अमेरिकन कांग्रेस ऑफ आब्स्टट्रिशन एंड गाइनकालॉजिस्ट के अनुसार कार्डियो व्यायाम जैसे वॉकिंग, एरोबिक्स और डांसिंग से पीएमएस के लक्षण कम होते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि जब आप व्यायाम करते हैं तो आपका शरीर एंड्रोफिन नामक हार्मोन स्त्रावित करता है, जो तनाव, मरोड़, सिरदर्द और मासिक धर्म के कारण होने वाले दर्द से राहत पहुंचाने में सहायक होता है।

पीरियड्स में एक्सरसाइज करने के फायदे है

  • माहवारी में होने वाले दर्द, थकान, तनाव को दूर करने के लिए एक्सरसाइज करने पर एंडोॢफन नामक रसायन दर्द निवारक की तरह काम करता है और दर्द और थकान को कम करने में बहुत मदद करता है।
  • एक्सरसाइज करने से एंडोॢफन का स्तर बढ़ता है और पीरियड्स में होने वाले दर्द से राहत मिलती है। महिलाओं में पीरियड के दौरान फीमेल हॉर्मोन की कमी हो जाती है जिसकी वजह से थकान और कमजोरी लगती है, लेकिन अगर आप पीरियड्स के समय में भी एक्सरसाइज करेंगी तो आपको अपने शरीर में ताकत का अनुभव होगा और थकान, कमजोरी जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।
  • एक शोध में पता चला है की मासिक धर्म में व्यायाम करने से आपका मूड हमेशा अच्छा रहता है क्योंकि एक्सरसाइज करने से थकान, चिड़चिड़ाहट और दर्द से आराम मिलता है। और फीमेल हॉर्मोन में आई कमी से होने वाली समस्या को भी पीरियड के दौरान एक्सरसाइज से कम किया जा सकता।
  • मासिक धर्म या पीरियड में दर्द, थकान और ऐंठन से छुटकारा पाने के लिए आप कुछ योगासन भी कर सकती है। योग मुद्राएं माहवारी में होने वाले दर्द, मूड स्विंग्स और कमजोरी से निजात दिलाते है, जिससे शरीर की उर्जा बनी रहती है।

पीरियड्स के दौरान ये एक्सरसाइज

  • एरोबिक्स
  • वाकिंग
  • लेग लिफ्ट एक्सरसाइज
  • साइड लंजेस
  • प्लैंक एक्सरसाइज
  • स्ट्रेचिंग

पीरियड्स के दौरान ये योगासन

  • धनुर्आसन
  • मत्स्यासन
  • उस्त्रासन
  • पासासन
  • वज्रासन
  • पर्वतासन

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