Red Chilli and Green Chilli: मिर्च का उपयोग तीखापन और स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है। मिर्च केवल खाने का स्वाद ही नहीं बल्कि आयुर्वेद में भी इस औषधि गुणों से भरपूर बताया गया है। मुख्य रूप से दो प्रकार के मिर्च होती है- हरी मिर्च और लाल मिर्च। हरी मिर्च जहां हरी और ताजी होती है वहीं लाल मिर्च सुखी और लाल होती है। इसका इस्तेमाल पाउडर के रूप में भी किया जा सकता है।
दोनों का इस्तेमाल लगभग हर घर में किया जाता है लेकिन अक्सर लोगों के मन में यह सवाल आता है कि हरी मिर्च लाल मिर्च कौन है सबसे ज्यादा फायदेमंद? खासकर जब सवाल वजन घटाने और शुगर कंट्रोल करने का हो तो किसका इस्तेमाल करना हमारे स्वास्थ्य के लिए सही रहेगा। वैसे तो हरी मिर्च और लाल मिर्च दोनों के ही अपने-अपने फायदे हैं, लेकिन वजन कम करने में लाल मिर्च बेहतर भूमिका निभाती है और शुगर कंट्रोल करने में हरी मिर्च। इसलिए सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप हरी मिर्च लाल मिर्च दोनों कोई अपने डाइट में संतुलित मात्रा में इस्तेमाल करें।
मिर्च में मौजूद पोषक तत्व

हरी मिर्च में विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर लाल मिर्च के तुलना में अधिक मौजूद होता है, वहीं विटामिन ए और कैप्साइसिन लाल मिर्च में हरी मिर्च के मुकाबले ज्यादा पाया जाता है। हरी मिर्च और लाल मिर्च दोनों में ही एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। विटामिन सी ज्यादा होने के कारण हरी मिर्च इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और लाल मिर्च में कैप्साइसिन अधिक होने की वजह से यह मेटाबॉलिज्म को तेज करता है और फैट बर्न करने में मदद करता है।
वजन घटाने में कौन है अधिक फायदेमंद ?

हरी मिर्च में ज्यादा फाइबर और कम कैलोरीज पाई जाती हैं, इससे लंबे समय तक पेट भरा रहता है और अधिक मात्रा में खाना खाने से बचा जा सकता है। हरी मिर्च मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करती है जिससे फैट काफी तेजी से बर्न होता है और इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं। लाल मिर्च में कैप्साइसिन होने की वजह से शरीर में गर्मी बढ़ती है और अधिक कैलोरीज बर्न होती है, जिससे वजन तेजी से कम होता है। लाल मिर्च खाने से फैट ऑक्सीडेशन यानी फैट बर्निंग की प्रक्रिया भी तेज होती है यानी वजन घटाने के मामले में लाल मिर्च अधिक फायदेमंद है।
शुगर कंट्रोल करने में कौन है ज्यादा असरदार ?
हरी मिर्च में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करते हैं यह इन्सुलिन सेंसटिविटी को बढ़ाकर टाइप टू डायबिटीज के मरीज के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं वहीं लाल मिर्च में मौजूद कैप्साइसिन ब्लड शुगर लेवल को बैलेंस बनाए रखने में मदद करता है। कुछ रिसर्च के अनुसार, लाल मिर्च इन्सुलिन रेजिस्टेंस को कम कर सकती है जो डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए हरी मिर्च का सेवन अधिक फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इसमें फाइबर अधिक मौजूद होता है, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। लाल मिर्च भी ब्लड शुगर कंट्रोल करने में असरदार है लेकिन इसे सीमित मात्रा में ही खाएं।
हरी मिर्च और लाल मिर्च के स्वास्थ्य लाभ
हरी मिर्च इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है। इसमें मौजूद विटामिन सी के कारण यह हमें किसी भी प्रकार के संक्रमण से बचाती है। इसे खाने से पाचन में सुधार होता है। हरी मिर्च कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी मदद करती है और दिल की सेहत को बेहतर बनाती है। विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट स्किन ग्लो और बालों को मजबूत बनाते हैं। लाल मिर्च खाने से सर्दी और खांसी में काफी आराम मिलता है इसमें एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं और दिल की बीमारियों से हमें बचाते हैं लाल मिर्च का कैप्साइसिन पेन रिलीफ का काम करता है। गठिया और जोड़ों के दर्द में यह राहत देता है। कैंसर सेल्स को बढ़ाने से रोकने में भी यह कारगर है।
कितनी मात्रा में मिर्च खाना सही है?
रोजाना एक से दो हरी मिर्च खाया जाए तो यह फायदेमंद हो सकता है। लाल मिर्च को आधे से एक चम्मच ही खाने में मिलाकर खाएं। अधिक मात्रा में सेवन करने से एसिडिटी और गैस की समस्या देखने को मिल सकती है। अगर किसी को पेट की समस्या है, एसिडिटी या जलन हो सकती है, तो मिर्च का सेवन सीमित मात्रा में ही करें। दोनों ही मिर्च के अलग-अलग फायदे हैं इसलिए संतुलित मात्रा में दोनों का सेवन करना बेहतर साबित होगा। वजन घटाने में लाल मिर्च ज्यादा फायदेमंद और शुगर कंट्रोल करने में हरी मिर्च है ज्यादा असरदार।
