पुराना दर्द है तो घबराएं नहीं, सितंबर पेन अवेयरनेस के अवसर पर जानें इलाज के लेटेस्ट तरीकों के बारे में: Solve Pain Together
Solve Pain Together

Overview:

पुराने दर्द को ठीक किया जा सकता है, लेकिन इस पर ध्यान देने की जरूरत है और चुप्पी तोड़ने की जरूरत है. क्रोनिक पेन दुनिया भर में 1.5 बिलियन से ज्यादा लोगों को प्रभावित करता है.

Solve Pain Together: सितंबर पेन अवेयरनेस यानी दर्द जागरूकता महीना है. इस महत्वपूर्ण अवसर पर क्रोनिक पेन यानी पुराने दर्द को दूर करने के लिए जागरूकता, समझ और एक्शन बढ़ाने पर जोर रहता है क्योंकि ये एक ऐसी स्थिति है जो विश्वस्तर पर हजारों-लाखों लोगों को प्रभावित करती है.

यूएस पेन फाउंडेशन ने इस साल की थीम #SolvePainTogether, रखी है जिसका मकसद दर्द की चुनौतियों से पार पाने के लिए डॉक्टरों, मरीजों और समाज को मिलकर काम करने के लिए प्रोत्साहित करना है. दर्द की जटिलताओं को दूर करने और इससे पीड़ित लोगों के लिए जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए एक समग्र और एक मल्टी-डिसिप्लिनरी अप्रोच बेहद महत्वपूर्ण है.

Solve Pain Together-पुराने दर्द को ठीक किया जा सकता है, लेकिन इस पर ध्यान देने की जरूरत है
Chronic pain can be cured, but it requires attention

इंटरनेशनल पेन सेंटर नई दिल्ली के डायरेक्टर डॉक्टर अमोद मनोचा ने कहा, ”पुराने दर्द को ठीक किया जा सकता है, लेकिन इस पर ध्यान देने की जरूरत है और चुप्पी तोड़ने की जरूरत है. क्रोनिक पेन दुनिया भर में 1.5 बिलियन से ज्यादा लोगों को प्रभावित करता है. यह दिव्यांगता और लाइफ क्वालिटी में कमी के प्रमुख कारणों में से एक है. पीठ दर्द, गर्दन में दर्द, पेल्विक दर्द, न्यूरोपैथिक दर्द, गठिया और फाइब्रोमायल्गिया जैसी कंडीशन किसी व्यक्ति की फिजिकल, इमोशनल और सामाजिक सोशल हेल्थ को बिगाड़ सकती हैं. ये समस्या हर तरफ है, बावजूद इसके दर्द को अक्सर कम आंका जाता है, गलत समझा जाता है, और ठीक से इसका इलाज नहीं किया जाता जिसका असर ये होता है कि लोगों को अनावश्यक पीड़ा होती है और विश्व स्तर पर हेल्थ सिस्टम पर बोझ पड़ता है.”

दर्द जागरूकता माह एक रिमाइंडर है कि किसी को भी चुप रहकर दर्द सहन नहीं करना चाहिए. मॉडर्न इलाज और तकनीक आजकल उपलब्ध हैं जो दर्द को काफी कम कर सकती हैं और दर्द के साथ रहने वाले लोगों के अच्छे रिजल्ट लाए जा सकते हैं.

डॉक्टर मनोचा ने आगे कहा, ”इंटरनेशनल पेन सेंटर में हम प्राकृतिक इलाज के लिए पीआरपी थेरेपी जैसी रीजेनरेटिव मेडिसिन का उपयोग करते हैं, खासकर जोड़ों के दर्द, टेंडन की चोटों और डिजनरेटिव कंडीशन के लिए. हम कई तरह के इलाज करते हैं जिसमें मरीज की जरूरतों के अनुरूप दवाएं, एपिड्यूरल स्टेरॉयड इंजेक्शन, तंत्रिका ब्लॉक, रेडियो फ्रीक्वेंसी एब्लेशन और ट्रिगर पॉइंट इंजेक्शन जैसी मिनिमली इनवेसिव इंटरवेंशनल दर्द प्रक्रियाएं शामिल हैं. स्पाइनल स्टेनोसिस या हर्निएटेज डिस्क जैसे कॉम्प्लेक्स कंडीशन के लिए हम ऐसे एडवांस विकल्प मुहैया कराते हैं जिससे सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ती. हम पर्सनलाइज्ड फिजिकल थेरेपी, कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी और साइकोलॉजिकल सपोर्ट के जरिए मोबिलिटी और राहत प्रदान करते हैं. लगातार मॉनिटरिंग और ट्रीटमेंट एडजस्टमेंट के लिए हम एआई से सुसज्जित टूल का इस्तेमाल भी करते हैं, जिससे समय पर इंटरवेंशन सुनिश्चित होती है.”

नई दिल्ली स्थित इंटरनेशनल पेन सेंटर का ये दृढ़ विश्वास है कि दर्द की समस्या से सही ढंग से निपटने के लिए एक व्यापक, मल्टी-डिसीप्लिनरी अप्रोच की आवश्यकता होती है. ये सेंटर एडवांस मेडिकल तकनीकों, पर्सनलाइज्ड केयर और पेशेंट एजुकेशन को एकसाथ अमल में लाता है ताकि लोगों को अपनी लाइफ फिर से कंट्रोल मिल सके. ये सेंटर एडवांस दर्द मैनेजमेंट के समाधान प्रदान करने के लिए समर्पित है जो लेटेस्ट मेडिकल तकनीकों के साथ पेशंट सेंट्रिक अप्रोच को आगे रखता है. हम सभी को मदद लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, क्योंकि प्रभावी इलाज उपलब्ध है.

पुराना दर्द एक बड़ा चैलेंज रहता है और पेन अवेयरनेस मंथ हमें इसकी याद दिलाता है कि दर्द को ठीक करने वाले इलाज उपलब्ध हैं और किसी को भी परेशानी में रहने की जरूरत नहीं है. एआई समेत लेटेस्ट मेडिकल एडवांसमेंट और पेशेंट सेंट्रिक अप्रोच से हम लोगों का दर्द कम कर सकते हैं और उनके जीवन में सुधार ला सकते हैं. नई दिल्ली स्थित इंटरनेशनल पेन सेंटर में हम एडवांस तरीके से दर्द का इलाज मुहैया कराने के लिए समर्पित हैं. आइए, इस सितंबर हमारे साथ जुड़िए और अवेयरनेस फैलाइए ताकि पुराने दर्द से जुड़ी भ्रामक बातों को खत्म किया जा सके और लोग इस समस्या का इलाज पा सकें. हम मिलकर #SolvePainTogether कर सकते हैं.

मेरा नाम सुनेना है और मैं बीते पाँच वर्षों से हिंदी कंटेंट लेखन के क्षेत्र में सक्रिय हूं। विशेष रूप से महिला स्वास्थ्य, मानसिक सेहत, पारिवारिक रिश्ते, बच्चों की परवरिश और सामाजिक चेतना से जुड़े विषयों पर काम किया है। वर्तमान में मैं...