स्‍कूलों में तेजी से फैल रहा है कंजक्टिवाइटिस, बच्‍चों की सुरक्षा के लिए अपनाएं ये टिप्‍स: Conjunctivitis in Child
Conjunctivitis in Child Credit: Istock

Conjunctivitis in Child: आजकल बच्‍चों को कंजक्टिवाइटिस की समस्‍या काफी परेशान कर रही है। खासकर स्‍कूली बच्‍चों में ये समस्‍या तेजी से फैल रही है। कंजक्टिवाइटिस को आई फ्लू और पिंक आई के नाम से भी जाना जाता है। इस स्थिति में आंखों में लालिमा, सूजन और पानी आने जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। ये आमतौर पर एक आंख से शुरू होता है और दूसरी आंख तक फैल सकता है। कंजक्टिवाइटिस सामान्‍यतौर पर वायरल और बैक्‍टीरियल इंफेक्‍शन के कारण फैलता है। ये समस्‍या एक से दूसरे व्‍यक्ति को आसानी से ट्रांसफर हो जाती है। इ‍सलिए इस समस्‍या को फैलने से रोकने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए। खासकर स्‍कूल के बच्‍चों को कंजक्टिवाइटिस से सुरक्षित रखने के लिए कुछ टिप्‍स अपनाए जा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।

क्‍या है कंजक्टिवाइटिस

Conjunctivitis in Child
what is conjunctivitis

कंजक्टिवाइटिस आपके कंजक्टिवा को इंफेक्टिड करती है। ये एक पतली झिल्‍ली है जो आपकी आई लिड और आई बॉल को कवर करती है। इंफेक्‍शन आंखों के सफेद हिस्‍से में मौजूद छोटी ब्‍लड वैसल्‍स को फुला देता है, जिसके कारण आंखों का रंग गुलाबी नजर आने लगता है। आंखों में लालिमा के अलावा दोनों आंखों में आंसू, खुजली, जलन और किरकिरापन महसूस होता है। कई मामलों में आंख ये सफेद, पीला या हरा स्‍त्राव भी निकल सकता है। कंजक्टिवाइटिस आमतौर पर व्‍यक्ति की देखने की क्षमता को प्रभावित नहीं करती है। कई बच्‍चों और बड़ों को आंख के अलावा सर्दी-जुकाम और बुखार भी हो सकता है।

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स्‍कूल में बच्‍चों को कैसे करें सुरक्षित

कंजक्टिवाइटिस आम फ्लू की तरह ही कंटेजिअस इंफेक्‍शन है लेकिन इसे फैलने से रोका जा सकता है। यदि आपके बच्‍चे को स्‍कूल से कंजक्टिवाइटिस हुआ है तो बच्‍चे को कुछ दिन स्‍‍कूल ना भेजें। ये समस्‍या एक से दूसरे व्‍यक्ति तक आसानी से ट्रांसफर हो सकती है। इसके अलावा यदि आपका बच्‍चा आई फ्लू के साथ स्‍कूल गया है तो उसे अलग बैठने की सलाह दें ताकि इसका इंफेक्‍शन अन्‍य बच्‍चों में ट्रांसफर न हो। स्‍कूल में कॉमन यूज होने वाली चीजें जैसे कंप्‍यूटर, हेडसेट, प्रिंटर, वॉटर बॉटल को हाथ लगाने से पहले हाथों को अच्‍छी तरह सेनिटाइज करना न भूलें। फ्लू होने की स्थिति में छोटे बच्‍चों को विशेषरूप से स्‍कूल न भेजें। स्‍कूल में बच्‍चे को काला चश्‍मा या चश्‍मा लगाकर भेजें ताकि अन्‍य बच्‍चे इसकी चपेट में न आएं।

कंजक्टिवाइटिस होने पर बरतें ये सावधानियां

Conjunctivitis remedy
Take these precautions in case of conjunctivitis

यदि आपके आसपास कंजक्टिवाइटिस से ग्रसित कोई व्‍यक्ति है तो आप इंफेक्‍शन से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरत सकते हैं।

– बच्‍चे हो या अडल्‍ट हर किसी को अपने हाथों को समय-समय पर धोना चाहिए।

– बच्‍चे को सेनिटाइजर का प्रयोग करने के लिए कहें।

– बच्‍चों को समझाएं कि बार-बार अपनी आखें को हाथ न लगाएं।

– अपनी टॉवेल, रुमाल, पें‍सिल, ग्‍लास और खाना किसी अन्‍य व्‍यक्ति से शेयर न करें।

– अपनी बैठने वाली जगह को डिसइंफेक्‍ट करें।

– अपनी आंखों को थोड़ी-थोड़ी देर में वॉश करें।

– आई ड्रॉप डालते वक्‍त बच्‍चे की आंख से बॉटल को दूर रखें

– पब्लिक स्‍वीमिंग पूल का प्रयोग न करें।