आयुर्वेदिक औषधि है चिरायता, जानें फायदे और नुकसान: Chirata Benefits and Effects
Chirata Benefits and Effects

आयुर्वेदिक औषधि चिरायता के बारे में जानिए

चिरायता स्वास्थ्य के लिए काफी हेल्दी होती हैं। हालांकि, इससे सेहत को कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। आइए जानते हैं चिरायता के फायदे और नुकसान के बारे में-

Chirata Benefits and Effects: आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बूटियां मौजूद हैं, जिसका प्रयोग करने से आप गंभीर से गंभीर बीमारियों को दूर कर सकते हैं। इन आयुर्वेदिक औषधि में चिरायता भी शामिल है। हम में से शायद कई लोग इस औषधि के बारे में न जानते हैं, लेकिन अगर आप किसी आयुर्वेदाचार्य से इलाज कराएंगे, तो आपको इसके बारे में सही जानकारी मिल सकती है। हिमालय की पहाड़ियों पर पाई जाने वाली यह औषधि कई गुणों से भरपूर होती है। इस औषधि का प्रयोग न सिर्फ भारत में बल्कि, ब्रिटिश, अमेरिकी और यूनानी चिकित्सा द्वारा भी किया जाता है। चिरायता का प्रयोग करने से आप बुखार, मलेरिया, डायबिटीज जैसी बीमारियों को दूर कर सकते हैं। आज हम आपको इस लेख में चिरायता से सेहत को होने वाले कुछ फायदे और नुकसान के बारे में बताएंगे। आइए जानते हैं चिरायता से सेहत को होने वाले फायदे और नुकसान क्या हैं?

खांसी-बुखार से राहत

Chirata Benefits and Effects
Ayurvedic Tips For Fever

आयुर्वेद में चिरायता का प्रयोग खांसी, जुकाम और बुखार जैसी परेशानियों को दूर करने के लिए किया जा सकता है। यह सभी समस्याएं वायरल इन्फेक्शन की वजह से होती हैं। इन इन्फेक्शन को दूर करने में चिरायता काफी प्रभावी होता है। इसमें एंटी-वायरल गुण होता है, जो बुखार, खांसी और जुकाम जैसी परेशानी के लिए रामबाण साबित हो सकता है। इन दिनों बढ़ते संक्रमण और बैक्टीरियल समस्याओं को दूर करने के लिए चिरायता काफी प्रभावी औषधि हो सकती है।

इम्यूनिटी होती है बूस्ट

चिरायता में मैग्निफेरिन (Mangiferin) बायोएक्टिव यौगिक होते हैं, जिसके सेवन से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सकती है। इस यौगिक में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी प्रभाव होता है, जो आपकी इम्यूनिटी को मजबूत बनाए रखने में असरदार होता है। इम्यूनिटी मजबूत होने से आप कई गंभीर बीमारियों से दूर रह सकते हैं।

Immunity
Immunity

डायबिटीज कंट्रोल

चिरायता डायबिटीज रोगियों के लिए भी काफी हेल्दी होता है। इसमें एंटी-डायबिटीक गुण होता है, जिससे आपके शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है। कुछ रिसर्च की मानें तो चिरायता में अमारोगेंटिन (Amarogentin) यौगिक होते हैं, जो एंटी-डायबिटिक प्रभाव दिखाता है। इससे आप काफी हद तक डायबिटीज की समस्याओं को कंट्रोल कर सकते हैं।

Diabetes
Diabetes

एनीमिया की परेशानी करे दूर

एनीमिया यानी शरीर में खून की कमी होने पर भी चिरायता आपके लिए फायेदंमद माना जाता है। इसकी पत्तियों में कई आवश्यक विटामिन्स और हेमाटिनिक (Haematinic) प्रभाव होता है, जो आपके शरीर में खून को बढ़ाने में असरदार साबित हो सकता है। अगर आप एनीमिया की समस्या से जूझ रहे हैं, तो एक्सपर्ट की सलाह पर चिरायता का सेवन करें। इससे आपके शरीर को काफी लाभ मिलेगा।

Anemia
Anemia

लिवर को रखे हेल्दी

लिवर हमारे शरीर में मौजूद गंदगी को बाहर निकालने में मददगार होता है। ऐसे में लिवर का स्वस्थ होना बहुत ही जरूरी है। अगर आप लिवर की परेशानियों को दूर करना चाहते हैं, तो चिरायता का औषधि के रूप में इस्तेमाल करें। चिरायता में स्वेरचिरिन (Swerchirin) यौगिक होता है, जो लिवर की समस्याओं को दूर कर सकता है। मुख्य रूप से इसके सेवन से हेपेटाइटिस, हेपेटाइटिस-बी जैसी बीमारियों को दूर करने में मदद मिल सकती है।

Lever
Lever

पाचन संबंधी समस्याएं

पाचन को स्वस्थ रखने के लिए चिरायता का सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए काफी हेल्दी होता है। इसके सेवन से लार (Saliva) और गैस्ट्रिक जूस का स्त्राव बढ़ता है, जो आपकी अपच संबंधी परेशानियों को दूर कर सकता है। इसके अलावा चिरायता में गैस्ट्रिक एंजाइमों को बढ़ाने का भी गुण होता है। इससे कब्ज और पित्त संबंधी परेशानियां कम हो सकती हैं।

Digestive system
Digestive system

खून को करे साफ

खून में मौजूद गंदगी को साफ करने के लिए आप चिरायता का सेवन कर सकते हैँ। इसमें मौजूद गुण खून को डिटॉक्स करने में आपकी मदद कर सकता है। हालांकि, रिसर्च में इस बात कि पुष्टि नहीं की गई है कि चिरायता के किस गुण की वजह से ब्लड डिटॉक्सिफाई होता है।

blood
blood

भूख को दे बढ़ावा

कम भूख लगने से आपका शरीर कमजोर हो सकता है। ऐसे में भूख को बढ़ाना बहुत ही जरूरी है। अगर आप भूख को बढ़ाना चाहते हैं, तो चिरायता का सेवन कर सकते हैं। इसमें मौजूद गुण पित्त यानी बाइल के स्राव को बढ़ावा देता है, जिससे आपकी भूख बढ़ सकती है। अगर आप चाहते हैं कि आपकी भूख बढ़े, तो औषधि के रूप में इसका सेवन कर सकते हैं।

hunger
hunger

मलेरिया बुखार से रखे सुरक्षित

गर्मियों के दिनों में मच्छर के बढ़ते आतंक को कम करने में चिरायता आपकी मदद कर सकता है। मुख्य रूप से चिरायता की मदद से आप मलेरिया बुखार के खतरों को कम कर सकते हैं। दरअसल, चिरायता में स्वेरचिरिन (Swerchirin) नामक तत्व होते हैं, जो आपके शरीर में एंटी-मलेरिया की तरह कार्य करता है। ऐसे में मलेरिया बुखार होने पर आप चिरायता से तैयार काढ़े का सेवन कर सकते हैं।

Malaria
Malaria

आंखों की बढ़ाए रोशनी

कमजोर होती आंखों की रोशनी के लिए चिरायता टॉनिक की तरह कार्य कर सकता है। इसकी मदद से आप अपनी आंखों को स्वस्थ रख सकते हैं। इस आयुर्वेदिक औषधि में विटामिन सी के साथ-साथ विटामिन ए पाया जाता है, जो आंखों की रोशनी के लिए फायदेमंद होता है। इससे आंखों की मांसपेशियों को आराम मिल सकता है।

Foods Good for Eyes
Foods Good for Eyes Credit: Istock

चिरायता के नुकसान ( Side Effects of Chirata )

चिरायता में कई आयुर्वेदिक गुण होता है, जो आपकी समस्याओं को दूर करने में प्रभावी साबित हो सकता है। लेकिन इसके सेवन से आपके शरीर को कुछ हद तक नुकसान होने की भी संभावना होती है। ऐसे में इसका सेवन डॉक्टरी सलाह पर सावधानी पूर्वक करने की जरूरत होती है। आइए जानते हैं किन लोगों को चिरायता से होता है नुकसान-

Side Effects of Chirata
Side Effects of Chirata

ब्लड प्रेशर की दवाओं के साथ चिरायता का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। क्योंकि इससे आपका ब्लड प्रेशर काफी ज्यादा गिर सकता है।

आंत में अल्सर की परेशानी होने पर चिरायता का सेवन करने से बचें। इससे आपकी समस्याएं काफी ज्यादा बढ़ सकती हैं।

गर्भवती महिलाएं और ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलाओं को इसके सेवन से बचना चाहिए। अगर आप इसका सेवन करना चाहते हैं, तो एक बार डॉक्टरी सलाह जरूर लें।

चिरायता का सेवन करने से शरीर को कई लाभ हो सकते हैं। हालांकि, ध्यान रखें कि कुछ स्थितियों में चिरायता से सेहत को नुकसान भी हो सकता है। ऐसे में चिरायता का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टरी सलाह जरूर लें।

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