Winter Food: सर्दियों का मौसम शुरू होने वाला है। ऐसे में गर्मियों के मुकाबले सर्दियों में ली जाने वाली डाइट काफी हद तक अलग होती है। सर्दियों में शरीर के तापमान को बढ़ाने के लिए डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए, जिससे गर्माहट महसूस हो सके।
एक व्यक्ति जो भी कुछ खाता है, उस चीज से उसकी बॉडी सबसे ज्यादा प्रभावित होती है। वहीं जब सर्दियों का मौसम शुरू होता है, तो बॉडी का तापमान पहले से कम हो जाता है। ऐसे में डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए जो बॉडी के तापमान को बढ़ाने में मददगार हो सके। जब भी सर्दियां पड़ती हैं, तो उस दौरान बॉडी का मेटाबोलिज्म रेट धीमा हो जाता है, इस वजह से शरीर की गर्माहट कम होने लगती है, जिस कारण सर्दियों के दिनों में नींद और आलस सबसे ज्यादा महसूस होता है। इससे बचने के लिए डाइट का ख्याल सबसे ज्यादा रखें। सर्दियों के मौसम में ऐसी डिशेज को जरूर ट्राई करें, जो बॉडी को गर्म रखने में मददगार साबित हो सकती हैं।
सरसों का साग

हरे सरसों के पत्तों से तैयार साग सर्दियों में खाने की जान होती है। मक्के की रोटी के साथ सरसों के साग का कॉम्बिनेशन लाजवाब होता है। ये एक पंजाबियों का काफी लोकप्रिय व्यंजन है। सर्दियों में सरसों के साग में मक्खन स्वाद बढ़ा देता है। सेहत के लिए सरसों का साग खाना काफी अच्छा भी माना जाता है।
थुकपा

इंडो-तिब्बत नूडल सूप थुकपा कहलाता है। सर्दियों के मौसम में गरमा-गरम वेजी नूडल सूप से भरा बाउल शरीर को काफी गर्म रखता है। ये कई तरह से तैयार किया जा सकता है। सभी तरह के गरम मसालों से तैयार थुकपा सर्दियों में पौष्टिक भरा आहार और फुल डाइट है।
गुश्तबा
कश्मीरी व्यंजनों का राजा कहा जाने वाला गुश्तबा सर्दियों में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। इसे बनाने के लिए कई तरह की तैयारी की जाती है। कश्मीर में गुश्तबा को मना करना मेजबान का अपमान करने के बराबर होता है। शाही मसालों और दही में पकाए हुए मटन बॉल्स को लोग खाना खाने के बाद मिठाई की जगह खूब चाव से खाते हैं। सर्दियों में इसे खाना काफी अच्छा माना जाता है।
उंधियू

घंटों मेहनत के बाद उंधियो को तैयार किया जाता है। सर्दियों में मिलने वाले साग-सब्जी, मेथी, मसाले और खूब सारे घी से तैयार उंधियू गुजराती व्यंजन है। सर्दियों में शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए थाली में इसे जरूर शामिल करना चाहिए।
शकरकंद रबड़ी
सर्दियों में शकरकंद रबड़ी काफी पसंद की जाने वाली मिठाइयों में से एक है। इसे दूध, केसर, शकरकंद और इलायची से तैयार किया जाता है। इसमें जरूरी पोषक तत्व होते हैं, जिसकी जरूरत शरीर को सर्दियों के मौसम में होती है। यही वजह है कि शकरकंद रबड़ी को सर्दियों का सुपर फूड भी कहा जाता है।
नोलन गुर संदेश
नोलन गुर संदेश खजूर के गुड़ से तैयार किया जाता है, जो सिर्फ सर्दियों के मौसम में ही मिलता है। ये व्यंजन बंगालियों का मनपसंद व्यंजन है। सर्दियों में मुंह में पिघल जाने वाली इस मिठाई से शरीर को गर्माहट भी मिलती है और पोषक तत्व भी।
गोंद का लड्डू

पेड़ की छाल से निकाले गए गोंद से तैयार गोंद के लड्डू सर्दियों के मौसम में सबसे ज्यादा खाना फायदेमंद होता है। इसे एक बार बनाने के बाद पूरे साल स्टोर करके रखा जा सकता है। इससे शरीर को सर्दी नहीं पकड़ती। गोंद के लड्डू शरीर को गर्म रखने में मददगार होते हैं।
चुकंदर का थोरन
दक्षिण भारत में पड़ने वाली सर्दियों में चुकंदर के थोरन स्वाद और पोषण का खजाना माना जाता है। इसे तैयार करने के लिए चुकंदर को मसाले के साथ फ्राई किया जाता है। इस डिश को सर्दियों की स्पेशलिटी माना जाता है, क्योंकि इसमें मिठास के साथ मसालों का परफेक्ट तालमेल है, जिनके पास ठंड कम करने का उपाय है।
निहारी
निहारी नॉनवेजिटेरियन लोगों के लिए एक ऐसी डिश है, जिसे सर्दियों में खाने की बात ही कुछ और है। इसे बीफ, मटन या फिर चिकन के साथ पकाया जाता है। ये एक सूप करी होती है। इसे तैयार करने में काफी ज्यादा समय लगता है। निहारी को सर्दियों की सुबह खाना अच्छा माना जाता है।
रोगन जोश
माउथ मेल्टिंग मटन से तैयार रोगन जोश का नाम सुनते ही काफी लोगों के मुंह में पानी आ जाता है। कश्मीरी मसालों के साथ परोसी जाने वाली ये गरमा गर्म डिश सर्दियों में शरीर को अंदर से गर्माहट देता है। इसे रोटी या फिर जीरा राइस के साथ सर्व किया जा सकता है।
लाप्सी

नाश्ते में मिठाई के रूप में परोसी जाने वाली लाप्सी गुजरात और राजस्थान में सबसे ज्यादा पसंद की जाती है। लाप्सी को घी, सूखे मेवे, गेंहू और किशमिश से तैयार किया जाता है। सर्दियों में शरीर को पूरे दिन गरम रखने के लिए लप्सी एक अच्छा व्यंजन है।
तिल पीठा

असम में पसंद की जाने वाली तिल पीठा एक तरह की मिठाई होती है। इसे एक तरह का पैनकेक कहा जा सकता है, जिसे गुड़ और तिल से तैयार किया जाता है। हालांकि, सर्दियों के मौसम में गुड़ सबसे अच्छा मिलता है, जिससे तिल पीठा बनाया जाता है। भारत में कई जगह सर्दियों में इसे परोसा जाता है। ये खाने में नरम और कुरकुरा सा लगता है। सर्दियों में इसे कभी भी खाया जा सकता है।
पंजीरी
सर्दियों में खाई जाने वाली पंजीरी काफी स्वादिष्ट होती है। यह घी, चीनी और बादाम व सूखे मेवा से मिलकर बनाई जाती है। इस पंजीरी की विशेषता है इसमें प्रयोग होने वाला घी और मेवा, जो आपको सर्दियों में फिट व आपकी त्वचा को चमक देती है।
चिक्की

सर्दियों के दिनों में पूरे भारत में चिक्की को बड़े शौक से खाया जाता है, जो कि चीनी या गुड़ से मिलकर बनाई जाती है। चिक्की बहुत से फ्लेवर में इन दिनों में उपलब्ध होती है, जैसे गुड़ की चिक्की, मूंगफली की चिक्की या गुलाब की चिक्की। इसकी विशेषता है, इसका कुरकुरापन जो आपको खाने में स्वाद तो देता है, साथ में आपको सर्दी में भी स्वस्थ रखता है।
