Reason of Diabetes: बदलते परिवेष और कामकाज की व्यस्तता ने डायबिटीज जैसी लाइलाज बीमारी को जन्म दिया है। अधिकांश लोगों का मानना है कि अधिक शुगर का सेवन करने से डायबिटीज की समस्या होती है। लेकिन ऐसा नहीं है, माना कि शुगर आपके शरीर के लिए हानिकारक है लेकिन डायबिटीज के लिए कोई एक कारण जिम्मेदार नहीं है। इसका एक कारण तनाव यानी स्ट्रेस भी है। तनाव एक सामान्य प्रतिक्रिया है जिसके विभिन्न शारीरिक और मानसिक प्रभाव हो सकते हैं, जिसमें हाई ब्लड शुगर लेवल भी शामिल है। एक्सेसिव और क्रॉनिक स्ट्रेस इस स्थिति के विकसित होने के जोखिम को बढ़ा सकता है। कई बार तनाव डायबिटीज को कंट्रोल करने की प्रक्रिया को चुनौतिपूर्ण बना सकता है। आखिर तनाव और डायबिटीज में क्या संबंध है चलिए जानते हैं इसके बारे में।
डायबिटीज और तनाव के बीच संबंध

जो लोग तनाव का अनुभव करते हैं उनमें डायबिटीज विकसित होने का खतरा अधिक होता है। तनाव से एड्रेनालाइन और कोर्टिसोल हार्मोन का स्त्राव होता है जो ब्लड शुगर लेवन को बढ़ाने में योगदान कर सकता है। तनाव से टाइप-2 डायबिटीज होने का जोखिम हो सकता है। इसके अलावा लाइफस्टाइल से जुड़े तनाव से भी अप्रत्यक्ष रूप से डायबिटीज की शुरुआत हो सकती है। डायबिटीज के लिए तनाव के विभिन्न प्रकार जिसमें गुस्सा, इमोशनल डिस्ट्रेस, नींद की समस्या, तनावपूर्ण जीवन, दर्दनाक अनुभव और काम से संबंधित तनाव शामिल हैं।
तनाव और डायबिटीज की जटिलताएं
जिन व्यक्तियों को पहले से ही डायबिटीज है उनमें तनाव हार्मोन रिलीज होने से ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में कठिनाई आ सकती है। ये ध्यान रखना भी महत्वपूर्ण है कि गुड स्ट्रेस भी हाई ब्लड शुगर लेवल में वृद्धि का कारण बन सकता है। मानसिक और शारीरिक तनाव शरीर में नकारात्मक तनाव पैदा कर सकता है। हाई स्ट्रेस लेवल वाले लोगों में भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य खराब होने की संभावनाएं अधिक होती हैं। जो डायबिटीज को भी बढ़ावा दे सकती हैं। तनाव और डायबिटीज की समस्या होने पर हार्ट डिजीज, किडनी डिजीज, नर्व डैमेज और फुट प्रॉब्लम जैसी समस्याएं भी बढ़ सकती हैं।
तनाव और डायबिटीज को कैसे करें कंट्रोल

दवाएं
तनाव के इलाज के लिए कोई विशेष दवाएं नहीं होतीं लेकिन कुछ दवाएं एंग्जाइटी और डिप्रेशन के लक्षणों से राहत दिलाने में मदद कर सकती हैं। इसके अलावा डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए इंसुलिन, मेटफॉर्मिन, सल्फोनीजुरिया और थियाजोलिडाइनायड्स दवाएं दी जाती हैं।
लाइफस्टाइल में बदवाल
एक्सरसाइज तनाव के स्तर को कम करने और डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा योग, प्राणायाम और मेडिटेशन से भी तनाव को कम करने में सहायता मिल सकती है। साथ ही एक हेल्दी डाइट, तनाव और डायबिटीज दोनों के लिए लाभदायक हो सकती है।
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सपोर्ट ग्रुप बनाएं
कई बार लोगों का सपोर्ट और गाइडेंस तनाव को कम करने में मदद कर सकता है। इसके लिए आप सपोर्ट ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं। वर्तमान में कई ऑनलाइन फोरम और चैट रूम उपलब्ध हैं जो तनाव और डायबिटीज जैसी समस्याओं से निपटने में आपकी मदद कर सकते हैं। लोगों के सपोर्ट से आपको अपने रुटीन पर टिके रहने और लाइफस्टाइल में बदलाव करने में भी हेल्प मिल सकती है।
