क्या आप जानते हैं पाचन तंत्र से जुडी ये मज़ेदार बातें
पाचन तंत्र हमारे शरीर का सबसे जरुरी हिस्सा है। पाचन तंत्र हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में मदद करता है।
Digestion Problems: बाहर से खूबसूरत दिखने के लिए अपनी त्वचा और बालों का ख्याल रखने के साथ साथ हम मेकअप पर भी काफी ध्यान देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं हम अपने पाचन तंत्र का अच्छी तरह ख्याल रखें तो इसका असर बाहर से भी दिखाई दे जाएगा। अंदर से आप स्वस्थ होंगे तो उसकी चमक आपकी त्वचा पर अलग ही दिखाई दे जाएगी। पाचन तंत्र हमारे शरीर का सबसे जरुरी हिस्सा है। पाचन तंत्र हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में मदद करता है। पाचन तंत्र भोजन को अच्छी तरह पचाने का काम करता है।
हम किस तरह की लाइफस्टाइल अपना रहे हैं इसका सीधा असर हमारे पाचन तंत्र पर पड़ता है। आज हम आपको पाचन तंत्र से जुडी कुछ ऐसी बातें बताएंगे जो आपने पहले कहीं नहीं सुनी होगी।
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डायजेशन के प्रकार

हमारा पाचन तंत्र दो तरह से काम करता है: मैकेनिकल और केमिकल। जिसमें दांतों से काट कर किसी भी छोटी चीज के टुकड़े करना मैकेनिकल प्रक्रिया में आता है। वहीं केमिकल प्रक्रिया तब शुरू होती है जब हम खाना चबाकर उसे धीरे धीरे निगलते हैं और ये खाना हमारे पेट में जा कर छोटे छोटे एनर्जी मॉलिक्यूल्स में बदल जाता है और साथ ही ये हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।
पाचन क्रिया का आधार

जरा सोचिये कभी किसी बीमारी की वजह से हमारे मुंह के अंदर लार या सलाइवा काम बन रहा हो तब हमारा मुंह किस तरह सूखने लगता है और हम बेचैन हो जाते हैं। देखा जाए तो ये लार ही हमारी पाचन क्रिया को और मजबूत बनाती है। खाना चबाते वक़्त ये सलाइवा खाने को अच्छी तरह से चबाने में मदद करता है। हर दिन कम से कम हमारे मुंह के अंदर 1 लीटर लार बनती है। है ना ये कमाल की बात।
कभी सोचा है

पाचन तंत्र के बारे में हम ना जाने कितनी ही बार अपने डॉक्टर से मिले होंगे और पेट की परेशानी होने पर इसके बारे में कई बातें भी की होंगी। लेकिन क्या कभी आपने इस बात पर गौर किया है कि आखिर हमारा पाचन तंत्र कितना लम्बा है, हमारा पाचन तंत्र मुंह से ही शुरू हो जाता है और आंतों पर जा कर खत्म होता है। पहले आती है मुंह कि बारी, उसके बाद लीवर, फिर छोटी आंत और सबसे बाद में आती है बड़ी आंत, अब इन सबको मिलकर पूरे पाचन तंत्र कि लम्बाई है 30 मीटर।
मेहनती कौन

वैसे तो पाचन क्रिया में सारे अंग मिलजुल कर काम करते हैं। लेकिन सबसे ज्यादा मेहनत का काम छोटी आंत करती है। छोटी आंत का काम सबसे ज्यादा कठिन होता है। एक बार के खाने को पचाने में छोटी आंत पांच घंटे का समय लेती है। भोजन में मौजूद पोषक तत्वों को छोटी आंत अपने अंदर ही अवशोषित कर लेती है।
जरुरी बातें
मदिरा और नशीले पदार्थों का सेवन ना करें।
नियमित रूप से व्यायाम करें।

तनाव से दूरी बनाएं।
तेल मसालों का कम से कम इस्तेमाल करें।
लम्बे समय तक भूखे ना रहें।
