Balanced Diet Importance
Balanced Diet Importance

Balanced Diet Importance: अक्सर स्वस्थ रहने के लिए हम खुद को सीमाओं में बांध लेते हैं, मसलन रोज इतनी ही कैलोरीज लेनी है और 1000 स्टेप्स चलने हैं।

आ ज हम ऐसे समय में जी रहे हैं जहां लोग नंबरों से घिरे हुए हैं। कैलोरीज, मैक्रो, स्टेप्स और स्केल। लेकिन वास्तविक पोषण, डेटा से कहीं अधिक गहरा है। यह सिर्फ इस बारे में नहीं है कि आप क्या छोड़ते हैं, बल्कि इस बारे में है कि आप क्या अपनाते हैं, पोषण, रिदम और इरादा। समग्र पोषण शरीर की समझ के अनुसार कार्य करने के बारे में है, न कि उसे दरकिनार करने के। हमारी जीवनशैली की सोच इसी संतुलन को वापस लाने पर केंद्रित है, भोजन को ईंधन, दवा और गहरे स्तर पर जुड़ाव के रूप में देखना।

हम भोजन किस क्रम में खाते हैं, इसका सीधा असर हमारे पाचन, ऊर्जा और पोषक तत्वों के
अवशोषण पर पड़ता है। वर्षों के अनुभव में मैंने देखा है कि भोजन के क्रम में एक छोटासा बदलाव भी सूजन को कम कर सकता है, तृप्ति में सुधार हो सकता है और शरीर के गहरे स्तर पर उपचार को समर्थन दे सकता है।

भोजन ऐसे लें-

कच्ची सब्जियां पहले खाएं

1. ये पचाने में आसान होती हैं और शरीर को गर्मी प्रदान करती हैं, खासकर कमजोर पाचन
वाले लोगों के लिए।
2. खाना पकाने से कुछ पोषक तत्वों जैसेटमाटर में लाइकोपीन या गाजर में बीटा
कारोटीन की उपलब्धता बढ़ जाती है।

Balanced Diet Importance
Right Amount of Food

हल्की पकी हुई सब्जियां

1. ये पचाने में आसान होती हैं और शरीर को गर्मी प्रदान करती हैं, खासकर कमजोर पाचन
वाले लोगों के लिए।
2. खाना पकाने से कुछ पोषक तत्वों जैसेटमाटर में लाइकोपीन या गाजर में बीटा
कारोटीन की उपलब्धता बढ़ जाती है।

प्रोटीन और हेल्दी फैट्स

1. दालें, फलियां, पनीर (ए 2), टोफू (नॉन-जीएमओ ऑर्गेनिक), अंडे, मछली या
मीट शामिल करें।
2. गुड फैट्स जैसे कोल्ड-प्रेस ऑयल, घी, मेवे, बीज या एवोकाडो का उपयोग करें।
3. ये ऊतकों का निर्माण करते हैं, हार्मोन को संतुलित करते हैं और लंबे समय तक एनर्जी
देते हैं।

आखिरी में लें कॉम्पलेक्स कार्बोहाइड्रेट्स
या अनाज

1.बाजरा, हाथ से कुटा चावल, लाल चावल या अन्य साबुत अनाज तृप्ति और स्थिर ऊर्जा
प्रदान करते हैं।
2. कार्बोहाइड्रेट्स को अंतिम में लेने से ग्लूकोज का रिलीज धीमा होता है और यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। यह क्रम बेहतर पाचन को सहारा देता है, क्योंकि यह शरीर को पहले वो चीजें देता है जिसे वह जल्दी पचा सकता है और बाद में वो चीजें जो अधिक समय लेती हैं। यह पोषक तत्वों के उपयोग को बढ़ाता है, अत्यधिक खाने से बचाता है और पूरे दिन
ऊर्जा को स्थिर रखता है।

सिर्फ यह मायने नहीं रखता कि आप क्या खा रहे हैं, बल्कि यह ज्यादा अहम है कि आपका शरीर कितना पोषण सोख पा रहा है और उसका सही उपयोग कर पा रहा है। सही फूड कॉम्बिनेशन, जिन्हें फूड सायनेर्जी कहा जाता है, आपके खाए गए पोषक तत्वों को अधिक प्रभावी रूप से पचाने और शरीर की कोशिकाओं तक पहुंचाने में मदद करते हैं।
उदाहरण के लिए-
1. विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसेनींबू, आंवला या टमाटर को आयरन रिच सब्जियों जैसे पालक या ब्रोकोली के साथ मिलाने से आयरन का अवशोषण बेहतर होता है।
2. फैट-सॉल्यूबल विटामिन (ए, डी, ई, के) को हरे पत्तेदार सब्जियों या गाजर के साथ हेल्दी फैट्स जैसे घी, नारियल तेल या एवोकाडो के साथ खाने से शरीर इन पोषक तत्वों को अधिक प्रभावी तरीके से अवशोषित करता है।

शरीर को लगातार पाचन की स्थिति में नहीं होना चाहिए। खाने के बीच 3 से 4 घंटे का अंतर रखने से पाचन तंत्र को आराम मिलता है, इंसुलिन स्तर संतुलित रहता है और शरीर की नेचुरल डिटॉक्स प्रक्रिया को सहारा मिलता है। अगर रात का खाना सोने से 2 से 3 घंटे पहले खा लिया जाए, तो आंतों को पाचन पूरा करने का समय मिलता है।

तनावमुक्त रहने की कोशिश करें क्योंकि यह पाचन शक्ति को कमजोर कर देता है। इसलिए
साधारण अभ्यास जैसे भोजन से पहले पांच बार गहरी सांसें लेना या मौन में रुकना बहुत बड़ा
फर्क ला सकते हैं।