आंतों में बैक्टीरिया बढ़ने पर दिखाई देते हैं ये 5 लक्षण, समय पर करें पहचान
Symptoms of gut Bacteria : आंतों में कई तरह के बैक्टीरिा होते हैं, जिसमें कुछ खराब बैक्टीरिया शामिल हैं। खराब बैक्टीरिया के बढ़ने से कई तरह की परेशानी हो सकती है। आइए जानते हैं आंतों में खराब बैक्टीरिया बढ़ने के लक्षण क्या हैं?
Symptoms of Gut Bacteria: हमारी आंतों में कई प्रकार के बैक्टीरिया पाए जाते हैं, जो पाचन और शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाए रखने में मदद करते हैं। लेकिन जब इन बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ता है या इनकी संख्या असामान्य रूप से बढ़ जाती है, तो यह आंत और पूरे शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। इसे आमतौर पर स्मॉल इंटेस्टाइनल बैक्टीरियल ओवरग्रोथ (SIBO) कहा जाता है। सही समय पर इसके लक्षण पहचानकर इलाज करना बेहद जरूरी है।
पेट फूलना

आंतों में बैक्टीरिया बढ़ने का सबसे आम लक्षण पेट फूलना और गैस की समस्या है। जब आंतों में बैक्टीरिया सामान्य से ज्यादा हो जाते हैं, तो वे भोजन को तोड़ने के दौरान अत्यधिक गैस पैदा करते हैं। इसका परिणाम है पेट में भारीपन, असुविधा, और बार-बार डकार आना। यह समस्या कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन के बाद अधिक बढ़ सकती है।
कब्ज या डायरिया की शिकायत होना
आंतों में बैक्टीरिया का असंतुलन पाचन क्रिया को प्रभावित करता है। इससे कई बार डायरिया (दस्त) या कब्ज जैसी समस्याएं होती हैं। डायरिया तब होता है जब बैक्टीरिया भोजन को ठीक से नहीं तोड़ पाते, जबकि कब्ज बैक्टीरिया के कारण मल त्याग प्रक्रिया में रुकावट पैदा होने पर होता है। ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें, तो इसे अनदेखा न करें।
पेट में दर्द और ऐंठन होना
आंतों में बैक्टीरिया की संख्या बढ़ने से सूजन हो सकती है, जिससे पेट दर्द और ऐंठन की समस्या होती है। यह दर्द हल्के से लेकर तीव्र तक हो सकता है और भोजन के बाद अधिक महसूस हो सकता है। यदि यह दर्द बार-बार होता है, तो यह संकेत हो सकता है कि आपकी आंतों में बैक्टीरिया का असंतुलन है।

फूड एलर्जी होना
आंतों में बैक्टीरिया के बढ़ने से शरीर कुछ विशेष प्रकार के खाद्य पदार्थों, जैसे लैक्टोज (दूध से बने उत्पाद) या ग्लूटेन को सहन नहीं कर पाता। इसे फूड एलर्जी या असहिष्णुता कहा जाता है। इन खाद्य पदार्थों का सेवन करने पर पेट दर्द, गैस, और डायरिया जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं।
थकान और पोषण की कमी महसूस होना
आंतों में बैक्टीरिया का असंतुलन पोषक तत्वों के अवशोषण में बाधा उत्पन्न करता है। इससे शरीर को आवश्यक विटामिन और मिनरल्स नहीं मिल पाते। नतीजतन, व्यक्ति को कमजोरी, थकान, और एनीमिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लंबे समय तक ऐसा बने रहने पर यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

क्या करें?
- अगर आपको ये लक्षण महसूस हों, तो डॉक्टर से परामर्श लें। सही समय पर जांच और उपचार से समस्या को बढ़ने से रोका जा सकता है।
- अपने आहार में प्रोबायोटिक्स (दही, छाछ) और प्रीबायोटिक्स (फल, सब्जियां, और साबुत अनाज) शामिल करें, जो आंतों के बैक्टीरिया संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं।
- बार-बार एंटीबायोटिक्स लेने से आंतों के बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ सकता है, इसलिए डॉक्टर की सलाह के बिना इनका सेवन न करें।
- पर्याप्त पानी पीने से पाचन क्रिया सुचारू रहती है।
आंतों में बैक्टीरिया का बढ़ना एक सामान्य समस्या है, लेकिन इसे अनदेखा करना गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। यदि आप ऊपर बताए गए लक्षणों में से किसी को महसूस करते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। समय पर पहचान और सही इलाज से आप अपनी आंतों और पूरे शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं।
