओर अधिक बढ़ा है। इन अवधारणाओं में न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य भी शामिल है।
परिणामस्वरूप, अब हम जानते हैं कि हेल्दी रहना और उसे मेंटेन करना सुखी जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। इंडस्ट्री एस्टिमेट के अनुसार, भारत में हेल्थ और वेलनेस मार्केट 2022 और 2027 के बीच 5 प्रतिशत की सीएजीआर की दर से आगे बढ़ेगा। आने वाले वर्षों में लोग केवल अपनी हेल्थ पर फोकस करेंगे। तो चलिए जानते हैं ऐसे 5 टॉप ट्रेंड हेल्थ टॉपिक्स जिसपर सबसे ज्यादा ध्यान और चर्चा की जाएगी।
प्लांट बेस्ड डाइट

रिसर्च के मुताबिक प्लांट बेस्ड डाइट में मीट बेस्ड डाइट की तुलना में मोटापा, हार्ट डिजीज, डायबिटीज और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं होने की संभावना कम होती है। जो लोग नियमित रूप से प्लांट बेस्ड डाइट का सेवन करते हैं उनका बीएमआई कम होता है और वेट मैनेजमेंट बेहतर ढंग से होता है। विभिन्न एथलीट और मशहूर हस्तियों की डाइट पर विचार करें, तो वह न केवल हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए बल्कि पर्यावरण की खातिर मांस से दूर रहने का प्रयास करते हैं। प्लांट बेस्ड डाइट 2023 और उसके बाद भी लोकप्रियता हासिल करने की उम्मीद है।
मेंटल हेल्थ का बढ़ता महत्व

मेंटल हेल्थ को फिजिकल हेल्थ को कम नहीं आंका जा सकता। ऐसा प्रतीत होता है कि अब लोग मेंटल हेल्थ के प्रति जागरुक हो रहे हैं। शैक्षिक संस्थान, कॉर्पोरेट वर्क कल्चर और कम्यूनिटी अब मेंटल हेल्थ को बढ़ावा दे रही हैं। मेंटल हेल्थ को इंप्रूव करने के कई बेनिफिट्स हैं जिसमें लाइफ कॉपिंग स्किल, इंप्रूव इंटरपर्सनल रिलेशनशिप और प्रोडक्टिविटी को बढ़ाना शामिल है। 2023 से हम व्यक्तिगत और संस्थागत दोनों स्तरों पर मेंटल हेल्थ के प्रति तनाव में वृद्धि देखने की उम्मीद कर सकते हैं।
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इम्यूनिटी बिल्डिंग को प्राथमिकता

कोविड-19 के बाद अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए इम्यून सिस्टम को दुरुस्त रखना बेहद जरूरी है। कई संस्थाओं और संगठनों द्वारा लोगों को इम्यूनिटी बढ़ाने के बारे में जागरुक किया गया। इम्यून सिस्टम जितना मजबूत होगा, रोगों से लड़ने, इंफेक्शन से बचने और नियमित रूप से बीमार होने की संभावना को कम करने में मदद मिलेगी। इम्यूनिटी बढ़ाने में अच्छी डाइट, नियमित एक्सरसाइज और हाइड्रेटेड रहना शामिल है।
हेल्थकेयर में एआई की क्षमता को समझना

हेल्थकेयर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस या एआई का महत्वपूर्ण योगदान है। इसके द्वारा डॉक्टरों को जटिल मेडिकल केसेस को डायग्नोज करने और उसका समाधान खोजने में आसानी हुई है। मशीन लर्निंग एआई का एक प्रकार है, और स्वास्थ्य क्षेत्र में इसका इंप्लिमेंटेशन 2023 से शुरू होने की उम्मीद है। ये बीमारियों के संबंध में भविष्यवाणी करने में सहायता कर सकता है। आने वाले वर्षों में चिकित्सा पद्धति में कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
योग और टेलीमेडिसिन हेल्थ

वर्तमान में योग अभ्यास और टेली-हेल्थ या टेलीमेडिसिन सेवाओं का उपयोग दुनियाभर में किया जा रहा है। कहने की आवश्यकता नहीं कि लॉकडाउन के दौरान इन सकारात्मक परिवर्तनों ने लोगों को पॉजिटिव रहने की शक्ति प्रदान की। घर पर रहने के बावजूद लोग ऑनलाइन क्लासेस के माध्यम से इनका लाभ ले रहे थे। इसके अलावा डॉक्टरों से टेली परामर्श करने वाले लोगों की संख्या में भी वृद्धि हुई। अब लोग देश के किसी भी कोने से डॉक्टरों से परामर्श लिया जा सकता है। आने वाले कुछ सालों में इसका चलन अधिक बढ़ने वाला है। हमारे हेल्थ और वेलनेस लक्ष्यों को पूरा करने के लिए योग और टेली परामर्श को अपनाना आवश्यक है।
