1. मेरे महीने पिछले एक साल से लम्बे अंतराल पर आ रहे हैं। पहले हर 30 दिन पर आते थे और अब हर 2-3 महीने पर देरी से आते हैं और कभी-कभी खून का बहाव भी कम होता है। क्या यह मेनोपाज का आगाज़ है?

मासिक-धर्म (मेनोपाज) उस समय बंद होता है जब एक औरत का मासिक-धर्म लगातार 12 महीने नहीं होता। यह आम तौर पर 40 की उम्र के बाद 55 साल तक हो सकता है। 45-47 साल ऐव्रेज उम्र है। आपका अंडाशय कम एस्ट्रोजन (द्गह्यह्लह्म्शद्दद्गठ्ठ) बनाता है और यह मासिक- धर्म बंद होने के संकेत होता है। महीने देरी से आते हैं और कम खून भी जाता है।

2. मेरी उम्र 45 वर्ष की है और मेरे महीने गड़बड़ा रहे हैं। मासिक धर्म खत्म होने के क्या संकेत हैं? आजकल मुझे अचानक से गर्मी और पसीना भी आ जाता है। सभी कहते हैं मैं चिड़चिड़ी हो गई हूं।

मासिक-धर्म बंद होने के कई संकेत हैं। मासिक-धर्म या मासिक-चक्र में परिवर्तन के सिवा, गर्माहट या तमतमाहट महसूस होना और पसीना आना, सोने में परेशानी, मनोदशा में बदलाव, सिरदर्द, बेचैनी होना, योनि में सूखापन, संभोग की अनिच्छा या संभोग से पीड़ा होना, चमड़ी या बाल का सूखापन आदि लक्षण हैं।

3. मैं 50 साल की महिला हूं और मुझे मेनोपाज के लक्षण आए हैं। मेरी नींद बहुत अनियमित हो गई है। रात को कई बार नींद में घबराहट और पसीने से उठ जाती हूं। नींद को सुधारने के लिए क्या उपाय हैं?

नींद हेतु मदद आप स्वयं कर सकती हैं। नियमित समय पर सोएं। बिस्तर पर जाएं, रोज उसी समय उठें। कमरा ठंडा रखें और हल्के कपड़े पहनें। सोने के समय या रात नींद खुलने के बाद गुनगुने पानी से स्नान करें या शावर लें। नियमित कसरत करें। नींद की गोलियों पर निर्भर न रहें। शाम को कैफीन या शराब के उत्पाद से बचें। सोने से पहले या उठने के बाद दलिया और दूध लेने की कोशिश करें। देर से भोजन खाने और तले हुए स्नैक्स से बचें।

4. मेनोपॉज में मेरी टांगों में मुख्य तौर से बहुत दर्द होती है। थकान भी महसूसहोतीहै।ज़्यादा खड़े होने पर टाँगेंजवाबदे देती है और निचली कमर में भी दर्द और खिंचाव सा रहता है। सुना है कि मेनोपॉज में हड्डियों का ख़ास ध्यान रखना चाहिए और कैल्शियम की गोली भी नियमित रूप सेखानी चाहिए। इसके बारे में कृपया सलाह दीजिए।

अपनी हड्डियों की जाँच सघनता-मापक परीक्षण कराए।वज़न बदार्श्त करने संबंधी कसरत बढ़ाएं। अपने आहार में काफ़ी मात्रा में कैल्शियम बढ़ाएं और प्रतिदिन यदि आप वर्ष से ज़्यादा की हैं तो 1000 मिलीग्राम कैल्शियम आवश्यक है।अधिक कैल्शियम वाली भोजनजैसे कि दूध,दही,पनीर और कैल्शियम भरपूर मोटे अनाज संतरे का जूस, पालक, टोफू, सोया दूध का सेवन करें।कैल्शियम का इस्तेमाल करने के लिए विटामिन की आवश्यकता होती है और डॉक्टर के साथ सलाह कर इस कमी को पूरा करें।

5. गर्माहट (hot flushes/hot flashes) मुझे हो रहे हैं। मैं इनको बिलकुल सहन नहीं कर पा रही हूं। मेरा चेहरा बिलकुल लाल हो जाता है, जैसे कि गर्मी से जल रहा हो, फिर पसीना-पसीना सारा चेहरा और गर्दन हो जाता है। मानो जैसे गरम बिजली की लहर से चली हो। बिलकुल बर्दाश्त के परे है। मुझे इसका उपाय बताएं?

गर्माहट के लक्षण हैं यह। स्वयं की मदद के लिए सरल उपाय करें। पसीना सोखने वाले, सूती कपड़े और पोशाक पहनें। गर्माहट के पहले संकेत पर कुछ कपड़े उतार दें। तंग कपड़े न पहने। कमरे का तापमान सबसे कम सेट्टिंग पर रखें। हवा घुमाने के लिए पंखे चलाएं। कैफीन की मात्रा घटाएं। कैफीन- कॉफी, चाय, कोला और चॉकलेट में होती है। मसालेदार भोजन न खाएं और बाहर गर्मी हो तो हल्के भोजन लें। शराब पीते हो तो मात्रा घटाएं। रोज कम से कम 30 मिनट तक कसरत करें। तनाव घटाएं, योग, साधना और मालिश जैसी राहत देने वाली तकनीक अपनाएं। धूम्रपान न करें।

6. क्या हॉट फ्लशेज़ के लिए भोजन में कुछ बदलाव लाना चाहिए? क्या खास पदार्थ खाने चाहिए कि यह फ्लशेज़ कम हो जाएं?

जड़ी-बूटियां और पूरक आहार के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें। सोया उत्पाद, जिन्सेंग, ब्लैक कोहोश या अन्य वस्तुएं लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह करें।

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