Dal Dhokli Tip: हर दिन जब एक ही तरह की सब्जी खाकर मन ऊब जाता है तो कुछ अच्छा व टेस्टी खाने की इच्छा होती है। कभी-कभी हम अपनी डिश को एक नए अंदाज में भी खाना पसंद करते हैं। अगर आप भी कुछ अच्छा खाने का मन बना रहे हैं तो ऐसे में दाल ढोकली बनाई जा सकती है। यह एक गुजराती डिश है, जिसे पूरे भारत में लोग बनाना व खाना पसंद करते हैं। खासतौर से, जब आपका मन कुछ घर जैसे खाने का हो और जो स्वाद से भरपूर भी हो, तो दाल ढोकली यकीनन आपके टेस्ट बड को शांत करने में मदद करेगी।
इस बात में कोई दोराय नहीं है कि दाल ढोकली का स्वाद बेमिसाल होता है, लेकिन एकदम परफेक्ट दाल ढोकली बनाना इतना आसान नहीं जितना लगता है। ज़रा सा ज़्यादा पका दिया तो ढोकली का स्वाद बिगड़ जाता है और अगर दाल फीकी निकली तो सारा मज़ा किरकिरा हो जाता है। यही वजह है कि दाल ढोकली बनाते समय आपको कुछ छोटे-छोटे टिप्स को जरूर फॉलो करना चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में हम आपके दाल ढोकली बनाने के कुछ ऐसे ही सीक्रेट टिप्स के बारे में बता रहे हैं, जो यकीनन आपके बेहद काम आएंगे-
दाल को अच्छी तरह करें मैश
दाल ढोकली बनाते समय अरहर की दाल का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन अगर आप अपनी डिश को एक बेहतरीन टेस्ट व टेक्सचर देना चाहते हैं तो दाल को उबालकर मैश करें। इसके लिए अरहर की दाल को प्रेशर कुकर में 3-4 सीटी तक पकाएं, फिर हल्का सा मैश कर लें। मैश की हुई दाल से मलाई जैसा टेक्सचर बनता है, जिससे ढोकली उसमें अच्छी तरह घुल जाती है और डिश गाढ़ी व लजीज बनती है।
दाल में लगाएं डबल तड़का
यह एक ऐसा टिप है, जो आपकी दाल ढोकली के स्वाद को कई गुना बढ़ा सकता है। इसके लिए आप पकाने की शुरुआत में जीरा, हिंग, करी पत्ता व लहसुन का एक तड़का लगाएं और अंत में लाल मिर्च पाउडर वाला तड़का फिर से डालें। दरअसल, डबल तड़के से स्वाद और खुशबू दोनों दोगुनी हो जाती है। ऊपर से गरम तड़का खाने के स्वाद को बढ़ा देता है।
सही तरह से गूंथे आटा
ढोकली का आटा हमेशा नरम लेकिन थोड़ा टाइट ही गूंथना चाहिए। इसके लिए आप गेहूं के आटे में हल्दी, लाल मिर्च, अजवाइन और थोड़ा तेल डालकर सेमी-सॉफ्ट आटा गूंथें। दरअसल, टाइट आटे से ढोकली पानी में गलती नहीं है, जिससे आपको वह परफेक्ट टेस्ट मिलता है, जो आपको चाहिए होता है। साथ ही, अजवाइन, अजवाइन व मिर्च से रंग और स्वाद दोनों बढ़ते हैं।
बहुत पतली ना बेलें ढोकली
दाल ढोकली बनाते समय ढोकली को पतला बेला जाता है, लेकिन इसे बहुत ज़्यादा पतला बेलने से बचें। कोशिश करें कि आप इसे मध्यम मोटाई से बेलकर 1-1.5 इंच के चौकोर टुकड़े काट लें।ज़्यादा मोटी ढोकली कच्ची रह जाती है, और ज़्यादा पतली जल्दी टूट जाती है। मध्यम मोटाई से अच्छी चबाने वाली टेक्सचर आती है।
