डिओडोरेंट के बारे में ये बातें ज़रूर जान लें
क्या आप डिओडोरेंट का काफी ज्यादा इस्तेमाल करते है? क्या आपको इसकी खुशबू काफी ज्यादा पसंद हैं? अगर हां, तो इसे लगाने से पहले इसके नुकसान के बारे में जरूर जान लें।
Deodorant Side Effects : शरीर से आने वाली दुर्गंध या फिर पसीने की बदबू को कम करने के लिए कई लोग डिओडरेंट लगाना पसंद करते हैं। कई लोगों को इसका इस्तेमाल करना काफी ज्यादा पसंद होता है, इसलिए वे सोने से पहले भी डिओडरेंट लगाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि डिओडरेंट आपके लिए जानलेवा साबित हो सकती है। जी हां, हाल ही में खबर सामने आई थी, जिसमें ब्रिटेन की एक लड़की की मौत का जिम्मेदार डिओडरेंट को ठहराया गया था। ऐसे में यह काफी चिंता का विषय है। आज हम आपको इस लेख में डिओडरेंट से सेहत को होने वाले नुकसान के बारे में बताएंगे। आइए डालते हैं इसपर एक नजर-
क्या थी खबर?
ब्रिटेन की एक 14 साल की किशोरी की मौत डिओडरेंट की वजह से हो गई। बच्ची का नाम जॉर्जिया ग्रीन था। बताया जा रहा है कि जॉर्जिया बिल्कुल फिट और हेल्दी थी। मौत से 1 दिन पहले की रात जॉर्जिया ने अपने कमरे में डिओडरेंट का छिड़काव किया। इसके अलावा उसने ब्लैंकेट में भी डिओ का छिड़काव किया। इसके बाद वह सो गई। सोने के बाद अगली सुबह जॉर्जिया अपने कमरे में मृत पाई गई। डॉक्टर्स का कहना है कि जॉर्जिया की मौत कॉर्डियक अरेस्ट की वजह से हुई। दरअसल, डिओडरेंट के एरोसोल में टॉक्सिक और जहरीले केमिकल्स और गैस मौजूद होते हैं, जो बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक के लिए जहर के समान हो सकते हैं।
कैंसर का खतरा

एफडीए के मुताबिक, पैराबेंस युक्त डिओडरेंट के इस्तेमाल से कैंसर का जोखिम बढ़ता है। ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि आप ब्रेस्ट कैंसर या फिर किसी अन्य कैंसर के जोखिमों को कम करें, तो इसके लिए डिओडरेंट का इस्तेमाल कम करें। वहीं, डिओडरेंट खरीदने से पहले चेक करें कि वह पैराबेंस फ्री हो, ताकि कैंसर के जोखिमों को कम किया जा सके।
खुजली और दाने की परेशानी

कई लोग डिओडरेंट का इस्तेमाल अपने गुप्तांग में करते हैं। ऐसा करने से आपकी कई परेशानियां बढ़ सकती हैं। गुप्तांग में डिओडरेंट का इस्तेमाल करने से आपको खुजली, दानों और रैशेज की शिकायत हो सकती है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए गुप्तांगों में डिओडरेंट लगाने के बजाय बेबी पाउडर का इस्तेमाल करें।
किडनी और लिवर पर असर

रोजाना डिओ लगाने वालों को किडनी और लिवर की परेशानी होने का खतरा रहता है। दरअसल, डिओ में प्रोपलीन ग्लाइकोल और न्यूरोटॉक्सिन नामक केमिकल होते हैं, जो किडनी और लिवर के लिए घातक साबित हो सकते हैं। इसलिए जरूरत से अधिक डिओ लगाने से बचें।
सांस लेने में परेशानी
डिओ से कुछ लोगों को एलर्जी की शिकायत होती है। ऐसे में कुछ व्यक्तियों को इसकी वजह से सांस लेने में परेशानी का अनुभव हो सकता है। वहीं, इसमें मौजूद केमिकल्स की वजह से आपकी श्वसन नली भी प्रभावित हो सकती है। ऐसे में कभी भी सोने से पहले डिओ का इस्तेमाल न करें।

डिओडरेंट के प्रयोग से सेहत को कई नुकसान हो सकते हैं। हालांकि, सभी तरह के डिओ से हर व्यक्ति को ऐसा हो ये जरूरी नहीं है, लेकिन कभी भी डिओ को खरीदने से पहले उसमें मौजूद केमिकल्स की जांच जरूर करें, ताकि किसी भी जोखिम को कम किया जा सके।