benefits – क्या पीठ के बल सोना पसंद करती हैं आप? माना हर इंसान की सोने की आदत अलग होती है। सोने की पोजीशन की बात करें तो पीठ के बल सोने से आपको कई तरह के फायदे मिल सकते हैं। वहीं, किसी और पोजीशन में सोने से नुकसान भी हो सकता है।
हम कैसे सोते हैं, किस तरह से सोते हैं, ये सभी बातें काफी मायने रखती हैं। कई लोगों को करवट लेकर सोने की आदत होती है, तो कोई पेट के बल सोता है। काफी लोग ऐसे भी हैं जो जिन्हें पीठ के बल सोने की आदत होती है। लेकिन, इस तरह से सोने की आदत कितनी सही है? इसके क्या फायदे हैं और पीठ के बल सोने का सही तरीका क्या होता है? ये कुछ ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब आपको इस लेख में मिलेंगे।
पीठ के बल सोने के फायदों पर नजर डालिए
पीठ के बल सोने से आपको कम से कम 7 फायदे मिलते हैं। रिसर्च में भी यह बात साबित हुई है।
सिर दर्द से होगी राहत

यदि आपको पीठ के बल सोने की आदत है तो यह जान लीजिए यह आदत बुरी नहीं है। इस तरह से सोने से आपकी कमर एकदम सीधी रहेगी। यह तरीका आपकी गर्दन की मसल्स पर भी अत्याधिक दबाव नहीं डालेगा और आपकी गर्दन पर कोई खिंचाव भी नहीं पड़ेगा, जिस वजह से आपके सिर का दर्द या भारीपन भी कम होगा।
झुकने की परेशानी होती है खत्म

यदि आप पीठ के बल सोते हैं तो आपको झुकते समय या ज्यादा देर खड़े रहने के वक्त परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि पीठ के बल सोना आप की रीढ़ की हड्डी को मजबूत बना देगा। यही नहीं, किसी भी तरह का कमर या कूल्हों का दर्द भी कम हो जाएगा।
पेट की स्थिति ठीक रहती है

मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के निदेशक और प्रमुख डॉक्टर विकास सिंगला के अनुसार, यदि आप पीठ के बल सोते हैं तो आपके पेट की कई परेशानियां दूर हो सकती हैं। पीठ के बल सोने से डाइजेस्टिव सिस्टम ठीक रहता है। साथ ही, पीठ के बल सोने से एसिडिटी नहीं होती।
त्वचा रहेगी जवां

आपके चेहरे की त्वचा पर भी आपके लेटने की पोजीशन का प्रभाव पड़ता है, क्योंकि सोते समय आपके चेहरे की त्वचा रगड़ खा सकती है या उस पर गलत तरीके से सोने की वजह से प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, जैसे कि झुर्रियां आना, त्वचा का ढीला हो जाना आदि।
शरीर होगा सुडौल

जितना आप गलत अवस्था में सोएंगी उतना ही आपके पोस्चर पर प्रभाव पड़ेगा। इससे आपकी ओवरऑल हेल्थ और स्किन सब प्रभावित हो जाएंगे। आपका शरीर बेडौल हो सकता है। लेकिन, कमर के बल यानी कि पीठ के बल सोने से आपका शरीर सुडौल बनेगा। दरअसल, सोते समय शरीर अपनी मरम्मत स्वयं ही करता है और आपके शरीर का विकास भी होता है। इसलिए सीधे लेटने से आपको यह सारी परेशानियां नहीं होंगी।
साइनस की समस्या होगी कम

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यदि पीठ के बल लेटते हैं तो साइनस कैविटी पर प्रेशर नहीं आता और इसमें एकत्र लिक्विड आपके सिर और आंखों की तरफ नहीं जाता और किसी भी प्रकार की ब्लॉकेज होने से रुक जाती है। आपको किसी भी प्रकार का सिर दर्द, आंखों में जलन, नाक बंद, जुकाम जैसे लक्षण परेशान नहीं करते।
आंखों या चेहरे की सूजन होगी कम

क्या आपको रोज सुबह अपना चेहरा सूजा हुआ लगता है? अगर ऐसा है तो कहीं आप पेट के बल तो नहीं सो रहे क्योंकि पेट के बल सोने से आपको यह सब परेशानियां हो सकती हैं। बता दें कि जब आप पेट या साइड की तरफ मुंह करके सोती हैं तो उस हिस्से में तरल इकट्ठा होने लगता है, जिसकी वजह से चेहरे और आंखों के आसपास सूजन महसूस होने लगती है।
हो सकता है आपको नींद भी पूरी तरह से ना आए। लेकिन, यदि आप पीठ के बल सोते हैं तो इस तरह की किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
कैसे डालें पीठ के बल सोने की आदत?

इस सवाल का जवाब आप हमारे लेख के शुरुआत से ढूंढ रहे हैं। तो आपको बता दें, जब कोई व्यक्ति किसी पोजीशन में सोता है तो ये उसकी आदत होती है। और ये आदत उसे बचपन से होती है। इसे बदलना आसान तो नहीं है, लेकिन नामुमकीन भी नहीं है। अगर आप पीठ के बल सोने की आदत डालना चाहते हैं तो आप कुछ ये तरीके अपना सकते हैं-
- आप एक मेमोरी फोम से बने तकिये का इस्तेमाल कीजिए।
- सीधे लेटते वक्त अपने घुटनों के नीचे तकिया रखें।
- शुरूआती दिनों में अपनी पीठ के नीचे तकिया रखिए।
कैसे मिलेगी अच्छी नींद?

दिनभर की थकान के बाद रात का ही एक ऐसा समय होता है जब हम एक अच्छी नींद लेते हैं। लेकिन, अच्छी नींद हर किसी को आसानी से मिल जाए ये भी तो मुमकिन नही है। शोध के मुताबिक, अच्छी नींद एक अच्छे स्वास्थ्य की ओर इशारा करती है। आप कुछ तरीकों की मदद से एक अच्छी नींद ले सकते हैं-
- अपने सोने और जागने का समय निर्धारित करें।
- कम से कम सात घंटे की नींद सिर्फ एक बार ही लें।
- जब नींद आए तभी बिस्तर पर जाएं।
- अगर लेटे हुए 20 मिनट हो गए और नींद नहीं आ रही तो बिस्तर छोड़ दें।
- गर्म पानी से नहाकर सोएं।
- हर रोज व्यायाम करें।
- बेडरूम में हल्की लाइट और शांति का वातावरण बनाएं।
- सोने से पहले कैफीन और शराब से पहरेज करें।
कब न सोएं पीठ के बल?

पीठ के बल सोना हर वक्त सही नहीं होता। आपको इससे क्या कुछ परेशानियां हो सकती हैं, चलिए जान लेते हैं।
- अगर आप ओएसए से पीड़ित हैं, तो पीठ के बल ना सोएं।
- पीठ के बल सोने से खर्राटे आने की संभावना ज्यादा हो जाती है।
- पीठ में दर्द की समस्या हो सकती है।
- गर्भवती महिलाओं को पीठ के बल सोने से बचना चाहिए।
- गर्भ के तीसरे महीने से महिलाओं को करवट लेकर ही सोना चाहिए।
अगर हम अच्छी नींद लेंगे तो हमारी हेल्थ भी अच्छी रहेगी। अच्छी नींद हम तभी ले सकते हैं, जब हमारी सोने की पोजीशन सही हो। विशेषज्ञों के मुताबिक, पीठ के बल सोना जितना फायदेमंद है, उतना ही नुकसानदायक भी। अगर आपके पास एक अच्छा गद्दा है तो सीधे लेटिए और तकिये का इस्तेमाल न करें। आपको यहां ये भी बात ध्यान में रखनी है कि पूरी रात एक ही पोजीशन में न सोएं। इससे शरीर के कई अंगों पर बुरा असर पड़ता है।