रहना है तंदुरुस्त तो रोज पिएं ये आयुर्वेदिक औषधीय-मैजिक वॉटर: Benefits of Ayurvedic Water
Benefits of Ayurvedic Water

Benefits of Ayurvedic Water: पानी इस दुनिया में सबसे बड़ी औषधि है। आयुर्वेद में बताया गया है कि दिन के अंत में दूध पीना चाहिए और रात के अंत में या सुबह खाली पेट पानी पीना श्रेयस्कर है। वह पानी चाहे पेट साफ करने के लिए पिया जाने वाला सादा पानी हो या फिर रसोई में मिलने वाली चीजों की मदद से बनाया जाने वाला औषधीय पानी सुबह नियमित रूप से इस पानी को पीने से जिनकी मदद से आप कई बीमारियों से बच सकते हैं। आप अपनी किचन में कई तरह के औषधीय-मैजिक वॉटर बना सकते हैं और कई बीमारियों से बच सकते हैं। घर में आसानी से बनने वाले कुछ पानी इस तरह हैं-

दालचीनी का पानी

Benefits of Ayurvedic water
Benefits of Ayurvedic water-Cinnamon Water

रात को 2 इंच दालचीनी का टुकड़ा एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह पानी को एक उबाल देकर छान लें। थोड़ा ठंडा होने पर पी लें। इस पानी के नियमित सेवन से डायबिटीज कंट्रोल करने, शरीर में जमा अतिरिक्त वसा शरीर  से बाहर निकल जाएगी, अनिद्रा की शिकायत दूर होगी, बदन दर्द में आराम मिलता है, मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और इम्यूनिटी मजबूत होती है।

तेजपत्ते का पानी

रात को गिलास में एक तेजपत्ता भिगोकर रखें। सुबह पानी उबालकर और छान कर पिएं। इसे दालचीनी के साथ भी मिलाकर पी सकते हैं। डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद करता है।

जीरे का पानी

रात में 2 चम्मच जीरा को एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह एक उबाला देकर छानकर पिएं। कब्ज, गैस जैसी पेट संबंधी समस्याओं, शरीर में आयरन की कमी होने, ओबेसिटी को कम करने में मदद करता है।

सौंफ-धनिए का पानी

Benefits of Ayurvedic water
Benefits of Ayurvedic water-Corriander Water

50-50 ग्राम सौंफ और धनिया को दो गिलास पानी में रात को भिगो दें। सुबह धनिया, सौंफ को हाथ से अच्छी तरह मसलकर छान लें। इस पानी को दिन भर में पी लें। कफ-पित्त और वात रोगों में सहायक है। पाचन प्रक्रिया मजबूत होगी जिससे पेट संबंधी समस्याओं में राहत मिलेगी।

जौ का पानी

इसे दो तरीके से बनाया जा सकता है- एक गिलास पानी में 2 चम्मच जौ रात को भिगो दें। सुबह पानी को एक उबाला दें। मसलकर छानकर पी लें। अन्यथा रात को भिगोया जौ का पानी बिना गर्म किए छान कर पी लें। जिन लोगों के शरीर में क्रेटेनिन 0.9-1.4 से ज्यादा है, उन्हें किडनी की समस्या रहती है। नियमित रूप से जौ के पानी का सेवन करने से क्रेटेनिन, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है।

मेथीदाने का पानी

एक गिलास पानी में रात को 2 चम्मच मेथी दाना भिगो दें। सुबह खाली पेट इसे छानकर बिना गर्म किए पी लें। मोटापा कम करने, ब्लड प्रेशर, गुड कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ाने, जोड़ों के दर्द, कोलन कैंसर, डायबिटीज, किडनी के स्टोन जैसी बीमारियों में मेथीदाना पानी लाभकारी है।

बथुआ का पानी

2 चम्मच बथुए के बीज रात को भिगो दें। सुबह पानी उबालकर मसलकर छान लें। आप चाहें तो 10-12 बथुए के पत्ते और 4-5 नीम के पत्तों को एक गिलास पानी में अच्छी तरह उबालें। पानी आधा रह जाने पर छान कर गुनगुना पानी पी लें। इसमें चुटकी भर काला नमक और भुना-पिसा जीरा पाउडर मिलाकर पिएं। यह पानी किडनी, लिवर, मूत्र रोग, नजर कमजोर होने, किडनी में स्टोन होना जैसी समस्याओं और इम्यूनिटी बढ़ाने की रामबाण दवा है।

मूली का पानी

मूली को कद्दूकस कर निचोड़ लें। इसमें निकला पानी पी लें। यह पानी मुंह, गला, पेट और आंत के कैंसर, किडनी में स्टोन होना जैसी समस्याओं में लाभकारी है।

अजवायन का पानी

रात को एक गिलास पानी में एक चम्मच अजवायन भिगो लें। सुबह पानी उबालें। पानी की भाप इन्हेल करें । इससे ब्लॉक नेज़ल पैसेज खुलेगा। छान कर पानी थोड़ा ठंडा करके पिएं। पेट संबंधी समस्याओं को दूर करने, यूरिक एसिड, गठिया, अस्थमा, सांस लेने में दिक्कत होना जैसी समस्याओं में मदद करता है।  

काली मिर्च का पानी

Black Pepper Ayurvedic water
Black Pepper Ayurvedic water

एक गिलास पानी में एक छोटा चम्मच काली मिर्च डालकर पौना गिलास पानी रहने तक उबाल लें। छानकर थोड़ा ठंडा होने पर पिएं। काली मिर्च का पानी इम्यूनिटी बूस्ट करने, खून पतला-साफ करने,  ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने, ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने, वजन कम करने, सर्दी-जुकाम , पाचन प्रक्रिया दुरुस्त करने, आंतों को स्वस्थ रखने, कब्ज जैसी पेट संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है

थोड़े दिन तक पिए जाने वाले मैजिक वॉटर

कुछ और मैजिक वॉटर भी हैं जिन्हें रोजाना पीने के बजाय बीमारी के हिसाब से पिया जाता है-

कुटकी चिरायता का पानी

चिरायता की जड़ को छोटा-छोटा तोड़कर एक बाउल में रखें। एक गिलास पानी डालकर रात को भिगो दें। सुबह छानकर पिएं। इसे 15 दिन तक  ले सकते हैं। पेट साफ करने, डायबिटीज में ब्लड शूगर नियंत्रित करने, रक्त शुद्धि करके चर्म रोगों से निजात दिलाने में मदद करता है। इम्यूनिटी मजबूत होती है। मेटाबॉलिज्म बूस्ट होने पर फैट कम होता है, बैड कोलेस्ट्रॉल कम होने से हृदय रोगों से बचाव होता है।

लौंग-तुलसी का पानी

5-7 लौंग और 5-7 तुलसी के पत्ते एक गिलास पानी में उबालें। आधा होने पर छान लें। थोड़ी-सी मिश्री मिलाकर लंच से 10 मिनट पहले पीना चाहिए।  भूख न लगना, उल्टी-दस्त, जी घबराना, एसिडिटी बनने जैसी समस्या में लाभ पहुंचाता है। इस पानी को पीने से जठराग्नि प्रज्जवलित होती है, भूख लगती है, खाना डायजस्ट होता है, पेट संबंधी समस्याएं कम होती हैं।

कुलथी दाल का पानी

Kulthi Daal
Benefits of Ayurvedic water-Kulthi Daal

रात को एक गिलास पानी में 2 चम्मच कुलथी दाल भिगो दें। सुबह छानकर खाली पेट पिएं। एक महीने तक यह पानी किडनी में स्टोन को गलाकर बाहर निकालने में मदद करता है। शरीर के वजन केा कम करने, डायबिटीज को कंट्रोल करने, हार्ट बीट को सूचारू रूप से चलाने में मदद करता है।

(डॉ संजना शर्मा, आयुर्वेदिक चिकित्सक,  दिल्ली)