Shilpa Shetty Yoga Channel: हर कोई जानता है कि शिल्पा शेट्टी के जीवन में योग की कितनी अहमियत है। उनकी उम्र कम नहीं है लेकिन योग के जरिए ही उन्होंने अपने आप को फिट एंड फाइन बना रखा है। अगर आप भी शिल्पा शेट्टी से योग सीखना चाहते हैं तो आपको दूरदर्शन एक मौका दे रहा है। डीडी नेशनल पर योगा विद् शिल्पा शेट्टी का प्रसारण हर सुबह 7 बजे किया जाता है। अगर सुबह 7 बजे का समय आपके लिए थोड़्रा जल्दी है तो इसका रिपीट टेलीकास्ट प्रात: 11:30 बजे किया जाता है। आप इसे देखकर स्वयं को फिट कर सकते हैं। वैसे आपको बता दें कि खुद को फिट रखने के लिए शिल्पा सूर्य नमस्कार को करना कभी नहीं भूलतीं। इसके अलावा आपके साथ इस आर्टीकल में हम दो आसानों का जिक्र करेंगे जो शिल्पा के रुटीन का हिस्सा हैं।
सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार क्या है यह तो लगभग सभी लोग जानते हैं। अगर आप योग करने के शुरुआती स्तर पर हैं तो इस योग क्रिया को अपने जीवन में आज से ही करना शुरु करें। यह दिखने में आसान लगता है लेकिन होता नहीं है। इसमें कुल 12 स्टेप होते हैं। सूर्य नमस्कार में पहली मुद्रा सीधे खड़े होकर हाथ जोड़ने की होती है इसके बाद हाथों और शरीर के ऊपरी हिस्से को पीछे की तरफ लेकर जाया जाता है। इसके बॉडी को आगे की तरफ मोढकर पैर के तलवे के पास हाथ को ले जाकर जमीन को छूते हैं। इसके बाद ऊपर की ओर आकर सूर्य को नमस्कार कर इस क्रिया को पूर्ण करते हैं। यह पूरे बॉडी के लिए फायदेमंद है। इसे करने से बॉडी लचीली होती है।
पेट की चर्बी के लिए बोट पोज
नौकासन को आम भाषा में को बोट पोजकहा जाता है। यह आसान हर उम्र के लोगों के लिए अचछा है और इसे करना भी बहुत सरल है।इसे करने से पेट की चर्बी कम होती है और पाचन संबंधी समस्या से भी निजात मिलती है। इसे करने के लिए आपको पीठ के बल जमीन पर लेटना है और शरीर के ऊपरी हिस्से को, पैरों और हाथों को ऊपर की ओर उठाना है। इस स्थिति में आपको 30 सैकंड तक रहकर सामन्य मुद्रा में आना है। आप शुरुआत में 4 से 5 बार इसे करें। इसके बाद इसे बढ़ाते जाएं।
पीठ दर्वृद के लिए वृक्षासन
पीठ दर्द की समस्या हम सभी के साथ रहती है। अगर आप भी अपनी पीठ दर्द की समस्या से निजात चाहते हैं तो वृक्षासन को अपने जीवन में अपनाएं। यह पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करती है। इससे पैर दर्द की समस्या से भी निजात मिलती है। इसे करने के लिए हाथों को एकसाथ जोड़कर सीधे खड़े हो जाएं। अब एक पैर के तलवे को दूसरे पैर के घुटने के किनारे पर रखें। इस क्रिया में अपने शरीर को थोड़ी देर के लिए होल्ड करें। इस योग को करने से बैलेंस, फ्लेक्सिबिलिटी और फोकस में भी इजाफा होता है।
