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जब लोग भोजन में पर्याप्त पानी और फाइबर का सेवन नहीं करते हैं तो कब्ज की समस्या पैदा होने लगती है। यह एक बड़ी समस्या है जिससे दुनियाभर के करीब 21% लोग पीड़ित हैं। साल 2018 में हुए गट हेल्थ सर्वे के अनुसार भारत में करीब 22% वयस्क इस समस्या का सामना कर रहे हैं।
Foods to Avoid When Constipated: ‘कब्ज’ कहने को एक छोटा सा शब्द है, लेकिन असल में यह कई बीमारियों की जड़ है। यह हमारी खराब लाइफस्टाइल का नतीजा है। जिसका मुख्य कारण है गलत और खराब खानपान। जब लोग भोजन में पर्याप्त पानी और फाइबर का सेवन नहीं करते हैं तो कब्ज की समस्या पैदा होने लगती है। यह एक बड़ी समस्या है जिससे दुनियाभर के करीब 21% लोग पीड़ित हैं। साल 2018 में हुए गट हेल्थ सर्वे के अनुसार भारत में करीब 22% वयस्क इस समस्या का सामना कर रहे हैं। चिंता की बात ये है कि इनमें से करीब 59% लोगों में यह स्थिति गंभीर स्तर पर है। ऐसे में लोगों के लिए सिर्फ कब्ज का इलाज जानना ही जरूरी नहीं है, बल्कि उन्हें ये जानकारी होना भी जरूरी है कि आखिर कौन से फूड इसे ट्रिगर करते हैं।
ऐसे पहचानें कब्ज के लक्षण

कब्ज के कारण सिर्फ शारीरिक ही नहीं मानसिक सेहत पर भी बुरा असर होता है। इससे लोगों की प्रोडक्टिविटी कम होने लगती है। सिरदर्द, पेट दर्द, पेट में ऐंठन, गैस, ब्लोटिंग जैसी कई परेशानियों का उन्हें सामना करना पड़ता है। कब्ज के समाधान के लिए उसके लक्षण पहचानना बहुत जरूरी है। जिसमें से सबसे प्रमुख है पेट ठीक से साफ न हो पाना। इसी के साथ बाउल मूवमेंट नहीं होना। मल का बहुत टाइट होना और इस दौरान दर्द महसूस करना। पेट में दर्द और भारीपन आदि सभी कब्ज के लक्षण हैं। अगर आप सप्ताह में दो से ज्यादा बार ऐसी ही समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो आप कब्ज के शिकार हैं।
ये चीजें बढ़ा सकती हैं कब्ज का मर्ज
कब्ज होने का सबसे बड़ा कारण है खराब और असंतुलित आहार। कई बार लोगों को पता ही नहीं होता कि कुछ फूड्स कब्ज की परेशानी को बढ़ा सकते हैं।
दूध और पनीर : कब्ज बढ़ाने की लिस्ट में सबसे ऊपर है दूध और पनीर जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स। इनमें भरपूर मात्रा में लैक्टोज मौजूद होता है, जो पेट की सूजन को बढ़ा सकता है। साथ ही गैस भी बना सकता है। इसलिए अगर आप अक्सर कब्ज से परेशान रहते हैं तो दूध और पनीर से दूर रहें।
चॉकलेट : वैसे तो सीमित मात्रा में खाई गई डार्क चॉकलेट सेहत के लिए अच्छी होती है। लेकिन अगर आप कब्ज की परेशानी का सामना कर रहे हैं तो चॉकलेट से दूर रहें, क्योंकि यह पाचन तंत्र को धीमा कर सकती है। चॉकलेट के कारण बड़ी आंत भोजन से ज्यादा पानी सोखने लगती है और यही कब्ज का कारण बन सकता है। इरिटेबल बाउल सिंड्रोम की स्थिति में कभी भी चॉकलेट नहीं खानी चाहिए।
शराब : शराब को कुछ लोग भले ही लिक्विड समझ कर पीते हैं, लेकिन असल में यह शरीर में डिहाइड्रेशन का कारण बन जाती है। दरअसल, शराब के ज्यादा सेवन से शरीर में मौजूद पानी भी यूरिन के माध्यम से बाहर निकल जाता है, जिससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। ऐसे में कब्ज की समस्या बढ़ जाती है।
फ्राइड फूड : फ्राइड फूड यानी बहुत ज्यादा तला भुना भोजन कब्ज को दो तरीके से बढ़ाता है। इसमें फैट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, वहीं फाइबर कम होते हैं। ऐसे में ये सभी आपके पाचन तंत्र को धीमा कर देते हैं, जिससे कब्ज की समस्या होती है। वहीं ये शरीर से पानी भी ज्यादा सोखते हैं।
कैल्शियम और आयरन सप्लीमेंट्स : विटामिन और मिनरल्स के सप्लीमेंट्स भी कब्ज को बढ़ा सकते हैं। क्योंकि इन सप्लीमेंट्स को पचाने के लिए शरीर को ज्यादा फाइबर की जरूरत होती है। लेकिन जब आप इसे नजरअंदाज करते हैं तो कब्ज की शिकायत होने लगती है।
प्रोसेस्ड फूड्स : प्रोसेस्ड और अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स आज सभी की जिंदगी का हिस्सा बन चुके हैं। लेकिन ये सभी कब्ज को बढ़ाते हैं। नमकीन, चिप्स, बिस्कुट, बर्गर, नूडल्स, पिज्जा जैसे सभी फूड्स में फाइबर कम और फैट्स ज्यादा होते हैं। ऐसे में इन्हें पचाना मुश्किल होता है।
ये खाने से मिलेगी राहत
कब्ज से राहत पाना चाहते हैं तो आप दिनभर में पर्याप्त पानी का सेवन करें। फाइबर रिच फूड खाएं और फैट्स से दूर रहें। भोजन को हमेशा अच्छे से चबा चबा कर खाएं। सेब, पपीता, अमरूद, अनानास, केले जैसे फलों का सेवन करें। गाजर, ब्रोकली, पालक, पत्ता गोभी, चुकंदर जैसी सब्जियां खाएं। साथ ही स्प्राउट्स, चिया सीड्स, फ्लेक्स सीड्स, पंपकिन सीड्स को डाइट में शामिल करें। समस्या ज्यादा होने पर डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
