summary: होटल जैसा स्वाद पाने के लिए ये है ढाबा स्टाइल कढ़ी पकौड़ा की सीक्रेट रेसिपी
अगर आपको ढाबे वाली कढ़ी पकौड़ा पसंद है, तो यह रेसिपी आपके लिए ही है। गाढ़ी, क्रीमी कढ़ी और अंदर से नरम व बाहर से हल्के क्रिस्पी पकौड़े जब देसी तड़के के साथ मिलते हैं, तो स्वाद एकदम लाजवाब हो जाता है।
Kadhi Pakora Recipe: कढ़ी पकौड़ा एक ऐसी देसी डिश है जो हर किसी को पसंद आती है, खासकर जब उसका स्वाद ढाबा जैसा हो। गाढ़ी और खट्टी-मीठी कढ़ी, नरम पकौड़े और ऊपर से देसी तड़का इस खाने को और भी खास बना देता है। अक्सर लोग सोचते हैं कि ढाबा स्टाइल कढ़ी पकौड़ा घर पर बनाना मुश्किल है, लेकिन सही तरीके और कुछ आसान सीक्रेट्स अपनाकर आप इसे बहुत ही आसानी से घर पर बना सकते हैं। इस रेसिपी में हम आपको बताएंगे कि कढ़ी को कैसे गाढ़ा और स्मूद बनाएं, पकौड़ों को नरम कैसे रखें और ऐसा तड़का कैसे लगाएं जिससे बिल्कुल ढाबा जैसा स्वाद आए। यह रेसिपी रोज़ के खाने से लेकर खास मौके तक हर बार सबका दिल जीत लेगी। आइए जानते हैं इसकी रेसिपी ।

Kadhi Pakora Recipe
Ingredients
Method
- एक बर्तन में बेसन लें। इसमें बारीक कटा प्याज़, नमक, लाल मिर्च डालें। थोड़ा-थोड़ा पानी मिलाकर गाढ़ा घोल बनाएं। कढ़ाही में तेल गरम करें और मध्यम आंच पर छोटे-छोटे पकौड़ा डालकर सुनहरे और कुरकुरे होने तक तल लें। पकौड़ा निकालकर अलग रख दें।

- एक बड़े बर्तन में खट्टा दही अच्छी तरह फेंट लें। इसमें बेसन, हल्दी पाउडर, लाल मिर्च, नमक और पानी डालें। अच्छे से मिलाकर बिना गांठ का पतला घोल बना लें।

- कढ़ाही में थोड़ा तेल गरम करें। तेल गरम होने पर उसमें जीरा, राई, हींग और करी पत्ता डालें। तड़का चटकने लगे तो आंच धीमी कर दें।

- अब तैयार किया हुआ दही-बेसन का घोल धीरे-धीरे कढ़ाही में डालें। लगातार चलाते रहें ताकि कढ़ी फटे नहीं।

- धीमी आंच पर कढ़ी को पकाते रहें। बीच-बीच में चलाते रहें और उबाल आने दें। जब कढ़ी थोड़ी गाढ़ी हो जाए, तब अगला स्टेप करें।

- तले हुए पकौड़ा कढ़ी में डालें और 5–7 मिनट धीमी आंच पर पकने दें ताकि पकौड़ा नरम हो जाएं और कढ़ी का स्वाद अंदर तक चला जाए।

- गैस बंद करें और ऊपर से हरा धनिया डालें। गरमागरम कढ़ी पकौड़ा चावल या रोटी के साथ परोसें।

Notes
- कढ़ी बनाते समय दही और बेसन को अच्छे से फेंट लें और उसमें पानी धीरे-धीरे मिलाएं, इससे कढ़ी स्मूद बनेगी और पकते समय फटेगी नहीं। गैस पर रखते समय लगातार चलाते रहें, खासकर उबाल आने तक, ताकि नीचे न लगे और स्वाद सही रहे।
- पकौड़ों के लिए बेसन का घोल न ज्यादा पतला रखें और न ज्यादा गाढ़ा, बस इतना कि चम्मच से गिराने पर धीरे गिरे। तेल मध्यम गरम हो, बहुत तेज होगा तो पकौड़े ऊपर से जल जाएंगे और अंदर से कच्चे रहेंगे, और ठंडा होगा तो पकौड़े तेल ज्यादा सोख लेंगे।
- कढ़ी को धीमी आंच पर धीरे-धीरे पकाएं ताकि बेसन का कच्चापन पूरी तरह खत्म हो जाए और स्वाद गाढ़ा व अच्छा आए। बीच-बीच में चलाते रहें और जरूरत लगे तो थोड़ा पानी डाल सकते हैं।
- तड़का हमेशा आखिर में बनाएं और उसे गरम-गरम कढ़ी पर डालें, इससे खुशबू और ढाबा वाला स्वाद दोनों बढ़ जाते हैं। तड़के में थोड़ी सी हींग और सूखी लाल मिर्च डालना स्वाद को और निखार देता है।
- पकौड़े कढ़ी में डालने के बाद बहुत देर तक न उबालें, बस 5–7 मिनट काफी होते हैं, इससे पकौड़े नरम रहेंगे और गलेंगे नहीं। गैस बंद करके कढ़ी को 10 मिनट ढककर रखने से सारे मसालों का स्वाद अच्छे से मिल जाता है।







