मंगलसूत्र के बारे में जानिए सबकुछ
हिन्दू धर्म में मंगलसूत्र का काफी ज्यादा महत्व है। हालांकि, इसे पहनने का तरीका और डिजाइन अलग-अलग राज्यों में भिन्न होती है। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से-
Mangalsutra: हिन्दू धर्म में शादी के बाद महिलाएं मंगलसूत्र पहनती हैं। यह महिलाओं के सोलह श्रृंगार का ही हिस्सा है। यह महिलाओं के शादीशुदा होने का प्रतीक माना जाता है। मार्केट में आपको तरह तरह के डिजाइन वाले मंगलसूत्र होते हैं, जो बेहद ही खूबसूरत होते हैं। आप अपने जरूरत के हिसाब से तरह-तरह के मंगलसूत्र बना सकते हैं। वहीं, मंगलसूत्र की कीमत, इस बात पर निर्भर होती है कि आप उसे किस धातु का बना रहे हैं। आज इस लेख में हम आपको मंगलसूत्र से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां देंगे। आइए विस्तार से जानते हैं इस बारे में मंगलसूत्र के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां-
मंगलसूत्र क्या है? (What is Mangalsutra)

हिंदू धर्म में मंगलसूत्र का महत्व है। यह दो शब्दों से मिलकर बना होता है, जिसके अर्थ को समझना बहुत ही आसान है। मंगल का मतलब पवित्र और सूत्र का अर्थ धागा होता है। दोनों शब्दों को जोड़कर, इसका अर्थ एक पवित्र धागा होगा। शादी के बाद पति-पत्नी के रिश्तो को जोड़कर रखने वाला धागा ही मंगलसूत्र होता है, इसलिए हिंदू धर्म में मंगलसूत्र पहनना बेहद ही शुभ माना जाता है।
मंगलसूत्र के प्रकार (Types of Mangalsutra)
भारत में कई जाति और समुदाय के लोग रहते हैं। ऐसे में मंगलसूत्र के पहनने का तरीका और इसके डिजाइन भी बहुत ही भिन्न-भिन्न हो सकते हैं। भारत के अलग-अलग राज्यों में इसे अलग-अलग तरह के डिजाइन से तैयार किया जाता है। आइए जानते हैं मंगलसूत्र के प्रकार के बारे में-
- उत्तर प्रदेश और बिहार का मंगलसूत्र – बिहार और उत्तरप्रदेश का मंगलसूत्र लगभग एक समान होता है, जो काली मोती में पिरोया जाता है। इसके साथ ही इसमें सो के पैंडेंट लगाये जाते हैं। वहीं, कुछ लोग सोने से बजाय हीरे और चांदी के पैंडेड भी लगाते हैं।
- कश्मीरी मंगलसूत्र – कश्मीरी मंगलसूत्र काफी अलग और खूबसूरत होता है। यहां मंगलसूत्र को कानों में पहनाया जाता है, जो लड़की के मायके से आता है। कश्मीरी यह लाल रंग के ऊनी धागे और सोने के पेंडेंड से बना होता है। शादी के बाद लाल धागे को सोने की चेन से बदल दिया जाता है, जिसे अक्सर लड़की के ससुराल वालों की ओर से दिया जाता है। कश्मीर में इसकी एक अपनी अलग मान्यता है, इसे कश्मीरी भाषा में देझूर कहा जाता है।

- केरल का मंगलसूत्र – तमिलनाड़ु की तरह केरल में भी मंगलसूत्र को थाली कहा जाता है। इसे अक्सर केरल में ईसाई दुल्हन पहनती हैं, जिसमें क्रॉस पेंडेंड सोने की चेन में होता है। वहीं, हिन्दू की थाली में एक दिल का शेप वाला पेंडेड होता है, जिसमें पांच या सात डॉट्स बने होते हैं। इस तरह के डिजाइन वाला मंगलसूत्र केरल में बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है।
- तमिल मंगलसूत्र – यहां के मंगलसूत्र को थिरुमांगल्यम या थाली कहा जाता है। इसका पेंडेट अलग-अलग आकार को होता है। लोग अपने मुताबिक, तुलसी का पौधा, भगवान शिव, देवी मीनाक्षी की तस्वीर या फिर परिवार के ईष्ट की छवि बनाते हैं। थाली को सोने की चेन या फिर पीले रंग के धागे में डाला जाता है, जिसे गले में शादी के दौरान गले में पहनाया जाता है।

- महाराष्ट्रीयन मंगलसूत्र – यहां के मंगलसूत्र को वटी भी कहा जाता है, जो काली मोतियों में पिरोया जाता है। इस मंगलसूत्र का आकार दो छोटी-छोटी कटोरी की तरह होता है, जिसे शिव और शक्ति का प्रतीक माना जाता है।

- कर्नाटक में मंगलसूत्र – कर्नाटक के मंगलसूत्र को कार्थमणी पथक कहा जाता है। यह सोने का बना होता है, मंगलसूत्र के पेंडेड में देवी लक्ष्मी की प्रतिमा होती है।
- तेलुगु मंगलसूत्र – तेलुगू में मंगलसूत्र का डिजाइन दो राउंड शेप में होता है, जो डिस्क या कॉइंस जैसा बना होता है। इसे पीले रंग के धागे में बा्ंधा जाता है। इसकी खास बात यह है कि शादी के समय दुल्हा पेंडेड को खुद ही पीले रंग के धागे में इसे बांधता है। वहीं, इसे बांधते समय तीन गांठ लगाई जाती है।

मंगलसूत्र पहनने के क्या फायदे हैं?
माना जाता है कि मंगलसूत्र में दैवीय शक्तियां होती हैं। सोने और काले मोतियों का संयोजन पति-पत्नी को किसी भी बुरी शक्ति से बचाता है। ऐसी मान्यता है कि जब एक महिला रोजाना मंगलसूत्र पहनती है, तो वह अपने पति के साथ अपने रिश्ते की किसी भी नकारात्मकता से बचाव करती है। धार्मिक दृष्टि से रोजाना मंगलसूत्र पहनने के कई लाभ होते हैं।
- मंगलसूत्र सोने और काले मोतियों का संयोजन है। माना जाता है कि सोने में हीलिंग गुण होते हैं, जो आपके हृदय के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। जब मंगलसूत्र को हृदय के करीब पहना जाता है, तो यह चारों ओर से लौकिक तरंगों को आकर्षित करता है और हृदय की कार्यप्रणाली में सुधार करता है। यह भी माना जाता है कि ये तरंगें पति-पत्नी के बीच स्वस्थ संबंध बनाए रखने में मदद करती हैं।
- यह भी मान्यता है कि मंगलसूत्र पहनने से महिला के शरीर का ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित रहता है।
- मंगलसूत्र में काले मोती नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखते हैं और दर्द और बेचैनी को कम करते हैं। यह महिला को सकारात्मक और खुश रखता है।
- पवित्र धागा महिला के शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर कर सकता है, जो महिलाओं के शरीर को पूरे दिन एक्टिव रखता है।
- आज, मंगलसूत्र एक फैशन स्टेटमेंट बन गया है और महिलाएं इस पारंपरिक आभूषण की कई अलग-अलग शैलियों और डिजाइनों को आजमा रही हैं। वहीं, आज ब्रेसलेट मंगलसूत्र लेटेस्ट ट्रेंड बन गया है।

मंगलसूत्र के काले धागे का महत्व क्या है?
क्या आप जानते हैं कि मंगलसूत्र में काले मोती क्यों होते हैं? मंगलसूत्र इन काली मोतियों के बिना अधूरा है। इसे भगवान शिव और उनकी पत्नी पार्वती के बीच एक बंधन का प्रतीक भी माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि मंगलसूत्र में सोना देवी पार्वती का प्रतीक है और काले मोती भगवान शिव का प्रतीक हैं।
परंपरागत रूप से, एक मंगलसूत्र में 9 मनके होते हैं, जो ऊर्जा के 9 विभिन्न रूपों का प्रतिनिधित्व करते हैं। ये ऊर्जाएं पत्नी और पति को किसी भी बुरी ऊर्जा से बचाती हैं। इन मोतियों को सभी तत्वों – वायु, जल, पृथ्वी और अग्नि की शक्ति के लिए भी जाना जाता है। ये 4 तत्व स्त्री और पुरुष के बीच के रिश्ते को मजबूत बनाए रखने में मदद करते हैं।

बॉलीवुड अभिनेत्रियों की मंगलसूत्र की कीमत क्या है?
प्रियंका चोपड़ा के मंगलसूत्र की कीमत : प्रियंका चोपड़ा शादी में लाल जोड़े में नजर आई थीं, जिसे लेकर उनकी खूब तारीफ भी की गई है। उनके मंगलसूत्र की कीमत 52 लाख रुपये है।

अनुष्का शर्मा के मंगलसूत्र की क्या है कीमत : बॉलीवुड की एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा की शादी क्रिकेटर विराट कोहली से हुई है। सोशल मीडिया पर उनकी शादी और रिश्ते की खबरें खूब चर्चा में रहीं। अनुष्का के मंगलसूत्र की बात करें, तो उनका मंगलसूत्र हीरे से बना हुआ है। मीडिया की खबरों के मुताबिक, इस मंगलसूत्र की कीमत करीब 52 लाख रुपये बताई जा रही है।
दीपिका पादुकोण के मंगलसूत्र की कीमत? : दीपिका अक्सर अपने लुक्स को लेकर चर्चा में रहती हैं। इनकी शादी रणवीर सिंह से हुई है। इनके मंगल सूत्र की कीमत लगभग 20 लाख रुपये आंकी जा रही है।

ऐश्वर्या राय बच्चन : कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऐश्वर्या राय बच्चन के मंगलसूत्र की कीमत 45 लाख रुपये बताई जा रही है। इसके मंगलसूत्र का पैंडेंट डायमंड पेंडेंट से बना हुआ है, जिसमें ब्लैक बीडेड नेकपीस है।
कटरीना कैफ के मंगलसूत्र की कीमत क्या है? : सोशल मीडिया पर कैटरीना अक्सर अपनी फोटोज शेयर करती रहती हैं, जिसमें उन्होंने कई तस्वीरों में मंगलसूत्र पहना हुआ है। मीडिया के अनुमान के मुताबिक, उनके मंगलसूत्र की कीमत पांच लाख रुपये के करीब है।

पुरुष मंगलसूत्र क्यों नहीं पहनते हैं?
हिन्दू धर्म में पुरुषों द्वारा मंगलसूत्र पहनने की परंपरा नहीं है। वहीं, इस बात का ध्यान रखें कि हिन्दू धर्म में महिलाओं के लिए मंगलसूत्र उन सात प्रतीकों में से एक है, जो यह संकेत देते हैं कि महिला विवाहित है। वहीं, पुरुषों के पास सिर्फ एक ही संकेत होता है, जो हाथों की अंगूठी होती है। वहीं, मंगलसूत्र दुल्हन को पहनना भी अनिवार्य नहीं होता है, सिर्फ माथे का सिंदूर और कुमकुम अनिवार्य होता है।
दुल्हन के लिए मंगलसूत्र कौन खरीदता है?
आमतौर पर मंगलसूत्र दुल्हन के लिए दूल्हे के परिवार वालों को खरीदना चाहिए। हालांकि, अलग-अलग राज्यों में यह परंपरा अलग-अलग है। उदाहरण के लिए आंध्र प्रदेश में शादी के रस्म के दौरान मंगलसूत्र में दो गोल डिस्क दुल्हन के परिवार द्वारा दी जाती है। वहीं, शादी के बाद इसमें चेन दुल्हा का परिवार लगाता है।

मंगलसूत्र कब खरीदें?
मंगलसूत्र हमेशा शुभ मुहूर्त में खरीदें। ज्योतिष शास्त्रों की दृष्टि से मंगलसूत्र खरीदने का सबसे शुभ दिन गुरुवार या शुक्रवार का होता है। ऐसे में आप सप्ताह के यह दो दिन बेफिक्र होकर मंगलसूत्र खरीद सकते हैं। वहीं, अगर आप थोड़ा अधिक रीति-रिवाज फॉलो करते हैं, तो एक बार अपने पंडित की सलाह पर ही मंगलसूत्र खरीदें।
हिन्दू धर्म में मंगलसूत्र का विशेष महत्व होता है। हालांकि, इसे अलग-अलग राज्यों और समुदाय में पहनने का तरीका काफी अलग होता है।
FAQ | क्या आप जानते हैं
एक मंगलसूत्र कितने का आता है?
मंगलसूत्र कितने का आएगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस धातु का मंगलसूत्र ले रहे हैं। अक्सर लोग सोने या हीरे का मंगलसूत्र लेते हैं, जिसकी कीमतों में बहुत ही अंतर होता है। ऐसे में आपको किसी ज्वेलरी शॉप पर ही एक मंगलसूत्र की सही कीमत पता चल सकेगी।
क्या हम दो मंगलसूत्र पहन सकते हैं?
मंगलसूत्र पहनने का रिवाज भारत के हर राज्य में अलग-अलग है, महाराष्ट्र में कोली या मछुआरा समुदाय की महिलाएं दो मंगलसूत्र पहनती हैं। एक मंगलसूत्र उनके पति के नाम का होता है। वहीं, दूसरा मंगलसूत्र वे समुद्र के देवता नाम पर पहनते हैं।
क्या हम शादी से पहले मंगलसूत्र पहन सकते हैं?
मंगलसूत्र शादीशुदा होने का प्रतीक होता है। ऐसे में बिना शादी के इसे पहनना शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए हिन्दू धर्म में शादी से पहले मंगलसूत्र पहनना सही नहीं मानते हैं।
मंगलसूत्र पहनने का वैज्ञानिक कारण क्या है?
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी मंगलसूत्र पहनने का अपना एक अलग महत्व होता है। ऐसा माना जाता है कि अगर महिलाएं सोने या चांदी का बना धातु अपने गले में पहनती हैं, तो इससे महिलाओं का हृदय और वक्ष हेल्दी रहता है। साथ ही महिलाओं के शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है। यानि मंगलसूत्र में लगे पेंडेंट का वैज्ञानिक दृष्टि से अधिक महत्व होता है।
चांदी का मंगलसूत्र पहनने से क्या होता है?
आयुर्वेद में शुद्ध चांदी का मंगलसूत्र पहनना शुभ माना जाता है। इससे महिलाओं के शरीर में सकारात्मक ऊर्जा आती है। साथ ही दिल को स्वस्थ रखा जा सकता है। साथ ही चांदी का मंगलसूत्र पहनने से पाचन तंत्र को बेहतर किया जा सकता है।
1 ग्राम सोने का मंगलसूत्र कितने का है?
किसी भी सोने के मंगलसूत्र की कीमत उसके डिजाइन के साथ-साथ आप कब मंगलसूत्र ले रहे हैं और उस समय सोने की क्या कीमत है, इस बात पर मंगलसूत्र की कीमत निर्धारित होती है। फिलहाल अगर आप 1 ग्राम सोने वाला मंगलसूत्र खरीदेंगे, तो इसकी कीमत 15000 रुपये से 25000 रुपये के आसपास हो सकती है।
मंगलसूत्र उतारने से क्या होता है?
मंगलसूत्र उतारने से किसी प्रकार कीअनहोनी नहीं होती है। हालांकि, प्राचीन मान्यता है कि अगर महिलाएं एक बार मंगलसूत्र पहन लें, तो उसे उतारना नहीं चाहिए। इसे अक्सर शुभ और अशुभ संकेतों से जोड़ा जाता है।
मंगलसूत्र खो जाए, तो क्या करना चाहिए?
मंगलसूत्र अगर खो जाए, तो तुरंत अपने गले में लाल रंग का या फिर काले रंग का धागा जरूर पहन लें। ऐसी मान्यता है कि एक सुहागन को अपना गला कभी भी सूना नहीं रखना चाहिए। इस धागे को आप तब तक अपने गले में पहनकर रखें, जब तक आप दूसरा मंगलसूत्र न खरीद लें।
मंगलसूत्र में काली मोती क्यों होती है?
मंगलसूत्र में काली मोती का काफी महत्व होता है। इसकी काली मोती भगवान शिव का प्रतीक होता है। ऐसे में मंगलसूत्र में काली मोती का एक खास महत्व है।