छाती में दर्द हो सकता है किसी बड़ी समस्या का संकेत, इससे राहत पाएं इन घरेलू तरीकों से
छाती में दर्द होना किसी बड़ी समस्या का संकेत हो सकता है। हालांकि, गैस या किसी अन्य समस्या के कारण होने वाली चेस्ट पेन से होम रेमेडीज के इस्तेमाल से ही राहत पाई जा सकती है। जानिए इन होम रेमेडीज के बारे में।
Chest Pain Remedy: चेस्ट पेन के बारे में बात दिमाग में आते ही हम सबसे पहले हार्ट अटैक के बारे में सोचते हैं। छाती में दर्द के कई कारण हो सकते हैं। यह दर्द तेज, बर्निंग हो सकती है और आप चेस्ट प्रेशर का अनुभव कर सकते हैं। इसका कारण चाहे कोई भी हो, हम जल्दी आसानी से इसे दूर कर सकते हैं। कुछ होम रेमेडीज भी छाती के दर्द से राहत पाने में सहायक हो सकती हैं। लेकिन, अगर आपको लगता है कि यह दर्द हार्ट अटैक की वजह से है, दर्द बहुत अधिक तेज हो या आपको इस दौरान सांस लेने में समस्या हो, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। पाएं जानकारी छाती में दर्द होने से राहत के लिए Dadi Ke Nuskho के बारे में।
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छाती में दर्द के लिए लहसुन

गार्लिक यानी लहसुन के कई लाभ हैं। सबसे बड़ा लाभ है कार्डियोवैस्कुलर डिजीज से बचाव और हार्ट तक ब्लड फ्लो को सुधारना। हार्ट तक सही ब्लड फ्लो न होने से कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का जोखिम बढ़ता है। जिससे छाती में दर्द हो सकती है। ऐसे में लहसुन का सेवन करने से लाभ होता है।
एपल साइडर विनेगर

एपल साइडर विनेगर में पावरफुल एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं, जिससे हार्टबर्न और एसिड रिफ्लक्स से आराम मिलता है। यह दोनों समस्याएं छाती में दर्द का सबसे आम कारण होती हैं। एक चम्मच एपल साइडर विनेगर को एक गिलास पानी में मिला कर पीने से लाभ होता है।
हल्दी वाला दूध

हल्दी करक्यूमिन का अच्छा स्त्रोत है। यह कंपाउंड कोलेस्टेरोल ऑक्सीडेशन, क्लॉट फार्मेशन और आर्टरी प्लाक बिल्ड-अप के लिए इस्तेमाल होता है। यह सभी समस्याएं हार्ट प्रॉब्लम्स और चेस्ट पेन का कारण बन सकती हैं। करक्यूमिन में एंटी- इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती है जो चेस्ट पेन को कम करने में सहायक है।
गर्म पेय पदार्थ
किसी भी गर्म पेय पदार्थ को पीने से भी ब्लोटिंग या अपच के कारण होने वाले चेस्ट पेन से आराम मिल सकता है। आप गर्म पानी या हर्बल टी का सेवन कर सकते हैं। गर्म पेय पदार्थों से अपच और ब्लोटिंग की समस्या कम होती है और हार्ट हेल्थ में भी सुधार होता है।
विटामिन्स
स्टडीज यह बताती हैं कि विटामिन डी और बी12 की कमी से छाती में दर्द और यहां तक मायोकार्डियल इंफार्क्शन या हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ सकता है। अगर किसी को चेस्ट पेन की समस्या है तो उन्हें विटामिन्स युक्त आहार का सेवन करना चाहिए। यही नहीं, हमारी सम्पूर्ण हेल्थ के लिए भी यह जरूरी हैं। विटामिन के लिए अपने आहार में चीज, अंडे, सीरियल, सोया, मीट आदि को शामिल अवश्य करें।
तुलसी

तुलसी में विटामिन के और मैग्नेशियम होता है। मैग्नेशियम हार्ट में ब्लड फ्लो को प्रोमोट करता है और ब्लड वेसल्स को रिलेक्स भी करता है। इसके साथ ही विटामिन के ब्लड वेसल्स की वॉल्स में कोलेस्ट्रॉल को बिल्ड-अप होने से रोकता है। इससे कार्डियक डिसऑर्डर के उपचार में मदद मिलती है और साथ ही छाती में दर्द से भी राहत मिल सकती है।
सिर को शरीर से थोड़ा ऊपर उठाकर उसी समय लेट जाने से एनजाइना के कारण होने वाले चेस्ट पेन से आराम मिल सकता है। लेकिन, अगर यह दर्द बहुत अधिक तेज हो और आपको अन्य परेशानियां भी हो रही हों तो इसे नजरअंदाज न करें और उसी समय डॉक्टर की सलाह लें।
